डांसिंग कपल - ए लव स्टोरी भाग 13
भाग 13
घर जाकर तारा जूही को अमर से हुई सारी बातें बताती है।
जूही…..इसका मतलब धीरे-धीरे समय नजदीक आ रहा है सोची हुई योजनाओं को पूरा करने का। तुझे डर लग रहा है तारा क्या?
तारा….. हाँ जूही लग तो रहा है। फिल्मों में जितना आसान होता है यह सब, असल जिंदगी में उतना ही मुश्किल। अमर से मेरी शादी के बाद इस घर के सारे रास्ते बंद हो जाएंगे मेरे लिए।
तुझसे, मम्मी-पापा और दादी से फिर मैं कभी मिल नहीं पाऊँगी। ऐसा होगा नहीं पर कभी-कभी यह भी ख्याल आता है अमर ने अगर मुझे छोड़ दिया तो मेरा क्या होगा? यही सब सोच-सोचकर दिल घबराता है मेरा।
जूही…. तू घबरा मत तारा। जब भी कुछ नया करते हैं हम जिंदगी में तो मन घबराता ही है। यह एक सामान्य बात है। मैं और मम्मी हमेशा एक फोन कॉल दूर ही हैं तुझसे। जैसे भी हो हम तुझसे बात करते रहेंगे। रही दादी और पापा की बात तो वो ज्यादा समय तक नाराज़ नहीं रह पाएंगे तुझसे। तुम दोनों जब बड़े कोरियोग्राफर्स बन जाओगे, टीवी में दिखोगे तो वो लोग सब भूल जाएंगे।
लेकिन एक बात का वादा कर चाहे कितनी भी बड़ी परेशानी में तू क्यों ना हो, तू मुझसे शेयर ज़रूर करेगी। रही अमर की बात वो तुझे कभी नहीं छोड़ेगा इस बात की तो गारंटी है मुझे।
तारा….ओह हो अमर पर तुझे बड़ा विश्वास है।
जूही…... मैंने उसकी आँखों में तेरे लिए प्यार और फ़िक्र देखी है।
तारा…… थैंक यू जूही, अगर तू नहीं होती तो मेरे लिए यह फैसला करना इतना आसान नहीं होता।
तारा और जूही आपस में गले मिलते हैं और एक दूसरे को लव यू कहते हैं।
अगले दिन तारा और अमर सीधा मैरिज रजिस्ट्रार के ऑफिस जाते हैं और शादी के लिए एप्लीकेशन फाइल करते हैं। अमर का एक दोस्त वकील होता है जिसकी मदद से उनका सारा काम आसानी से हो जाता है।
अमर और तारा बाइक पर डांस स्कूल के लिए निकल जाते हैं।
अमर….. आज से ठीक एक महीने हमारी शादी हो जायेगी। कैसा लग रहा है तारा तुम्हें?
तारा…..पेट में तितलियां डांस कर रही हैं अमर। वैसे तुम्हें कैसा लग रहा है?
अमर…...मैं तो बहुत खुश हूँ, फाइनली अब तुम मेरी होने वाली हो।
तारा….तुम्हारी तो मैं पहले से ही हूँ।
अमर….हाँ वो तो हो लेकिन अब क़ानूनी और सामाजिक तौर पर भी मेरी हो जाओगी ना। एक महीने बाद तुम कहलायी जाओगी तारा राठी।
तारा….तारा राठी नहीं, तारा अमर राठी।
तारा और अमर आज बहुत खुश होते हैं और इसी ख़ुशी में वो आज मंदिर में जाकर प्रशाद चढ़ाते हैं और फिर नरुलाज जाकर छोटा सा केक काटकर सेलिब्रेट करते हैं।
तारा….क्या शादी के बाद हम सीधा मुम्बई चले जाएंगे?
अमर….… हाँ, जैसे ही शादी की तारीख मिल जायेगी, वैसे ही मैं फ्लाइट की टिकट्स बुक करवा लूंगा मुम्बई की। तुम रोज़ अपना एक ड्रेस लेकर डांस स्कूल के लॉकर में रखती जाना और मैं भी अपने कपड़े इसी तरह बैग में भरकर लाता रहूँगा और फिर कपड़ों का बैग भर जाने पर मैं तुम्हारा और अपना बैग दोस्त के यहाँ रखवा दूँगा। शादी वाले दिन बैग लेकर घर से निकलेंगे तो सबको शक हो जायेगा।
समझ गयी ना तारा तुम...
हाँ अमर सब अच्छे से समझ गयी हूँ लेकिन मन में अजीब सी धुक-धुक हो रही है।
अमर ने मुस्कुराते हुए कहा….. मैं तो बहुत उत्साहित हूँ हमारी शादी को लेकर। जैसे ही शादी की डेट मिल जायेगी ना, वैसे ही तुम्हारे लिए शादी की साड़ी खरीद लेंगे।
तारा…. ठीक है जूही को भी ले चलेंगे।
अमर मुँह बनाते हुए….उसे क्यों, वो ठीक से मुझे तुम्हें देखने भी नहीं देगी।
तारा….मैं चाहती हूँ शादी की शॉपिंग करते वक़्त वो मेरे साथ हो। वैसे ही शादी के बाद सब का साथ छूट जायेगा मुझसे। जब तक हूँ यहाँ तब तक अपने परिवार के साथ ज्यादा से ज्यादा रहना चाहती हूँ।
अमर….तुम खुशनसीब हो तुम्हारे पास तुम्हारा साथ देने वाली जूही जैसी बहन तो है। मैं तो एकलौता हूँ। बस मम्मी और तुम्हारे अलावा मेरे करीब कोई और नहीं है।
तारा….. तुम्हारे पापा?
अमर…..मैं उनके बारे में कोई बात नहीं करना चाहता।
अमर मन ही मन सोचते हुए…..कैसे कहूँ तुम्हें तारा….लड़कियों को लेकर उनकी ख़राब मानसिकता को, वो तुम्हें भी सिर्फ टाइम पास का जरिया समझते हैं।
चलो तारा देर हो रही है, तुम्हें समय से घर छोड़ देता हूँ।
तारा….चलो चलें अमर..
अमर और तारा घर के लिए निकल जाते हैं।
❤ सोनिया जाधव