Sunanda Aswal

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क्रिसमस

आज की प्रतियोगिता हेतू
विधा : कविता
शीर्षक : क्रिसमस

जिंगल मिंगल जिंगल मिंगल ...
क्रिसमस आया सर्द पच्चीस दिसंबर..!!

आगे दो लगे रेन्डियर हाकें हैं, स्लेज ..
मस्ती में बैठा मतवाला सांता क्लॉज..!

घाटियों में गूंजती धुन टनटनटन्...
गाती जिंगल बेल -जिंगल बेल झन झन झन...!!

सतरंगी दुनियां के हंसी ख्वाब दिखाता..
साल भर बाद क्रिसमस त्योहार आता ..!!

चेहरों पे मुस्कान व खुशियां उपहार मिलता
धर्म -जाति,ऊंच-नीच का भेदभाव मिटता ..!

आओ सब प्यार का एक दीप जलाएं ..
क्रिसमस त्योहार मनाएं ,सपने प्यारे सजाएं !

मेरी क्रिसमस और नववर्ष मंगलमय हो ।

#लेखनी
#लेखनी काव्य
#लेखनी काव्य संग्रह
सुनंदा ☺️

 

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12 Comments

Niraj Pandey

26-Dec-2021 12:50 PM

वाह जबरदस्त

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Sunanda Aswal

26-Dec-2021 01:28 PM

धन्यवाद हृदय से आभार 🌺🙏

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Sunanda Aswal

27-Dec-2021 07:11 AM

Thanks so much 🙏

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Shrishti pandey

26-Dec-2021 09:21 AM

Very nice

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Sunanda Aswal

26-Dec-2021 11:18 AM

धन्यवाद आपका 🙏🌺

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Sunanda Aswal

26-Dec-2021 11:18 AM

धन्यवाद आपका 🙏🌺

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Abhinav ji

25-Dec-2021 11:43 PM

Nice

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Sunanda Aswal

26-Dec-2021 11:18 AM

धन्यवाद आपका 🙏🙏

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