आई नो... यू नो..! (भाग-3)
इंस्पेक्टर शर्मा के साथ आए दो कॉन्स्टेबल होटल स्टाफ को वहां से हटाकर दूसरे कमरे में पूछताछ के लिए लेकर चले गए। एक्ट्रेस सजल अली की मौत की खबर सुनकर वहां खड़े सभी व्यक्ति हैरान थे। सिंघानिया परिवार के तो पैरों तले जमीन खिसक गयी, जब इंस्पेक्टर शर्मा विराट को गिरफ्तार करने आये।
"कौन से सबूत की बात कर रहे हैं इंस्पेक्टर आप। शायद आपको कोई गलतफहमी हुई होगी। आई थिंक आपको हमारे लॉयर से बात करनी चाहिए।,"बोलते समय विराट के चेहरे पर बिल्कुल भी शिकन नहीं थी..."और आप बताएंगे कि आपको मेरे खिलाफ कौन सा ऐसा सबूत मिल गया जो आप बिना वारंट के मुझे अरेस्ट करने आ गए। पाखी इतना तो मैं जान ही सकता हूं ना।"
"लगता है, कानून काफी अच्छे से जानते हैं आप। रही बात अरेस्ट वारंट की, तो उसके बिना भी पुलिस उस व्यक्ति को अरेस्ट कर सकती हैं, जिसके खिलाफ मौका- ए- वारदात सबूत मिले हो", इंस्पेक्टर शर्मा ने कड़े स्वर में कहा।
"तुम कुछ बोलती क्यों नहीं हो ? ऐसे तो बड़ा ज्ञान झाड़ती रहती हो अपनी पुलिस गिरी का... और अब जब होने वाले पति पर मुसीबत आई है, तो पत्थर बन कर कोने में खड़ी हो गई। मैं भी देखती हूं, मेरे होते हुए मेरे पोते को कौन गिरफ्तार करके लेकर जाता है।" दादी ने भड़कते हुए कहा।
विराट के गिरफ्तार होने की बात सुनकर सिंघानिया फैमिली बुरी तरह से बौखला गई थी।
"आई वांट टू कॉल माय लॉयर एंड एक कॉल करने का हक तो किसी भी मुलजिम को होता है... इंस्पेक्टर!" विराट ने बदतमीजी से कहा।
"जी जरूर.... लेकिन पुलिस स्टेशन पहुंचकर। वहां जाने के बाद आप जिसे चाहे उसे एक कॉल कर सकते हैं मिस्टर सिंघानिया..... और रास्ते में यह भी सोच लीजिएगा कि रात के 3:00 बजे आपने सजल अली को 28 बार कॉल क्यों किया ... या उसके लिए भी आपको लॉयर से पूछना पड़ेगा कि आपने सजल को कॉल क्यों किया ... क्योंकि आप अपने सारे काम उन्हीं से पूछ कर ही तो करते है", इंस्पेक्टर शर्मा ने विराट की बदतमीजी का जवाब देते हुए बोला।
"ट्रस्ट मी इंस्पेक्टर ..... मै रात के तीन बजे से पहले सो चुका था। आप पाखी से पूछ सकते हो। मैंने सोने से पहले पाखी को कॉल भी किया था। उस वक्त रात के तकरीबन 12:00 बज रहे थे। पाखी मेरे लिए गवाही दे देंगी। आई डोंट थिंक उसके बाद आपको मुझे अरेस्ट करने की जरूरत पड़ेगी।" विराट ने पाखी की तरफ देखा।
"अब यह कैसे बच्चों वाली बात हुई... मिस पाखी आपके साथ थोड़ी ना सोई थी, जो उनकी गवाही काम आएगी। यह लैला मजनू वाले फैसले पहुंचने पुलिस के सामने नहीं चलते। अब अब चुपचाप चलिए, वरना मुझे जबरदस्ती करनी पड़ेगी।” इस्पेक्टर शर्मा का मूड थोड़ा बिगड़ चुका था।
"इंस्पेक्टर अगर कुछ ले देकर... काम.... " बोलते बोलते मिस्टर राम सिंघानिया रुक गए।
"आप एक ऑन ड्यूटी ऑफिसर को रिश्वत देने की कोशिश कर रहे हैं मिस्टर सिंघानिया।” इस्पेक्टर शर्मा ने अपने बिगड़ते हुए मूड से राम सिंघानिया का रुख किया “अभी तो मैं आपको वॉर्निग देकर छोड़ रहा हूं लेकिन अगली बार आपने यह करने की कोशिश की, तो मिस्टर विराट सिंघानिया से पहले मैं आपको अरेस्ट करूंगा", इंस्पेक्टर शर्मा मिस्टर राम सिंघानिया की इस हरकत से खुद को बहुत गुस्से में महसूस कर रहे थे।
बाहर मीडिया खड़ी थी और मिस्टर राम सिंघानिया बिल्कुल नहीं चाहते थे कि मीडिया के सामने पुलिस विराट को गिरफ्तार करके लेकर जाए। पहले ही उनके फैमिली फंक्शन में सजल की लाश मिलने की वजह से उनकी फैमिली पर मिडीया को सवाल उठाने का मौका मिल गया था। उस पर अगर विराट की गिरफ्तारी की बात बाहर आई, तो बात उनके बिजनेस पर भी आ सकती थी।
" भाई सजल को कॉल क्यों नहीं कर सकते ऑफिसर? सजल हमारे क्लॉथिंग ब्रांड की मॉडल थी। तो किसी भी क्लाइंट के पास एक ऑफिशल कॉल कभी भी जा सकता है। आप ऐसे छोटे-मोटे कॉल की वजह से भाई को अरेस्ट नहीं कर सकते" ,पूरब ने बीच-बचाव करने की पूरी कोशिश की।
मामला बिगड़ता देख पाखी ने मोर्चा संभाला। "जब विराट ने कुछ किया ही नहीं, तो उसे पुलिस स्टेशन जाने में क्या प्रॉब्लम है. एक बार उसका बयान हो जाएगा तो पुलिस उन्हे आप उसे छोड़ देगी। आप बिल्कुल फिक्र मत कीजिए। मैं हूं ना...."पाखी ने उन सब को समझाते हुए कहा।
दादी यह सुनकर पाखी पर और ज्यादा भड़क गई।"अरे तू है, तभी तो यह सब मुसीबते आ रही है हमारे सिर पर। वो बाहर तेरे रिश्तेदार मीडिया वाले खड़े हैं। अगर उन्होंने टीवी पर ये खबर दिखा दी, तो पूरे रिश्तेदारों को पता चल जाएगा। इन सबसे बदनामी तो हमारी ही होगी। एक तो ऐसे ही तेरे साथ शादी करवा रहे हैं, तो किसी को मुंह दिखाने के काबिल नहीं रहे। ऊपर से यह सब हो रहा है।", दादी पाखी को भला बुरा कहने का एक भी मौका नहीं छोड़ रही थी।
इन सबके बीच पूरब कुछ सोचने लगा। कुछ देर सोचने के बाद वह बीच में बोला "अगर आप एक कॉल डिटेल को सबूत मानकर भाई को अरेस्ट कर रहे हैं तो भाई का मोबाइल तो कोई भी इस्तेमाल कर सकता है। वैसे भी भाई सच बोल रहे हैं। वह रात को 12:00 बजे सो चुके थे। उनके सोने के बाद उनका मोबाइल मेरे पास था। कल पार्टी में इनवाइट करने के लिए मैंने ही सजल को काॅल किया था। अक्सर वह एक या दो काॅल के बाद फोन पिक कर लेती है। कल बार-बार कॉल करने के बाद भी उसने कॉल नहीं उठाया तो मुझे थोड़ी चिंता होने लगी। मैं उसे बार-बार कॉल करने लगा। अब बताइए आप किस आधार पर भाई को रेस्ट करेंगे।” पूरब ने कहा तो सब उसकी तरफ हैरत भरी निगाहों से देखने लगे। वहां खड़े किसी भी व्यक्ति ने यह उम्मीद नहीं की थी पूरब यह सब बोलेगा। पूरब ने जिन हालातों में ये सब कहा, उन हालातों में यह सोचना भी मुश्किल था, वह सच कह रहा है या झूठ।
“ऐसी सिचुएशन में तो मुझे आपको भी अरेस्ट करना पड़ेगा मिस्टर पूरब सिंघानिया” इस्पेक्टर शर्मा बोले “अगर आपने कबूल कर ही लिया है कि मिस्टर विराट के फोन से आपने सजल को फोन किया था, तो चलिए साथ में पुलिस स्टेशन। अब वही चलकर बयान दीजिए। बाकी जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आएगी, तो सारा सच अपने आप सामने आ जाएगा।"
“मगर अब तो सिर्फ मैं आपके साथ जाऊंगा ना, भाई का बीच में क्या रोल है?” पूरब के चेहरे पर हल्की परेशानी वाली लकीरें थी।
“भाई का कोई रोल नहीं, मगर हम आपकी बात को यकीन नहीं कर सकते, ऐसे मामलों में एक भाई अपने भाई को बचाने के लिए कुछ भी कर सकता है। सच क्या है यह जांच के बाद ही पता चलेगा, लेकिन तब तक जो कहा है उसी को आधार बनाकर कार्रवाई आगे बढ़ाई जा सकती है।” पूरी बात कहने के बाद इंस्पेक्टर शर्मा ने थोड़ा आदेशात्मक और एटीट्यूड वाला रुख अपनाते हुए कहा “चलो अब तुम दोनों भाई, इससे पहले कोई और फैमिली मेंबर बीच में कुदे, मैं हीं तुम दोनों को यहां से ले जाता हूं।” इंस्पेक्टर ने अपने पीछे खड़े हवलदारों को देखा। हवलदार को देखने के बाद उसने दोनों ही भाइयों को ले जाने के लिए कहा।
इस्पेक्टर शर्मा पूरब को भी अपने साथ ले जाने लगे.... की विराट ने पूरब को साइड किया और इस्पेक्टर से कहा,"कॉल मेरे मोबाइल से गया था इंस्पेक्टर। तो सिर्फ मै आपके साथ पुलिस स्टेशन चलूंगा। बाकी पूरब अभी बच्चा है। उसे इन सब बातों की समझ नहीं है। वह मुझे बताने के लिए बेमतलब झूठ बोल रहा है।"
कंडीशन कॉम्प्लिकेटेड हो गई थी। विराट और पूरब दोनों ही एक दूसरे के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार थे। हालांकि इससे स्थिति और बिगड़ने ही वाली थी। साथ में यह मुश्किल भी होने वाला था कि सच क्या है और झूठ क्या है।
सिंघानिया परिवार मूल रूप से राजस्थान का रहने वाला था। लेकिन राम सिंघानिया के पिताजी श्री स्वरूप सिंघानिया अपने काम को विस्तृत करने के लिए मुंबई आए थे। मुंबई में सिंघानियाज के एक से ज्यादा बिजनेस थे। एक्ट्रेस सजल अली सिंघानिया से क्लोथिंग ब्रैंड की ऑफिशियल मॉडल थी।
पाखी पहले भी कई बार सजल से मिल चुकी थी ।सजल के सिंघानिया परिवार के साथ प्रोफेशनल और पर्सनल रिश्ते काफी अच्छे थे। यहां तक की सजल पूरब के साथ ही पढ़ती थी। पूरब के साथ-साथ उसे विराट के रूप में भी एक अच्छा दोस्त मिला था। हालांकि इसे अच्छी दोस्ती नहीं कहा जा सकता, अगर कोई साथ पढ़ता हो तो थोड़ी बहुत दोस्ती तो हो ही जाती है।
मिस्टर राम सिंघानिया और जानकी देवी की सारी कोशिशें नाकामयाब रह गयी। इंस्पेक्टर मोहित शर्मा विराट को अरेस्ट करके होटल से बाहर ले जा रहे थे। उन्होंने पूरब को ले जाने का फैसला छोड़ दिया था, क्योंकि उसके कहने के अंदाज से ही पता चल गया था वह नाटक कर रहा है। जैसे ही मीडिया ने इंस्पेक्टर के साथ विराट सिंघानिया को देखा, सब दौड़ कर उनकी तरफ आए। “मिस्टर विराट, मिस्टर विराट” यह शोर कुछ ही पलों में वहां गूंज पड़ा। थोड़ी धक्का-मुक्की हुई जिसके बाद इस्पेक्टर शर्मा विराट को लेकर पुलिस वेन में चले गए।
★★★
पुलिस स्टेशन.....
विराट को पुलिस के साथ देख कर रिपोर्टर्स पहले ही समझ चुके थे कि विराट का सजल की मौत से कहीं ना कहीं कोई कनेक्शन जरूरी था। तभी पुलिस ने उसे अरेस्ट किया था। पुलिस के आने से पहले ही कुछ मीडिया पर्सन वहां पर पहुंच चुके थे और उन्होंने पुलिस स्टेशन के गेट को घेर कर रखा था। हालांकि पुलिस उन्हें हटाने की पूरी कोशिश कर रही थी लेकिन वह चाहते थे कि इंस्पेक्टर शर्मा आगे आकर कोई अधिकारिक बयान दें। वही मीडिया रिपोर्ट और प्रोग्राम में इस बात को लेकर बहस होने लगी थी कि विराट ने सजल को क्यों मारा। मीडिया वैसे भी मुद्दे को बढ़ा चढ़ाकर पेश करती है, तो वहां हर उस कारण की खोज कर ली गई थी जो सजल को मार सकता था।
विराट को पुलिस स्टेशन ले जाने के बाद इंस्पेक्टर शर्मा मीडिया से बात करने के लिए आगे आए।
"जैसा कि आप सबको पता है, कि होटल मीनाज मे जो लाश मिली थी, वो एक्ट्रेस सजल अली थी। मिडिया आम जनता के साथ संपर्क का सबसे अच्छा साधन है। हम इस केस की जानकारी आप लोगों को देते रहेंगे, मगर मेरी आप लोगों से हंबल रिक्वेस्ट रहेगी, कोई भी गलत खबर दिखा कर जनता को भ्रमित करने की कोशिश मत कीजिएगा। मिस्टर विराट सिंघानिया को अभी यहां सिर्फ पूछताछ के लिए लाया गया है। वह यहां पर बयान देने के लिए आए हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि उन्होंने ही सजल का मर्डर किया होगा। जल्द ही असली अपराधी आप सबके सामने होगा। मैं उम्मीद करता हूं कि आप किसी की भी नेगेटिव पब्लिसिटी नहीं करेंगे। बाकी यहाँ पुलिस स्टेशन के आगे घेरा जमा कर बैठने से भी कुछ नहीं होगा। पुलिस अपना काम कर रही है और आप उन्हे शांति से करने देंगे तो ज्यादा अच्छा होगा।", इंस्पेक्टर शर्मा ने मीडिया को कोई भी सवाल पूछने का मौका नहीं दिया और अपना रटा रटाया जवाब देकर वापस पुलिस स्टेशन के अंदर चले गए।
इंस्पेक्टर शर्मा विराट का बयान देने के लिए जा ही रहे थे कि एक कॉन्स्टेबल कल रात को सीसीटीवी फुटेज लेकर आया। उसे होटल में ही सीसीटीवी फुटेज जब्त करने और उन्हें देखने के लिए कह दिया गया था।
"कुछ मिला इसमें ,जो देखने लायक हो? कुछ जरूरी हो तभी बताना। वरना मैं विराट का बयान लेने जा रहा हूं। बड़ी टेढी खीर लग रहा है। कानून की भी अच्छी खासी जानकारी है। मुझे यह जल्दी से मुंह खोलने वाला नहीं लगता। ऊपर से बार-बार सबके कॉल आ रहे है। जैसे हम पुलिस ना होकर कोई भगवान हो, जो 8 घंटे पहले मिली लाश की मर्डर मिस्ट्री सॉल्व कर देंगे", इंस्पेक्टर शर्मा ने थके स्वर में कहा।
"सर कुछ मिला है, तभी तो यहां तक लेकर आया हूँ" कांस्टेबल ने लैपटॉप में इंस्पेक्टर को फुटेज दिखाते हुए कहा, "यह देखिए होटल के पीछे के हिस्से का फुटेज है। यह आदमी सजल का गला दबाने की कोशिश कर रहा है।"
“आदमी अब यह कौन है..” इस्पेक्टर शर्मा के दिमाग के तार एकदम से रुक गए। “जरा जूम करो, कुछ साफ दिखाई नहीं दे रहा। यह आदमी जान बुझ कर इस एंगल में खड़ा है मानो उसे पता हो पीछे सीसीटीवी लगा है।", इंस्पेक्टर ने कॉन्स्टेबल को बोला।
"लेकिन सर जूम करने के बाद भी कुछ दिखाई नहीं दे रहा है। इस आदमी की पीठ कैमरा की तरफ है और उस हिस्से मे सिर्फ एक यही कैमरा लगा था। होटल के इस हिस्से में कोई आता - जाता नहीं है। मैंने होटल स्टाफ से पूरी पूछताछ कर ली है।"
"यह आदमी कौन हो सकता है? जो भी हो, इसे सेकंड सस्पेक्ट में ऐड कर दो।"
इस्पेक्टर शर्मा और कॉन्स्टेबल बार-बार उस आदमी का चेहरा जूम करके देखने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा था कि आखिर वह इंसान कौन था, जो सजल का गला दबा रहा था।
कमशः...
#लेखनी
Seema Priyadarshini sahay
07-Feb-2022 06:20 PM
बहुत ही रोचक👌👌
Reply
Karan
28-Dec-2021 03:02 PM
Nicely... Written
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