खुशी
हे इंसान खुशी के दायरे में रहा करो,
बहुत से पैगाम मिलेंगे ।
इस दुख के साथ रहकर तो ,
तुम सिर्फ दर्द पायोगे ।
खुशी तुम्हारे चेहरे पर मुस्कुराहट लेकर आएगी ,
खुशी के साथ यूं तो तुम सिर्फ खिलते नजर आओगे, खुशी से रह कर तो देखो,
तुम्हें अपनी जिंदगी में बस खुशियां ही नजर आएंगी ।
दर्द तो बस तुम्हारे जख्म को और गहरा करेगा,
खुशी उस पर मरहम लगाने आएगी।
यही है कुछ खुशी और दुख का फसाना,
तुमको है देखना किस के जाल में है पढ़ना,
यूं तो दर्द तुमको बहुत कुछ सिखा कर जाएगा,
खुशी तुमको जीना सिखाएगी।
-- Rhyme Nigam "Shaivalika"
Satendra Nath Choubey
28-May-2021 07:10 PM
Nice
Reply