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यस आई एम— 42



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जाती हुई लड़की को उदय देखता रह गया। उसके जाने के बाद वह वहां पर काफी देर तक रुका रहा और फिर वहां से चला गया। 



एक दिन लड़की रेस्टोरेंट में अपने काम में बहुत ज्यादा बिजी थी तभी वहां पर उदय आ गया जो लड़की को देखकर अजीब से रिएक्शन देने लगा। वह काम की वजह से पहले से ही बहुत परेशान थी बाकि उदय के आने के बाद ओर भी ज्यादा परेशान हो गई। कुछ दिन से उदय लगातार उसे दोस्ती करने वाली बात की वजह से परेशान कर रहा था की वह उससे दोस्ती करेंगी या नही। थक हार कर उसे दोस्ती के लिए हां करनी पड़ी। दोस्ती तक तो ठीक था पर उसे अब रिलेशनशिप में भी आना था जिसकी वजह से लड़की का दिमाग घूम गया।



उदय को देखकर लड़की ने अपना नाक और भौंहे सिकोड़नी शुरू कर दी। वह कुछ सोच पाती या फिर कोई ज्ञान दे पाती उस से पहले ही वहां पर उदय आ गया और आते ही हर बार की तरह बस एक ही बात पूछी। "उस बारे में क्या सोचा है?"



लड़की अपने मन में चल रहे शैतानी भावों को छिपाते हुए बोली। "अभी तो सोच रही हूं, वैसे भी अच्छी चीजों के बारे में ज्यादा सोचा जाता है।" इतना कहकर लड़की ने एक हल्की सी मुस्कान पास की जिसे देखकर उदय भी खुश हो गया और पास में ही बनी एक टैबल पर जाकर बैठ गया। 



उसके जाते ही लड़की ने गहरी सांस ली जिससे वह सामान्य हो सके और अपने गुस्से पर काबू पा सके। उसके बाद वह खुद से ही बातें करते हुए बोली। "ये लड़के भी ना अजीब अजीब सी अफवाहें फैला कर रखते है। कुछ दिन पहले मैंने मूवी में एक लाइन सुनी थी हंसी तो फंसी। कोई लॉजिक भी है इस बात में...........नही ना।" वह अपनी बात हाथों को फैलाते हुए बोली। "हंसती लड़की है पर फंसते हमेशा लड़के है। इन पागल लड़कों का कुछ नही हो सकता..............कोई इन्हें समझो रे, लड़की तो हंसती ही पर ये मूर्ख उसे प्यार समझ बैठे उसमें उन लोगों की गलती है, इसमें हम कुछ नहीं कर सकती। इसके ऊपर कुछ दिन पहले ही मैंने एक लाइन पढ़ी थी।



हंसना हर लड़की की अदा है,

कोई मूर्ख उसे प्यार समझे, वह गधा है।



जैसा एक........कुछ देर पहले ही गया है।" इतनी बात कहने के बाद वह बेचारा सा मुंह बनाने लगी। 





बहुत देर तक ना चाहते हुए भी वह उदय की बेफिजूल की हरकतों को झेलती रही पर जब वह वहां से चला गया उसके वहां से जाने के तुरन्त बाद मीरा रेस्टोरेंट में आ गई। उसके आते ही लड़की ने अपना काम करना शुरू कर दिया। जैसे ही मीरा वहां पर आई वैसे ही लड़की ने अपनी आंखे बंद कर ली जिस से पता चल रहा था की अभी वह कुछ सोच रही है। वह कुछ देर तक इसी पोजीशन में बैठी रही और फिर मीरा की तरफ़ देखने लगी। जो अपने फोन में कुछ टाइप कर रही थी। मीरा लड़की की तरफ पीठ किए हुए बैठी थी जिसकी वजह से उसके फोन की स्क्रीन लड़की को दिख रही थी। थोड़ा ध्यान से देखने पर पता चला की वह इस वक्त उदय के साथ बात कर रही थी जिसे लड़की ने मीरा के दिमाग को अपने काबू में करने के बाद सारी चैट को बदल दिया।





 चैट करती हुई मीरा की तरफ देखते हुए वह बोली। " अगर कोई इस चैट को पढ़ लेगा तो वह यह ही बोलेगा की मीरा को उदय का मुझे पसंद करना रास नही आया जिसकी भड़ास वह उदय के ऊपर निकाल रही है। अब कोई मुझे ये मत पूछना की मैने ये क्या किया.......और कैसे किया? इतने दिनों में तो आप लोगों को पता चल ही गया की मै दिमाग को काबू में करती हूं और अपनी मर्जी से सामने वाले बंदे से कुछ भी करवा सकती हूं। अब मैंने ये मैसेज क्यों किए..........? सिंपल सी बात है अब अगर आगे कोई भी पंगा हुआ तो उसमें मीरा फंसेगी.............मै नही। अब आगे जो भी होगा वह तो आप लोग देख ही लेंगे। कुछ चीजे सस्पेंस में छोड़नी ही बेहतर होती है।









इस तरह से मीरा और उदय दोनों का का रेस्टोरेंट में आना जाना लगा रहा। इसके साथ साथ लड़की उन दोनो दोस्तों के बीच लड़ाई करवाने और उदय को अपनी तरफ अट्रैक्ट करने का काम करती रही क्योंकि लड़की को उदय के पागल पन के दौरे को इतना ज्यादा बढ़ाना था की वह उसके पीछे इतना ज्यादा पागल हो जाए की वह उसके पागलपन के दौरों को हमेशा हमेशा के लिए बंद कर दे।





एक दिन दद्दू किसी काम के सिलसिले में बाहर गए हुए थे जिसकी वजह से सारे काम की जिम्मेदारी लड़की के ऊपर थी लड़की हर बार की तरह अपनी जगह पर बैठी हुई काम कर रही थी और मीरा उस से कुछ दूरी के फासले पर बैठी हुई थी। तभी वहां पर एक वैटर आया जिसने बताया की रेस्टोरेंट का सारा बर्फ खत्म हो गया है जिसको अभी मांगना जरूरी हैं क्योंकि आज के दिन एक बिजनेस मैन के यहां से बड़ा ऑर्डर आया हुआ है जिसमें बर्फ की बहुत जरूरत है।





वह लड़की इतना सुनकर हैरानी से बोली। "ऐसे कैसे बर्फ खत्म हो गया? तुम लोगों ने पहले ध्यान नहीं दिया क्या? अभी तो दद्दू भी यहां नही है और ना ही कोई ऐसा जिम्मेदार शख्स है जिसे वहां पर भेज सकती।" इतना कहने के बाद वह लड़की कुछ सोचने लगीं और फिर बोली। "तुम जाकर अपना काम करो, मै जाकर देखती हूं मुझे क्या करना है।"





वेटर, लड़की की बात सुनकर वहां से चला गया और वह फोन में किसी का नंबर सर्च करने लगी। नंबर मिलते ही लड़की ने नंबर डायल किया और कुछ ही देर में सामने से किसी ने कॉल रिसीव भी कर ली। कॉल रिसीव होते ही वह लड़की उतावलेपन के साथ बोली। "हमारे रेस्टोरेंट में बर्फ खत्म हो चुकी है। आप लोग इमिडेंटली बर्फ भिजवा सकते हो क्या?"





सामने वाले बंदे ने बुझे से अंदाज में जवाब दिया। "सॉरी मैम! आज हम लोग बर्फ नही भिजवा सकते हमारे यह आज के दिन ज्यादातर वर्कर्स छुट्टी पर है और बाकी काम में लगे हुए है। या तो आपको यहां पर आकर बर्फ ले जाना पड़ेगा या फिर किसी को बर्फ लेने भेजना पड़ेगा।" 



"ठीक है, कुछ देर में आती हूं। आप ऑर्डर तैयार रखना।" इतना कहते ही उसने कॉल कट कर दी। उसके बाद किसी को आवाज लगाने लगी। कुछ ही देर में वहां पर एक गार्ड आ गया। 

"बाकि के कहां है?" वह कड़क लहजे में बोली।



"मैम! कुछ तो मालिक के साथ गए हुए है और कुछ काम पर लगे हुए है।" इतना कहते ही वह गार्ड चुप हो गया।



"ठीक है। चार हट्टे कट्टे लोगों को अभी के अभी भेजो। मुझे रेस्टोरेंट के लिए बर्फ लेने जाना है।" वह ऑर्ड यूजर देते हुए बोली।



"ठीक है।" इतना कहते ही वह गार्ड वहां से चला गया। कुछ ही देर बाद चार लोग वहां पर आ गए। उनके आने के बाद वह उन्हें साथ ले कर बर्फ फैक्ट्री चली गई।



मीरा उस लड़की को बहुत देर से देखकर रही थी। जब लड़की अपने काम के बारे में बात कर रही थी उस वक्त मीरा ने किसी को एक मैसेज भेजा था ‘वो बर्फ फैक्ट्री जा रही है तुम भी वही आ जाओ।’ लड़की के वहां से जाने के बाद मीरा भी वहां से बाहर निकल गई और बाहर निकलते ही उसने किसी को कॉल किया और कॉल रिसीव होते ही इतना ही बोला कि वह यहां से निकल चुकी है।





मीरा को के वहां से जाने के बाद लड़की मंद मंद मुस्कुराने लगी जो उसे खतरनाक बना रही थी वह अपनी हंसी पर काबू पाते हुए बोली। "फाइनली इतने दिन से मै जो काम की प्लॉनिंग बना रही थी वह हो गई। इस काम के लिए मै इतने दिनों से उन दोनो पागल दोस्तों को झेल रही थी वरना मुझे उन दोनों को झेलने की कोई जरूरत नहीं थी। इसके लिए मुझे कितना कुछ करना पड़ा और किन किन पागल लोगों को झेलना पड़ा। मीरा के दिमाग को कंट्रोल कर चैट को इस तरह से लिखा जिसकी वजह से अगर बाद में इन्वेस्टिकेशन भी होने लगे तो उसमें देखने से साफ साफ ये ही पता चलेगा की मीरा ने चिड़ावट में अपने दोस्त का खून कर दिया है। वैसे तो मैं खून खराबे से दूर ही रहती हूं पर उदय खुद ही अपने अस्त होने वाले काम कर रहा था तो इसमें मेरी क्या गलती। मेरे पीछे जरूरत से ज्यादा पड़ गया तो उसको ठिकाने लगाना तो मेरा पहला काम बन गया।





इसके लिए पहले तो मैंने रेस्टोरेंट के बर्फ को इस तरह से सेट किया जिस की वजह से वह आज के दिन खत्म हो और साथ ही साथ आज के दिन दद्दू भी किसी काम के सिलसिले में वह सभी वैटर्स और बाकी के लोगों को अपने साथ ले जाए। जिसकी वजह से मै बर्फ लेने खुद अपने साथ ले जाऊं। अब मैं बर्फ लेने क्यों जाऊं......उसके लिए कौन सा लोगों की कमी है। सिंपल सा जवाब है लड़के, लड़की के पीछे इतने ज्यादा पागल हो जाते है की उसका पीछा करते हुए कही भी चले जाते है।"







अपनी बात पूरी करने के बाद लड़की गाड़ी में बैठ गई और आईस फैक्ट्री की तरफ रवाना हो गई। वह साइड मिरर में अपना पीछा करते हुए उदय को देख पा रही थी जिस से उदय अनजान था। सड़क पर गाड़ी दौड़ाने के बाद वे लोग आईस फैक्ट्री पहुंच गए जहां पर लड़की जाते ही अपने काम से रिलेटेड फॉर्मल्टीज़ पूरी करने लगी। काम के साथ साथ वह उदय पर नजर भी रखे हुए थे। जब फैक्ट्री के लोग अपने अपने काम में लग गए तो लड़की वहां से उठकर वहां से चली गई और एक जगह पर अचानक से कही गायब हो गई। उदय को लड़की का इस तरह से गायब हो जाना सही नही लगा और वह उसे इधर उधर देखने लगा। कुछ देर बाद उदय को लड़की आइस चैंबर की तरफ जाती हुई दिखाई दी। वह उसके पीछे इतना ज्यादा खो चुका था की वह वहां पर वार्निंग को भी नही पढ़ सका। जैसे ही वह उस कमरे के अंदर गया वैसे ही वह बर्फ के ऊपर गिर गया।

 



बर्फ बहुत ज्यादा ठंडी थी जिसकी वजह से बर्फ पर गिरते ही उसके हाथ उसी के हाथ चिपक गए। वह बर्फ से उठने की बहुत कोशिशें कर रहा था पर उसी सारी कोशिशें नाकामयाब साबित हो रही थी। जब उसने महसूस किया की वह उठने में असमर्थ है तब वह जोर जोर से चिल्लाने लगा। वह मदद के लिए किसी को बुला पता उससे पहले ही उसे अपने हाथों जलते हुए महसूस होने लगे, जिस वजह से वह पहले की अपेक्षा ओर जोर जोर से चिल्लाने लगा। उसका चिल्लाना सुनकर फैक्ट्री के लोग वहां पर आ गए पर बदकिस्मती से वे लोग जब तक वहां पहुंचे तब तक उसके प्राण पखेरु उड़ चुके थे। 





उसकी चीख सुनकर सभी लोग वहां पर पहुंच गए उन्होंने उदय की लाश को बर्फ के ऊपर से बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला। 





लड़की जिस तरफ उदय गया था उसकी ऑपोजिट डायरेक्शन से बाहर निकली और खुद से ही बातें करती हुई बोली। "फाइनली, उदय का अस्त हो चुका है। पागल खुद को क्या समझ रहा था की मुझे तो पता ही नही वह मेरा पीछा कर रहा था वह इसी बात से अनजान था जिसका उसे भुगतान करना पड़ा। जब वह मेरा पीछा करते हुए इस एरिया में आया तब मैने कुछ देर के लिए उसका दिमाग कंट्रोल कर उसे ये भ्रम करा दिया की मै उस रूम में जा रही हूं जहां पर बर्फ रखा हुआ है क्योंकि उसके दिमाग पर खुद का काबू नही था तो वह वार्निंग को पढ़ नही पाया और ठंडी मौत मारा गया।



अब कुछ लोग सोच रहे होंगे की वह बर्फ से कैसे मरा। इसके जवाब भी दे देती हूं। बर्फ की तासीर गर्म होती है जो चीज़ों को जला सकती है जैसे अस्त के हाथ जल गए। इसके अलावा बर्फ जब ज्यादा ठंडी हो तब वह कुछ देर के लिए पिछल जाती है पर फिर आस पास की नमी की वजह से जम जाती है। वही अस्त के साथ भी हुआ। जब उसके हाथ बर्फ के ऊपर पड़े तो वहां की बर्फ पिघल गई और आसपास के वातावरण से नमी लेकर जम गई जिसकी वजह से उदय के हाथ उसके ऊपर जम गए और फिर बर्फ की तासीर की वजह से जल गए।" इतना कहने के बाद वह मासूम बनने के लिए उस जग पहुंच गई जहां पर उदय की लाश पड़ी हुई थी।







इतना बताने के बाद लड़की ने लंबी गहरी आह भरी और फिर बोली। "ये थी उदय के अस्त होने की कहानी। किस तरह से क्या हुआ? अब आप समझ ही गए होंगे की मै क्यों नहीं फंसने वाली। कोई आकर ये ना पूछ ले की मुझे इतनी सारी चीजें कैसे मालूम है। तो सुनो दिन में 24 घण्टे होते है करने वाला इन 24 घंटे में बहुत कुछ कर देता है और ना करने वाला तो बस बातें ही करता रहता है। अब अगर आपको मर्डर करना हो तो फिर तो आपको हर छोटी छोटी बातों का ध्यान रखना पड़ेगा। इस तरह से मैने इस बार एक तीर से दो शिकार कर दिए उदय का काम तमाम कर दिया और मीरा को जेल में भेज दिया। अब मीरा ये भी नही कह सकती की उसने ये नही किया, प्रूफ के तौर पर चैट जो मौजूद है। उसे तो इस बारे में भी नही पता की मेरी और उदय की मुलाकात भी हुई थी। बेचारी.......इसलिए कहते हैं की इन प्यार व्यार के चक्कर से दूर रहना चाहिए कुछ बार आप फ्री में ही फंस जाते है जैसे मीरा। अब जरूरी नहीं हर बार लंबा चौड़ा एक्सप्लेनेशन दिया जाए इतने दिन साथ रहने के बाद तो बाते शॉर्टवे में समझ आ जाती है। इस बार तो मेरा श्लोक पढ़ने मिस हो गया पर जल्द ही मौका भी मिलेगा।" इतना कहने के बाद वह अपने काम में लग गई।



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To be continued

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1 Comments

Shivlal sager

07-Jan-2022 11:37 AM

Nice

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