लेखनी प्रतियोगिता -14-Jan-2022
कहानी में आज अपने इश्क़ की लिखती हूँ,
कुछ लफ्ज़ में तुज पर लिखती हूँ,
पर हाँ तेरा नाम नहीं लिख सकती हूँ,
क्योंकि मेरे सिवा कोई और तुझे सोचे ये में मंजूर नहीं कर सकती हूँ।
हमारी महोब्बत की कहानी भी बडी अजीब हैं,
जिससे हम अंजान थे, आज वही हमारी जान हैं,
नाम तक जिसका हमें पता नहीं था, आज उनसे जुडे हमारे किस्से हज़ार हैं,
ये तो सिर्फ शुरुआत हैं,अभी तो हमें साथ में पूरी जिंदगी बितानी हैं।
हमारी मोहब्बत की कहानी भी बडी अजीब हैं,
अगर देखने को मिल जाए वो हमें तो चेहरे पे दिखती सिर्फ हँसी ही हँसी हैं,
मुलाकात अभी हुई नहीं, पर ख्वाबों में मिलते हम हर रोज ही हैं,
उसने ये मोहब्बत हर किसीको बता दी है, पर हमारी तरफ से ये अभी भी छुपी हुई हैं।
तुझसे जुडे हर फैसले में इस दिल से लेती हूँ, तू ये मत सोच की ये दिल में नहीं रखती हूं,
अगर हो कोई शक तो देख लेना इसकी हर धडकन पर, क्योंकि इस पर में नाम सिर्फ तेरा ही लिखती हूँ,
सुबह और रात की यादों से दूर, में तो बीच रात में भी उठकर सिर्फ तुझे ही याद करती हूँ,
दूरियाँ भले ही हैं हम दोनों के बीच, पर आज भी में मोहब्बत सिर्फ तुझसे ही करती हूं।
करिश्मा खारवा
Abhinav ji
16-Jan-2022 08:28 AM
Nice
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Shrishti pandey
15-Jan-2022 11:21 PM
Very nice
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Seema Priyadarshini sahay
15-Jan-2022 03:26 PM
बहुत खूबसूरत
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