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एक मुलाक़ात....❣️( भाग - 6 )

अनीशा प्रिंसिपल सर के ऑफिर आई .............उन्हे विश कर के उन दो लोगो की तरफ देखा तो हैरान हो गई ............. समने बैठे दोनो लोगो भी हैरान थे ..............(वो दोनो कोई और नही अपने आरव जी और विवान जी थे जो आज एडमिशन के लिए आए थे ).............अनु अश्चर्य से उन्हें देख रही थी आरव तो मन ही मन खुश हो रहा था ............... क्योकि वो यही तो मांग रहा था भगवान से कि वो एक बार फिर अनु से मिल सके .............. अब तो एक साल का साथ मिल गया लेकिन वो अपनी खुशी जहीर नहीं होने दे रहा था ....................








तभी प्रिंसिपल सर बोले - "मिस अनीशा ये है हमारे नये स्टूडेंट ये लेट आए है ............. ये हमारी लंडन की कॉलेज से हि है और अब यहां अपना कॉर्स पूरा करेंगे .............आप को इस लिए बुलाया गया क्योंकि आपके बैच में आप हि ज्यादा काबील स्टूडेंट है तो आप इनकी हेल्प करेंगी न "?  




अनु पहले आरव को देखती है फिर प्रिंसिपल सर को देखते हुए बुलती है , '' यस सर मै जरूर हेल्प करूंगी आप टेन्शन मत लिजिए"  




सर मुस्कुराते हुए बोले - "थैन्यू बच्चे "




"इस्ट ऑके सर "अनू हल्का स्माइल देते हिए आराम से बोलती है और फिर आरव विवान को लेकर बाहर आ जाती है .........







अब तक आरव चुप था तो वो बोला  - '' हे मिस बवाल ''    अनु ने उसको  घूरा तो वो बोला  "सॉरी....सॉरी आय मीन मिस अनीशा"  वैसे फिर से मिलकर अच्छा लगा ( आरव अपने हाथो को आगे करते हुए बोला)    




अनु उसे इग्नोर करते हुए विवान से बोली - '' हेलो मिस्टर विवान आपसे फिर मिलकर अच्छा लगा .............''







आरव  को उसकी यें बेज्जाती लगी उसे अनु द्वारा इग्नोर करना बुरा लगा  वो  मन में बोला - '' ये लडकी समझती क्या है खुद को एक नंबर की नक चडी है कभी प्यार से बात हि नहीं करती मुझ से जैसे पिछले जन्म मे कुछ बिगाड़ा हो मैंने इसका  .......... पर कोई ना इस गुस्से को भी एक दिन कम कर हि दूंगा ...........!







विवान ने आरव की हालत देखका उसे चिड़ाने के लिए अनु से हाथ मिलाते हुए कहा - "हाएं अनिशा जी" मुझे भी बहुत अच्छा लगा ......वैसे आपकी वो दोस्त नही दिख रही विवान इधर उधर देखते हुए बोला   




अनु अपनी आंखे छोटी करते हुए बोली - " कौन मिशा या कोई और....अगर मिशा को पूछ रहे है आप तो वो अभी क्लास में है "   




विवान सोचते हुए बोला  - '' हाँ! वहीं मिशा जी.... तो हम भी चलते है क्लास में "




अनु वहां से जाते हुए बोली - "अब कोई फायदा नही है 5 मिनट में क्लास खत्म हो जाएगी तो हम कैंटिन चलते है वो वहीं मिलेगी हमें " वो कैंटिन कि तरफ बढ़ गई वो दोनों भी उसके पीछे चले जाते आए ......





कैंटिन में तीनो बैठे थे मीशा भी अनु को खोजते हुए आ गई कैटिन में उसने अनु को दो लडको के साथ बैठा देखा तो सोच में पड़ गई '' ये कही सपना तो नही जो लडकी लड़को से बोलती तक नही और अगर कोई बोले तो मुंह तोड दे वो आज लडको से बात कर रही है '' वो खुद में बात करते हुए आगे बड़ी उन लडको को  देखा तो हैरानी से बोली , '' आरे आप दोनो तो आदिश जीजू के दोस्त होना '' 




    

विवान उसे प्यार से देखते हुए बोला - "जी हां "   




मीशा ने देखा तो उसे इग्नोर करते हुए आरव से बोली - "तो आप दोनो यहां कैसे" आरव ने उसे सब बताया....




मीशा खुश होते हुए बोली - '' अरे वाह इसका मतलब अब आप दोनो हमारे  बैचमेट हो गए .......अब हमारे ग्रुप में चार लोग हो गए  .........  तो अब से हम लोग दोस्त  ........ इस बात पर अनु ने मीशा को  खा जाने वाले  नजरो से देखा जैसे अभी कच्चा खा जाएगी वो भी बिना नमक मिर्च के....







थोडी देर सब बैठे रहे मीशा विवान आरव अपनी बातो में लगे थे अनु अपने फोन में लगी हुई थी आरव ने देखा तो बोला - " हैलो मैडम माना तुम्हे मुझसे बात नहीं करनी ऐटलिस्ट  इनसे बोल सकती हो ......'' 







अनु उसे इग्नोर करती हुई मीशा से बोली  , '' क्लास का टाइम हो गया चले '' मीशा ने हां मे सर हिलाया और दोनो वहां से क्लास कि तरफ चली गई ......




आरव उसे देखता रह गया विवान आरव को देखकर बोला - " भाई भाभी तो तुझे घास भी नहीं डाल रही  ............




 उसके मुंह से भाभी सुनकर आरव सकपका गया और बोला - " ये ....ये क्या बकवास कर रहा दिमाग तो ठीक है तेरा वो भाभी कैसे हुई  ।।  







विवान उसके कंधे पर हाथ रखते हुए बोला - "भाई मेरा दिमाग तो एक दम ठीक है पर तेरे दिमाग में कुछ दिक्कत लग रही है तभी तो कुल्हाडी पर पैर मार रहा है .....वो नही पड़ने वाली इसमें  ............और तुझे देख कर लग रहा है  कि  कुछ तो छोल जरूर है .......जो लडका  लड़कियों से बोलता भी अपने मन के हिसाब से था आज वो बैचेन हो रहा है एक लड़की से बात करने के लिए ।।  







आरव मुँह बना के बोला - "तु सच्ची में पगला गया है कुछ भी बोल रहा है ऐसा कुछ नहीं है समझा" ।।  




विवान शरारती मुस्कान से बोल - "हम्म सही है सही ब्रो "




आरव चिड़ कर बोला  -  "क्या सही है देख ज्यादा दिमाग मत लगा समझा  .......... और चल क्लास का टाइम हो गया है वरना वो मेरी शेरनी कच्चा चबा जाएगी (फ्लो फ्लो मे वो बोल गया बाद मे पता चला कि वो बोला क्या ) .........   




विवान आरव को छेड़ते हुए बोला - "ओ हो मेरी शेरनी" ('' मेरी" उसने थोडा लम्बा खिचते हुए कहा और [पहला पहला प्यार है पहली पहली बार है खुनखुनाते हुए भाग गया]  




आरव उसे मारने भागा कैंटिन से बाहर भाग  कि तभी किसी से टकरा गया दोनों सम्हल नही पाए और जमीन पर गिर गए। आरव तो बस उसका चेहरा हि निहार रहा! क्योंकि जिससे वो टकराया था वो अनु हि थी वो अपना बैग लेने वहा आ रही थी ......अनु की आंखे गिरने के डर से बंद थी ........कुछ देर बाद  उसने आँखे खोली तो आरव की काली गहरी आखो मे खो गईं  ....... आरव भी उसकी भुरी आखों मे खोया था दोनो ऐसे ही गिरे थे....दोनों को ख्याल ना था की वो काॅलेज मे है और सब उन्हे ही देख रहे है .......... तभी विवान  की खाँसी की अवाज से दोनो होश मे आए और झट से उठ कर खडे हो गए ..........दोनों बिना एक दुसरे को देखे वहां से बाहर निकल गए! आरव विवान के पीछे भाग गया और अनु मीशा को अपने साथ खिच कर ले गई ............. थोडी देर बाद  कॉलेज खत्म हुआ और सब अपने अपने घर चले गए ।।    

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अनु का घर  

अनु घर आ कर सीधा कमरे में चली आई फ्रैस हुई और बालकनी में आ कर खड़ी हो गई और आज जो कुछ भी कॉलेज मे हुआ वो सोचने लगी पहला आरव का अचानक से उसके कॉलेज में एडमिशन लेना फिर छोटी सी बात पर लडना ।





अनु खुद से बोला - '' ये कैसी सी हो रही हूँ मैं.....मैं इतना तो नही लडती फिर जब जब उस लंगूर से मिलती हूँ तो लड़ने क्यूँ लगती हूँ .....और कैंटिन में क्या हो गया था मुझे मैं उसके आंखो में हि खो गई थी ......... पर कुछ तो अलग था उसकी आंखों में और उसके छुआन भी अलग थी अपनो कि तरह ....... फिर अपने  आप को समहाल के बोली ..... "ये.....ये" क्या सोच रही हूँ यार.... क्यो उसके बारे में सोच रही हूं ........ नहीं अनू फिर से नहीं कर सकती तू ऐसा एक बार तो टूट चुकी है अब नही ये सब बकवास बाते हैं (उसने खुद को समझाते हुए सर झटका और निचे आ गई)      

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आरव का घर     



आरव बैड पर लेटा था और कुछ अनु कि फोटो फोन में देख रहा था जो उसने चुपके से जयपुर में खींची थी - '' सोचा नहीं था कि मुझे भी "लव एट फस्ट साइट" होगा ......लगा नहीं था कि ये एक मुलाकात मुझे तुम्हारा दिवाना बना देगी ......पर अभी कुछ नही सोचूंगा पहले खुद श्यार हो जाओ कि ये सच्चा प्यार है या अट्रेक्शन......... और एक तो तुम मुझसे बात करना तो दूर देखती भी नही पर कोई ना .... क्या पता एक दिन तुम्हे भी कुछ फिल हो जाए ....... पर आज जब तुमसे टकराया तुम्हरी उन भुरी आखों  मे ही  खो गाया था लेकिन उसमे वो खालीपन क्यो था ........ ऐसा क्यो लग रहा है कि बहुत कुछ चुपा रखा है इस गुस्से के पीछे ........कोइ बात नहीं मैं हूँ ना सब पता कर लूँगा और तुम्हारी उदासी कि हर वजह हि खत्म कर दूँगा '' यही सब सोचता हुआ वो भी सो गया।।






________________अगला दिन _______________



JIFTC,New delhi (काल्पनिक स्थान )


अनु आज जल्दी कॉलेज आ गई मिशा किसी काम से लेट हो गई ! अनु ने अपनी गाड़ी पार्क कि और अंदर बढ़ने लगी पर तभी एक लडका भाग कर आया और उसके गले लग गया! वो समझ नहीं पाई और ऐसे हि खडी रह गई थोड़ी देर बाद कुछ सुन कर वो मुस्कुराई और उसने भी उसे गले लगा लिया     






ये देख गेट पर खड़े आरव का तो दिल जल भून कर राख हो रहा था किसी और लड़के को अनु के इतने पास देख कर उसका मन उस लड़के का खून करने का हो रहा था....वो अभी हि कॉलेज के अंदर इंटर हुआ था और आते हि उसे ये देखने मिल गया उसकी तो लव स्टोरी शुरू हि नहीं हुई फिर ना जाने ये कौन आ गया सोचते हुए बैचारे आरव का मुंह हि लटक गाया ।।








---------------------TO BE CONTINUE ----------------







आखिर कौन है ये लड़का ? क्या ये बनेगा आरव के प्यार के बीच दरार कि वजह ? क्या आरव कि लव स्टोरी शुरू होने से पहले हि खत्म हो जाएगी ? जानना है तो बने रहे में साथ 😊 







कहानी अच्छी लगे तो प्लीज रेटिंग दे के रिव्यू जरूर दे और एपिसोड पढ़के कमेंट भी करें ताकि मुझे पता चलें कि मेरा लिखना कितना सफल है 🙂🙂




✍✍ सुधा यादव

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6 Comments

Pamela

25-Jan-2022 07:19 PM

💐💐💐 very intresting story likhi h 💐💐💐

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Seema Priyadarshini sahay

15-Jan-2022 09:11 PM

बहुत ही बढ़िया भाग

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Inayat

15-Jan-2022 04:47 PM

💐💐💐 mis bawal😂😂😂😂 kya nam di ho mujhe pasand aya 🤣🤣🤓

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S.Y

15-Jan-2022 07:39 PM

😂😂😂 Thank you maam

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