आई नो... यू नो..! (भाग-2)
"स्टॉप दिस झूमर... आई सैड स्टॉप इट। कोई रोको इस झूमर को।" रॉनी जोर से चिल्लाते हुए टीम मेंबर्स को झूमर रोकने का ऑर्डर देने लगा।
रॉनी की आवाज सुनकर एक टीम मेंबर भागा और झूमर का फैन बंद किया। नीचे खड़े लोग एक - दूसरे के मुंह पर पड़े खून के छींटे देख कर हैरान हो रहे थे।
फेन के रुकते ही ऊपर से एक लाश आ गिरी। "धड़ाम.... की आवाज़ के साथ ही कई लोगों की एक साथ चीखें निकल पड़ी, उनमें से कुछ लोगो ने तो डर के मारे अपनी आंखें ही बंद कर ली थी। झूमर का फैन शार्प होने की वजह से लाश पर जगह- जगह कट लग गए थे और वहां से खून निकल रहा था। उस लाश का चेहरा जगह-जगह से कट जाने की वजह खून से लथपथ हो गया था। लाश का खून से सना चेहरा सब के लिए किसी डराने वाले मंजर की तरह था। नीचे गिरी लाश सबके लिए एक सवाल बन चुकी थी।
लाश को देखते ही मीडिया के लोग अपना - अपना कैमरा लेकर उस तरफ दौड़ पड़े। अब उन सबको सिंघानियाज के फैमिली फंक्शन से भी बड़ी न्यूज़ कवर करने को मिल गई थी। सिंघानिया फैमिली को कुछ समझ नहीं आ रहा था वहां पर क्या हो रहा था। उनके फैमिली फंक्शन में अचानक से खून के छींटे और लाश का आकर गिरना, यह किसी ना यकीन करने वाली घटना से कम नहीं था।
"क्या आप सब लोग मेच्योरलि बिहेव करेंगे? हमें यहाँ पुलिस को बुलाना चाहिए... ना कि सबूतों के साथ छेड़छाड़ करनी चाहिए। " मिस्टर राम सिंघानिया ने अपनी तरफ से बीच बचाव करने की पूरी कोशिश की।
उसी बीच पूरब ने होटल के मालिक और पुलिस को कॉल करके बुलाया।
"जैसा कि आप देख रहे हैं हम मुंबई के सबसे बड़े होटल मीनाज़ में खड़े हैं। जहाँ पर आज मुंबई के जाने - पहचाने बिजनेस टाइकून मिस्टर राम सिंघानिया के बड़े बेटे विराट सिंघानिया की सगाई होने वाली थी। मगर तभी खून के छींटे उड़े और फिर एक लाश फंक्शन के बीचो बीच आ गिरी। अचानक से इस फंक्शन में पहले खून के छींटों का उड़ना और उसके बाद अगले ही पल झूमर के ऊपर से लाश का नीचे आकर गिरना, आपको क्या लगता है इसके पीछे क्या वजह होगी? और सबसे बड़ा सवाल, लाश किसकी हैं ?" सभी मीडिया पर्सन अपनी - अपनी तरफ से लाइव न्यूज़ को कवर कर रहे थे।
सब लाश का चेहरा दिखाने की पूरी कोशिश कर रहे थे। लेकिन चेहरा खून से सना होने की वजह से उसकी पहचान कर पाना मुश्किल था। तभी उनमे से एक रिपोर्टर आगे आया और उसके चेहरे पर पानी डाला..... पानी डालने की वजह से पूरी तरह तो नहीं, लेकिन लाश के चेहरे को थोड़ा- बहुत पहचाना जा सकता था।
जिस रिपोर्टर ने लाश के चेहरे पर पानी डाला था, उसने अपना कैमरा लाश की तरफ बढ़ाया ही था कि पाखी ने आगे आकर उसका कैमरा छीन कर फेंक दिया। पाखी ने अपना दुप्पटा उतार कर लाश के चेहरे पर डाल दिया, ताकि कोई उसे देख ना सके। पाखी की इस हरकत से विराट की दादी जानकी देवी ने उसे घुरकर गुस्से में देखा।
"हाउ डेयर यू " रिपोर्टर गुस्से से पाखी के ऊपर बिफर पड़ा, " तुम्हें तो मैं देख लूंगा। एक मीडिया पर्सन के साथ बदतमीजी तुम्हें बहुत महंगी पड़ेगी। तुमसे तो अब पुलिस बात करेगी।"
"ओ रियली.... चलो बुलाओ पुलिस को। और क्या बोलोगे पुलिस से कि मै एक डेडबॉडी पर पानी डालकर सबूत के साथ छेड़खानी कर रहा था ?", पाखी ने भी रिपोर्टर को कड़ा जवाब दिया।
वहां खड़े रिपोर्टर्स पाखी के अगेंस्ट बोलने लगे थे। विराट ने पाखी की तरफ पलकें झुकाकर उसे आगे बढ़ने का इशारा किया ।
विराट की सहमति पाते ही पाखी सबके सामने आई और सब को संबोधित करते हुए बोली, "प्लीज आप लोग क्राइम सीन से बाहर चले जाइए। मैं सब इंस्पेक्टर पाखी जैन फ्रॉम सीबीआई दिल्ली आप सबको ऑर्डर देती हूं कि इसी वक्त सभी बाहर चले जाए। अगर आप मेरे ऑर्डर्स के खिलाफ गए, तो आप सबका कैमरा जब्त कर आपको अरेस्ट कर लिया जाएगा। "
पाखी की पहचान सुनकर वह सभी हैरान हो गए... क्योंकि थोड़ी देर पहले जिस पाखी के सांवले रंग की वजह से वह सब उसके बारे में उल्टा सीधा बोल रहे थे, वहीं रिपोर्टर्स अब बिना कुछ बोले अपना कैमरा बंद करके हॉल के बाहर चले गए।
लगभग आधे घंटे बाद वहां पर पुलिस पहुंच चुकी थी। रिपोर्टर्स और गेस्ट को बाहर भेज दिया गया था, जबकि सिंघानिया परिवार के साथ होटल का पूरा स्टाफ वही हॉल में मौजूद था। फॉरेंसिक की टीम भी आ चुकी थी और लाश के आसपास सबूतों को ढूंढने की कोशिश की जा रही थी।
बाहर खड़े रिपोर्टर्स अभी भी अंदर की परिस्थितियों पर पूरी नजर बनाए हुए थे और साथ ही सबकी लाइव रिपोर्टिंग भी चल रही थी। जिस रिपोर्टर का कैमरा टूटा था। उसने कॉल करके स्टूडियो से एक और नया कैमरा मंगवाया था। सारे रिपोर्टर उसके आसपास इकट्ठा हो गए थे, क्योंकि वह इकलौता इंसान था, जिसने उस लाश का चेहरा देखा था।
"हैलो दोस्तो... मै हूँ मुकेश त्रिपाठी... आपके साथ सवेरा न्यूज़ से। जैसा कि आपको खबरो से पता चल चुका होगा कि होटल मीनाज में हो रहे सिंघानिया परिवार के फैमिली फंक्शन में एक लाश मिली है। आप सब लोग सुनकर हैरान हो जाएंगे जब आपको पता चलेगा वो लाश किसकी थी। एक मैं ही था जिसने उस लाश के चेहरे को देखा, और जो उस लाश के चेहरे को पहचानता भी है। वह लाश किसी और की नही बल्कि मुंबई की टॉप रेटेड बॉलीवुड एक्ट्रेस सज़ल अली की है। सज़ल बॉलीवुड की टॉप रेटेड एक्ट्रेस मे से एक थी, उसकी लाश का यू सिंघानियाज के फैमिली फंक्शन में मिलना कोई इतेफाक नहीं हो सकता। "रिपोर्टर मुकेश त्रिपाठी के मुंह से सज़ल अली की लाश मिलने की खबर चारों तरफ सनसनी की तरह फैल गई।
सभी रिपोर्टर्स सजल की लाश मिलने की वजह से और भी ज्यादा हरकत में आ गए थे।
★★★
अंदर का दृश्य...
पुलिस ने आते ही अपना काम शुरू किया और जल्द से जल्द बाकी के लोगो को हॉल के दूसरे हिस्से मे ले गयी। क्राइम सीन पर पुलिस की टीम के अलावा और कोई मौजूद नही था। पुलिस ने सबके मोबाइल फोन्स भी जब्त कर लिए। जब पुलिस ने लाश के ऊपर से पाखी का दुप्पटा हटाया, तो उन्हे पता चला ऊपर से जो लाश गिरी थी, वो सज़ल अली की थी। सजल पिछले 2 दिनों से होटल में ही रुकी हुई थी। पुलिस अपने काम में जुट चुकी थी। झूमर की सारी अरेंजमेंट खुद रॉनी के द्वारा की गई थी, तो उसे पूछताछ के लिए हिरासत मे ले लिया गया था। अंदर पुलिस के अलावा इस बात की खबर किसी को नही थी कि वो लाश किसकी है।
होटल मीनाज और सिंघानियाज का नाम जुड़े होने की वजह से पहले ही यह केस हाई प्रोफाइल हो चुका था। ऊपर से ये पता चलने के बाद कि वह लाश एक्ट्रेस सज़ल अली की थी, तो पुलिस के ऊपर दबाव और भी बढ़ गया। उधर सिंघानिया परिवार अलग से परेशान हो रहा था कि उनके साथ यह सब क्या हो गया।
"मैंने तो पहले ही कहा था कि इस मनहूस लड़की को अपने घर की बहू मत बनाओ। पहले तो अपने मां बाप को खा गई..... और अब खुद की ही सगाई में इन सब घटनाओं का होना", दादी ने कहा तो विराट ने उनकी तरफ गुस्से से देखा और बोला, "दादी कुछ भी बोलने से पहले यह तो सोच लीजिए आप किसके बारे में क्या बोल रही है। पाखी और मेरी सगाई बचपन में ही तय हो चुकी थी। और मैं भी पाखी को बहुत पसंद करता हूँ।"
"पता नही तुझे उसमे क्या पसंद आया। एक तो सुरत ऐसी, ऊपर से अनाथ। बस यह तो तेरे बाप ने बचपन में दोस्ती- दोस्ती में वादा कर दिया। वरना इसका रूप देखकर तो मैं इसे घर की नौकरानी भी ना बनाऊं", इतनी कठिन परिस्थिति में भी दादी कठोरता से पाखी के लिए अपशब्द बोले जा रही थी।
दादी की बातें सुनकर पाखी की आंखों में आंसू आ गए। विराट पाखी का हाथ पकड़ कर उसे दूसरी तरफ ले गया।
"तुम जानती हो ना दादी को... वह पुराने खयालात की हैं और तुम इतनी काबिल ऑफिसर हो कि तुम्हें किसी को भी अपनी क्वालिटिज की एक्सप्लेनेशन देने की जरूरत नहीं है। पाखी", विराट ने पाखी के आंसुओं को पोंछते हुए कहा।
"लेकिन क्यों विराट ? क्यों दादी को हमेशा मेरी काबिलियत के आगे मेरा साँवला रंग दिखता है? मैं अभी बोल रही हूं अगर तुम्हें कोई प्रॉब्लम है, तो तुम बता दो। मैं इस शादी से पीछे हट जाऊंगी", पाखी ने रोते हुए विराट से अपनी बात सांझा की।
"आई लव यू पाखी.... इसके आगे मै और कुछ नही कहूंगा। बस, अब मुझे मेरी स्ट्रांग पाखी वापिस चाहिए, ना कि ये रोने -धोने वाली रोलतू लड़की।"
पाखी और विराट एक दूसरे को सहारा बनने की पूरी कोशिश कर रहे थे। वही दादी को उनका ऐसे अकेले में जाकर बात करना नागवार गुजर रहा था।
पाखी मिस्टर राम सिंघानिया के बचपन के दोस्त अजय जैन की इकलौती बेटी थी। बचपन से ही पाखी पढ़ने में बहुत होशियार थी। उसका हमेशा से सपना था वह सीबीआई ज्वाइन करें। पाखी की काबिलियत देखकर अजय जी के साथ-साथ राम जी भी फुले नहीं समाते थे। इसी के चलते उन्होंने पाखी की सगाई बचपन में ही विराट के साथ तय कर दी थी। पाखी का सांवला रंग होने की वजह से दादी को पाखी कभी भी पसंद नहीं आई थी, लेकिन मिस्टर राम सिंघानिया के आगे उनकी एक भी नहीं चली थी।
कुछ साल पहले पाखी के माता-पिता का एक कार एक्सीडेंट मे निधन हो गया था, तब जानकी देवी ने पूरी कोशिश की थी वह मिस्टर सिंघानिया को सगाई तोड़ने के लिए राजी कर सके। उनका कहना था.. जब वही इस दुनिया में नहीं है, तो फिर क्या जरूरत पाखी के साथ विराट की शादी करने की। लेकिन मिस्टर राम सिंघानिया ने यह कहकर जानकी देवी का मुंह बंद कर दिया की, "पाखी उनके लिए उनकी बेटी जैसी है। जब उसके मां-बाप नहीं रहे, तो उसकी जिम्मेदारी अब उन्हीं के ऊपर है।"
जानकी देवी को छोड़कर सिंघानिया परिवार में विराट और पाखी की शादी से सभी बहुत खुश थे। जैसे तैसे कर मामला आगे बढ़ा और सगाई तक आ पहुंचा, लेकिन तभी अचानक यह हादसा हो गया। इस हादसे के होने से मन ही मन जानकी देवी बहुत खुश थी। उनके अनुसार थोड़े समय के लिए ही सही.... लेकिन पाखी और विराट की शादी रुक चुकी थी। यह हादसा उसके लिए किसी सुनहरे अवसर की तरह था जिसका फायदा वो आगे उठा सकती थी।
"सजल जिस रूम में ठहरी थी... उस रूम की तलाशी में उसका मोबाइल मिला है। लेकिन ये लॉक है", कांस्टेबल ने सज़ल का मोबाइल चीफ इंस्पेक्टर को सौंपा।
" ठीक है... मै टेक्निशन डिपार्टमेंट में कॉल करके किसी को यहां भेजने के लिए बोलता हूं। हो सकता है कि हमारा सस्पेक्ट इनमें से ही कोई एक हो। मैं नहीं चाहता हमारी थोड़ी सी लापरवाही की वजह से उसे यहां से भागने का मौका मिले।", कांस्टेबल से मोबाइल लेकर इंस्पेक्टर शर्मा ने उसी वक्त पुलिस डिपार्टमेंट में कॉल करके टेक्निशन टीम से किसी ऐसे व्यक्ति को भेजने के लिए कहा, जो मोबाइल को जल्द से जल्द अनलॉक कर सके।
जब पाखी ने अपना परिचय पुलिस टीम को दिया, तो उसे भी हॉल में आने की इजाजत मिल गयी। शाम के 4 बज रहे थे.... और होटल मीनाज मे अफरा - तफरी का माहौल था। सज़ल की लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा चुका था। साथ ही पुलिस की टेक्नीशियन टीम से एक आदमी भी आ चुका था।
कुछ ही समय मे सजल का मोबाइल अनलॉक हो गया। पाखी पुलिस टीम की पूरी मदद कर रही थी। सजल का मोबाइल अनलॉक होते ही उसकी पूरी कॉल डिटेलस पुलिस के सामने थी।
इंस्पेक्टर शर्मा और पाखी ने सज़ल के मोबाइल की लास्ट कॉल डिटेल चेक की। इंस्पेक्टर शर्मा नंबर देखते हुए बोले “पिछली रात एक ही नंबर से इसे तकरीबन 28 बार कॉल किया गया था।”
“कौन से नंबर से, मुझे दिखाना?”
इंस्पेक्टर शर्मा ने पाखी को नंबर दिखाया, पाखी ने नंबर देखा। तभी उसकी आंखें हैरत से बड़ी हो गई। जो कुछ भी हो रहा था, वो उसके लिए अनअपेक्षित थे।
“क्या हुआ?” इस्पेक्टर शर्मा ने पूछा।
“यह...नबंर....” पाखी ने बोलने की कोशिश की, मगर वह बीच में ही रुक गई।
“यह नंबर क्या...?” वो रूकी तो इस्पेक्टर शर्मा ने आगे पूछा।
“यह नंबर तो विराट का है...” वो बड़ी मुश्किल से कह पाई
चीफ इंस्पेक्टर मोहित शर्मा ने पाखी की तरफ देखा और बोला, "सॉरी मैम.... हमारे पास उन्हें अरेस्ट करने के अलावा और कोई ऑप्शन नहीं है। सजल की कॉल हिस्ट्री में मिस्टर सिंघानिया के 28 मिसकाॅल्ड का होना नोर्मल नही है?"
“मैं समझ सकती हूं...” पाखी ने गहरी सांस लेते हुए कहा। इसके बाद उसने कड़े शब्दों में इंस्पेक्टर मोहित को कहा" आप अपनी ड्यूटी कीजिए।"
सिंघानिया परिवार आपस में बात कर ही रहा था कि वहाँ मिली, वो लाश किसकी थी। तभी चीफ इंस्पेक्टर मोहित शर्मा पाखी के साथ सिंघानिया परिवार के पास गया और विराट सिंघानिया से बोला, " सॉरी मिस्टर विराट सिंघानिया.... यहाँ मिला एकमात्र सबूत आपकी तरफ ही इशारा कर रहा हैं। पुलिस आपको एक्ट्रेस सजल अली की मौत का प्राइम सस्पेक्ट मानते हुए कस्टडी में लेती है...... मिस्टर विराट सिंघानिया... हम आपको गिरफ्तार करते हैं।”
क्रमशः.......
Seema Priyadarshini sahay
07-Feb-2022 06:13 PM
बहुत ही खूबसूरती सै आपने एक एक घटना का चित्रण किया। ऐसा लग रहा था कि क्राइम पेट्रोल देख रही हूं
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Karan
28-Dec-2021 03:01 PM
Nice story ...
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Sana
24-Dec-2021 12:11 PM
👌
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