डांसिंग कपल - ए लव स्टोरी भाग 18 अंतिम भाग
भाग 18
अमर तारा को घर जाने के लिए कहता है यह कहकर कि उसे थोड़ा काम है बाहर।
अमर तारा के लिए मार्किट से फ़ूल, चॉकलेट्स और केक लेता है, साथ ही एक सुंदर सी गुलाबी रंग की ड्रैस भी लेता है।
अमर जब इतना सारा सामान लेकर घर पहुंचता है तो तारा ख़ुशी से उछल पड़ती है। अमर तारा को नयी ड्रैस पहनने के लिए कहता है। अमर के तो होश ही उड़ जाते है तारा को नई ड्रैस में देखकर, बहुत ही सुंदर लग रही होती है तारा। अमर घुटनों के बल बैठकर तारा को फूल देता है। तारा अमर के गले लग जाती है।
अमर तारा को आँखे बंद करने के लिए कहता है और उसके गले में कुछ पहनाता है। जब तारा आँखे खोलकर शीशे में देखती है तो उसके गले में एक छोटा सा सुंदर सा मंगलसूत्र होता है, जिसमें दोनों के नाम का पहला अक्षर बना हुआ होता है। यह देखकर तारा भावुक हो जाती है और कहती है यह मंगलसूत्र कब लिया तुमने बताया नहीं?
जिस दिन हमारी शादी की तारीख निकली थी उसी दिन ले लिया था।
बड़े तेज हो मुझे बताया भी नहीं।
पहले से बता देता तो सरप्राइज खराब नहीं हो जाता।
तारा मुस्कुराने लगती है।
फिर अमर तारा की माँग में सिंदूर भरता है और कहता है….आज हम सही मायनों में पति-पत्नी बन गए हैं।
दोनों मिलकर केक काटते हैं और एक दूसरे को प्यार से खिलाते हैं। अमर मोबाइल पर गाना लगा देता है……
साँसों में साँसों को घुलने दो जरा
बाहों से बाहों को मिलने दो जरा
लम्हों की यह ख्वाइश है कि
पास आ जाएं हम
हम, हम-तुम
अमर तारा को बाहों में लेता है और दोनों जी भर कर डांस करते हैं। इस तरह अमर और तारा हमेशा के लिए एक हो जाते हैं।
कुछ दिन बाद तारा अपने घर फोन करती है। जूही सब बताने वाली होती है कि दादी और पापा ने उसके जाने के बाद मम्मी और उसको क्या-क्या कहा लेकिन जूही की मम्मी जूही को यह सब बताने के लिए मना कर देती है। वो इतना ही कहती हैं कि घर का माहौल ठीक नहीं है लेकिन वक़्त के साथ सब ठीक हो जायेगा।
तारा अपने और अमर के सुपर डांसर डांस शो में डांस गुरु के सिलेक्शन की खबर सुनाती है जिससे जूही और मम्मी दोनों खुश हो जाते हैं।
तारा से फोन पर बात करने के बाद तारा की माँ चैन की सांस लेती है और कहती है शुक्र है भगवान का कि मेरी तारा अमर के साथ खुश है और दोनों अपने करियर में आगे बढ़ रहे हैं। मैं नहीं चाहती थी कि घर के हालात बताकर उसे दुखी कर दूँ। वैसे भी इस घर में तो कुछ ना कुछ चलता ही रहता है हमेशा, सिर्फ वजहें बदलतीं रहती हैं।
जूही….आपने ठीक किया मम्मी जो तारा को सच बताने से मना किया।
अमर भी अपनी मम्मी को फोन करके खुशखबरी देता है।
अमर की मम्मी कहती है…. मुझे गर्व है तू मेरा बेटा है, मेरी बहू का हमेशा ख्याल रखना।
अमर को अपने पापा की मानसिकता के बारे में पता होता है इसलिए वो इस बारे में कुछ पूछता ही नहीं है।
कुछ दिनों बाद सुपर डांसर की शूटिंग शुरू हो जाती है। अमर और तारा के शिष्य ही यह ट्रॉफी जीतते हैं।
दोनों की जोड़ी मशहूर हो जाती है अमरतारा के नाम से। अब अमर और तारा अलग अलग नाम नहीं, एक ही नाम बन जाते हैं।
अमर और तारा को टीवी में एक साथ ख़ुशी-ख़ुशी जिंदगी में आगे बढ़ते हुए देखकर धीरे-धीरे तारा और अमर के परिवारों की नाराज़गी कम होने लगती है।
इसी दौरान जूही और मोहित का रिश्ता भी तय हो जाता है। लेकिन जूही एक शर्त रखती है वो तभी शादी करेगी जब इसमें अमर और तारा शामिल होंगे।
दिलों में जमी बर्फ तो कब की पिघल चुकी होती है, अब सिर्फ पहल करने की बारी होती है।
एक दिन जूही तारा से बात कर रही होती है वीडियो कॉल पर तो दादी आ जाती है। जूही दादी के यूँ अचानक आने पर फोन काटने ही वाली होती है कि दादी जूही के हाथ से फोन ले लेती है और कहती है……..कैसी है मेरी तारा?
जूही की शादी तय कर दी है मोहित से, वही लड़का जो तुझे देखने आया था। जूही कह रही है जब तक तू और अमर शादी में नहीं आएंगे वो शादी नहीं करेगी। अब तू देख ले तुझे क्या करना है?
जूही मन ही मन…. दादी भी दादी ही है। प्यार तो है दिल में लेकिन अकड़ भी कम नहीं है।
तारा.... मैं ठीक हूँ दादी आप कैसे हो? मैं और अमर शादी में जरूर आएंगे। मैं आप सबको बहुत याद करती हूँ।
दादी आंसू पोंछते हुए…..जब से तू गयी है घर खाली हो गया है। जल्दी आना तुम दोनों। इतना कहकर दादी चली जाती है।
जूही….अब तू क्यों रोने लगी तारा?
तारा….आखिरकार मेरे परिवार की नाराज़गी ख़त्म हो गई है। अब मैं शान से अपने मायके आ सकती हूँ।
थैंक यू जूही तेरे और मम्मी के बिना यह सम्भव नहीं था।
जूही….चल इमोशनल मत कर ज़्यादा, अब मैं फोन रखती हूँ।
अमर की मम्मी तारा की मम्मी को फोन करतीं हैं और उन्हें सपरिवार घर आने के लिए कहतीं हैं।
दोनों परिवार अपनी-अपनी गलती पर शर्मिंदा होते हैं।
तारा के पिता कहते हैं…..मैं तारा को मन ही मन कोसता था कि उसने मेरा नाम खराब कर दिया जबकि आज हर कोई मुझे तारा के पापा के नाम से पहचानता है और मुझे इज़्ज़त देता है।
अमर के पापा….. मेरा अमर बहुत खुशनसीब है जो उसे तारा जैसी पत्नी मिली। मैं खुद अपनी सोच पर शर्मिंदा हूँ।
तभी जूही कहती है मेरे पास एक आईडिया है क्यों ना मेरी शादी के मंडप में तारा और अमर की भी शादी कर दें, बहुत मजा आएगा। मम्मी-पापा और आपके साथ-साथ उन लोगों के अरमान भी पूरे हो जायेंगे।
दादी….बहुत बढ़िया आईडिया दिया है जूही तूने। मेरी दोनों पोतियों की शादी एक ही मंडप में हो जाये, इससे ज्यादा ख़ुशी की बात और कोई नहीं मेरे लिए।
तारा और अमर को इन सब बातों की भनक भी नहीं होती।
शादी से 2 दिन पहले वो दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुँच जाते हैं। जैसे ही एयरपोर्ट से बाहर निकलते हैं तो अमर और तारा दोनों का परिवार खड़ा होता है स्वागत के लिए।
दोनों हैरान रह जाते हैं यह सब देखकर, दोनों को कुछ समझ नहीं आता कि यह चल क्या रहा है।
अमर के पिता सबको अपने घर ले जाते हैं।
तारा सबसे गले मिलकर रोती है और अमर के पिता भी उसको प्यार से गले लगा लेते हैं। सबके गिले शिकवे दूर हो जाते हैं।
तभी जूही कहती है….. मेरे पास एक आईडिया है।
अमर ....... यह सब कांड तुम्हारे उस आईडिया की ही देन है।
तारा.....अगर तुम उस आईडिया से दुखी हो तो लाओ मेरी बहन तारा मुझे वापिस करो।
अमर .....एक बार जो चीज हमारी हो गयी हम उसे मरते दम तक अपने पास रखते हैं।
अमर की बात सुनकर सब हंसने लगते हैं।
तभी तारा कहती है….जूही का आईडिया तो सुन लो आप लोग पहले।
हाँ जूही बोल..
दो दिन बाद मेरी शादी के साथ एक ही मंडप में तुम दोनों की भी शादी है।
अमर और तारा दोनों हैरान हो जाते हैं और एक साथ बोलते हैं क्या…..
सारे घरवाले बोलते हैं…..जी, तुम दोनों की भी शादी है। इसलिये तारा अब अपने मम्मी पापा के घर जायेगी और अमर यहाँ अपने घर रहेगा।
अब तारा डोली में बैठकर ही अपने ससुराल आयेगी।
तारा और अमर की आँखों से ख़ुशी के आंसू बहने लगते हैं और सबको थैंक यू बोलते हैं।
तभी जूही गाना लगा देती है….
ऐ दिल लाया है बहार,
अपनों का प्यार क्या कहना
मिलें हम छलक उठा
खुशियों का खुमार क्या कहना
खिले-खिले चेहरों से आज घर है मेरा
गुले गुलज़ार क्या कहना….
सब मिलकर डांस करते हैं इस गाने पर।
अमर तारा दिल से तो थे ही एक, अब उनके परिवार भी एक हो जाते हैं।
दो दिनों के बाद पूरे विधि विधान से जूही और मोहित के साथ अमर और तारा की भी शादी हो जाती है।
करीब एक साल बाद अमर और तारा को एक साथ एक फिल्म कोरियोग्राफ करने को मिलती है जिससे उनकी एंट्री बॉलीवुड में हो जाती है। इस फिल्म में डायरेक्टर से लेकर हीरो हीरोइन तक सब नए लोग होते हैं। कुछ समय बाद जब फिल्म रिलीज़ होती है तो पर्दे पर धमाल मचा देती है। अमरतारा के कोरियोग्राफड गाने हिट हो जाते हैं।
अमर और तारा अपना पहला नया घर लोखंडवाला में खरीद लेते हैं।
जिंदगी में सब कुछ सही होने लगता है। अमर, तारा के नए घर के गृह प्रवेश में तारा और अमर का पूरा परिवार शामिल होता है।
*अमर और तारा की कहानी अब समाप्त होती है।*
❤ सोनिया जाधव