यस आई एम— 37
★★★
एक दिन वह लड़की रेस्टोरेंट में बैठी हुई काम कर रही थी तभी उसे किसी की कॉल आ है जिसे वह यह कह कर कट कर देती है कि कुछ ही देर में आ रही हूं। कॉल कट करने के बाद वह अपने दद्दू को यह बोल कर चली जाती है कि उसे कुछ जरूरी काम है। उसके दद्दू उसे कुछ पूछ पाते वह तब तक रेस्टोरेंट से बाहर चली गई। कुछ ही देर में वह उस जगह पहुंच गई जहां पर उसे जाना था वह जगह कोई ओर नही बल्कि पुलिस स्टेशन था।
वह बहुत ही जल्दबाजी में पुलिस स्टेशन पहुंची थी वहां पहुंचते ही वह हांफते हुए इंस्पैक्टर से बोली। "क्या हुआ सर मुझे इतनी जल्दबाजी में यहां पर क्यों बुलाया है?"
वह आगे कुछ पूछ पाती इंस्पेक्टर उसकी बात को बीच में ही काटते हुए बोला। "वह दरअसल बात यह है कि उस लड़के की मौत का कारण पता चल गया है और उसका फोन भी अनलॉक हो गया है तो सोचा आप को भी बता दूं।"
"क्या हुआ इंस्पेक्टर साहब? इस केस से मेरा क्या लेना देना है?" वह घबराते हुए पूछती है। ऐसा लग रहा था मानो उसकी इंस्पैक्टर को उसके किए सारे काम पता चल गए हो।
"आपका लेना देना है भी और नही भी......। वैसे भी उस वक्त आप क्राइम सीन पर मौजूद थी तो इस तरह से आप भी इस केस का हिस्सा हुई।
जब हम लोगों ने उस लड़के का फोन अनलॉक किया तो हमें कॉल हिस्ट्री में लड़के की दोस्त मीरा का नंबर मिला और आखिरी मैसेज भी मीरा ने ही भेजा था जिसमें लिखा हुआ था कि मै फैक्ट्री आ रही हूं। इसके अलावा जब हम लोगों ने उस लड़के के सोशल मीडिया अकाउंट की छानबीन की तो पता चला कि वह लड़का किसी लड़की को पसन्द करता था और मीरा अपने दोस्त से प्यार करती थी जिस वजह से उसने अपने दोस्त जिससे वह लड़की फंस जाए या फिर चिड़ावत में अपने दोस्त को ऐसी खतरनाक जगह पर भेज दिया। जितने सबूत मिले है उनके हिसाब से तो ये सब मीरा का ही किया हुआ काम लग रहा है बाकि अभी तक हमारे पास कोई ठोस सबूत है भी नही।"
"ओह गॉड गॉड! प्यार में लोग इतने पागल हो जाते है की इस हद तक चले जाते है।" वह बड़ी हैरानी के साथ बोली।
"हां, कुछ भी हो सकता है कोई भरोसा नहीं इन आशिकों का। आप बच कर रहना।" इतना कहने के बाद इंस्पेक्टर हंसने लगा।
"जी ठीक है। अगर मेरा काम हो गया हो तो क्या मै जा सकती हूं? मुझे रेस्टोरेंट में बहुत सारे काम करने है।" लड़की परेशान होते हुए बोली।
"हां, आप जा सकती है। वैसे भी आपको बस केस के बारे में बताना था।" इंस्पेक्टर कुछ सोचते हुए बोला।
इतना सुनते ही वह पुलिस स्टेशन से सीधा रेस्टोरेंट में वापिस आ गई। उसके वापिस लौटते ही दद्दू ने उस से पूछा "इतनी जल्दबाजी में कहां पर गई थी?"
"कही नही दद्दू । वो कल लड़के की मौत के बारे में आपको बताया था ना। पुलिस ने बस उसी के सिलसिले में बुलाया था।" लड़की ने बिना किसी भाव के जवाब दिया।
"क्या हुआ? तुम्हारा उस केस से जब कोई लेना देना नही फिर उन लोगों ने तुम्हें वहां पर क्यों बुलाया?" दद्दू ने घबराते हुए पूछा।
"कुछ भी नही दद्दू। आप भी ना मुझे लेकर कितने पोसेजिव हो। बस कुछ फॉर्मल्टीज पूरी करनी थी उसी सिलसिले में बुलाया था।" उसने किसी मासूम बच्चे की तरह जवाब दिया।
"ओह! फिर ठीक है।" इतना कहने के बाद दद्दू ने चैन की सांस ली और अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए बोले। "अब तुम भी जाकर अपना बाकी का काम कर लो और ऐसी जगहों से दूर रहा करो।"
"ठीक है।" इतना कहने के बाद वह जाकर अपनी जगह पर बैठ गई। कुछ देर काम करने के बाद वह काम करते हुए बीच में ही रुक गई और खुद से बातें करने लगी।
"क्या तुम लोगों ने इंस्पेक्टर की कही हुई बातों को ध्यान से सुना। अगर सुना होगा तो बेशक वे आपको याद होंगी। प्यार में पागल लोगों का कोई भरोसा नहीं। मैने प्यार में पागल इसलिए बोला क्योंकि प्यार कभी किसी को नुकसान नहीं पहुंचाता। अगर वह प्यार पागलपन बन जाए तो फिर कुछ भी हो सकता है। अब मीरा और उदय को ही देख लो। मीरा उदय के लिए कुछ भी कर सकती थी और उदय मेरे लिए कुछ भी कर सकता था। कुल मिला कर कहा जाए तो उन दोनों में कौन किस से ज्यादा पागल था यह पता करना मुश्किल ही था।
मीरा को तो मैंने उसी दिन ही अच्छे से समझा दिया था कि अगर दोबारा मेरे पास तुम इस बात को लेकर आई तो मै तुम्हारी और तुम्हारे दोस्त की पुलिस में कंप्लेन कर दूंगी। बेचारी मीरा अपने प्यार के लिए झुक गई। ये प्यार भी ना जाने क्या क्या करा देता है जिस से मीरा प्यार करती थी उसी के लिए लड़की को मना रही थी। अगर मै उसकी जगह होती तो लड़की को ही टपका देती। पर सब मेरे जैसे बहादुर भी तो नही होते जो खून खराबा कर सके। खैर बेचारी मीरा बहुत ज्यादा ओवर स्मार्ट बन रही थी कर दिया उसका इलाज।
अब मीरा के बारे में तो सब कुछ बता दिया। अब उदय बच गया है उसके बारे में कॉफी पीते हुए आपको पूरी स्टोरी बताऊंगी कि कैसे वह वहां पर पहुंचा और कैसे उसका मर्डर हुआ।" इतना कहते ही वह लड़की चुप हो गई और फिर हैरान होते हुए बोली।
"मर्डर! ये क्या कह दिया। उसका मर्डर ही हुआ है और वो भी फुल प्लानिंग के साथ। आप लोग सोच रहे होंगे कि ये सब मुझे कैसे मालूम है? अरे आप लोग कितने मासूम हो मर्डर करने वाले को ही मालूम नही होगा कि मर्डर कैसे हुआ फिर किसे मालूम होगा, मीरा को। " इतना कह कर वह लड़की मन ही मन जोर जोर से हंसने लगी और फिर बोली। "बाकि की बैकस्टोर आप लोगों को काम के साथ साथ बताऊंगी। आप लोग भी मेरी तरह कॉफी मग लेकर कहानी सुनने के लिए बैठ जाइए।"
★★★
To be continued.....
Sandhya Prakash
03-Jan-2022 08:26 PM
🤔🤔👌👌💪
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साहित्य का अनूठा संगम
02-Jan-2022 05:37 PM
Good story h apki
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kapil sharma
02-Jan-2022 10:01 AM
👍👍👍
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