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रीयूनियन

वे पांचों दोस्त सालों बाद अपनी रीयूनियन पार्टी में मिल रहे थे।

"चलो मैं सबके फोटोज़ क्लिक कर लेता हूं।" वेदांत ने कहा और बाकी चारों, अंकित, कबीर, रोहित, प्रखर को लाइन में खड़ा करके वेदांत ने उनके हाथों में एक आइना इस तरह से पकड़ा दिया जिससे वेदांत भी फोटो में नजर आ सके।

फोटो सेशन खत्म होने के बाद सभी बैठकर बातें करने लगे। आगे बढ़ते बढ़ते क्या क्या खोया सब एक दूसरे को बता रहे थे। दो दिन बाद सब अपने अपने काम पर, अपने अपने घर, अपने अपने शहर लौट गए। 

एक दिन कबीर रीयूनियन की तस्वीरें देख रहा था मगर तभी वह हैरान रह गया किसी भी तस्वीर में वेदांत नजर नहीं आ रहा था। 

उसे कुछ समझ नहीं आया तब उसने वेदांत के नंबर पर कॉल किया मगर वेदांत का फोन स्विच्ड ऑफ था। कबीर ने वेदांत के घर पर कॉल किया मगर किसी ने भी कॉल नहीं उठाया फिर थोड़ी देर बाद कबीर के पास वेदांत के घर से उसके पापा का कॉल आया।

कबीर उनसे ऊछने लगा - "अंकल वेदांत कहां है?" 

वेदांत के पापा बोले - "कबीर बेटा वेदांत नहीं रहा।"

कबीर हैरानी से बोला - "कब हुआ? यह सब कैसे हो गया अंकल?" 

वेदांत के पापा ने कहा - "वह रीयूनियन पर तुम सबसे मिलने आ रहा था और तभी उसका एक्सीडेंट हो गया। उसकी कार पहाड़ी से गिर गई।" 

कबीर ने प्रखर, अंकित और रोहित को बताया। कबीर के कॉल के बाद उन सबने भी अपने अपने घर में रीयूनियन के फोटोज़ देखे तो हैरान थे, वेदांत कहीं नहीं था। 

अलग अलग शहरों में अपने अपने कमरे में सबको एक ही आवाज़ सुनाई दी "रीयूनियन मिस नहीं कर सकता था सालों, तुमसे पहले तो जिंदगी और मौत भी नहीं है।"

#रीयूनियन

आयुषी सिंह

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2 Comments

Satendra Nath Choubey

30-May-2021 06:25 AM

अच्छी कहानी

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