Add To collaction

इन लव विथ बिलियनेयर( कॉन्ट्रैक्ट मैरिज ) (भाग-18)

          

पिछले भाग में आपने पढ़ा था कि ऋषभ के जाने के बाद अवनी जैसे ही वो पेपर पढ़ती है तो सर पर हाथ रखकर कहती है , 
अवनी - लिली ये पढ़ो लव लेटर .....

अब आगे ,

लिली जैसे ही वो पेपर पढ़ती है मुंह पर हाथ रखकर (कहती है )

लिली - मैम ये लव लेटर नहीं है इसमें कुछ ...
(अवनी हाथ से पेपर ले लेती है और कहती है )
अवनी - ( मुंह फेरकर  ) कोई आशा भी नहीं थी कि ये लव लेटर होगा .....

( लिली फिर पेपर हाथ से ले लेती है और पढ़ते हुए कहती है )
                      🏘️   घर के रूल्स 🏘️

1 . आपको मेरी सारी बाते माननी पड़ेगी ..

अवनी (खुद से ही कहती है ) - वहीं तो कर रही ...

2 .मेरे परमिशन के बिना घर से बाहर नहीं जाएंगी ...

अवनी - (हूह ) जंगल में घर कौन लेता है मै तो वैसे भी नहीं जाना चाहूंगी वरना भेड़िया ही उठा ले जाएंगे ......

3 . जब तक मे ना चाहूं आप किसी को कॉल नहीं कर सकती ...

अवनी - ( झुंझलाकर ) ये कैसा घटिया रूल है 

4 . 3 rd मंजिल के लेफ्ट साइड के कमरों में नहीं जाएंगी ...
अवनी - (मुस्कुराते हुए मन में ही सोचती है ) अब तो पक्का ही जाऊंगी ...

5 . 3 rd मंजिल के  है राइट साइड पर एक लाइब्रेरी है आप वहां बुक्स पढ़ सकती है पर आखिरी रो मे नहीं जाएंगी ...

6 . गेस्ट रूम के बगल वाला रूम एक पूरा सिनेमा हॉल है वहां  आप सिर्फ मेरे साथ ही मूवी देख सकती है ..

7. घर के किसी भी हिस्से की कोई भी चीज चेंज या हिलाएंगी नहीं  ..जो जहा ही  वहीं रहेंगी .....

8 . खुद कभी आप घर का डोर नहीं खोलेंगी ...

9 . आप मेरे साथ ही डेली खाना खाएंगी ...आज मिस हो गया ..पर कल से डेली ........

10 . ................वो आप खुद ही समझ जाइए ...

( लिली रूल्स पढ़ कर शांत हो जाती है तो अवनी कहती है )
अवनी - ( पूरे गुस्से में पर प्यार से बोलती है ) और रूल्स नहीं बनाए आपके मास्टर ने ???
लिली - ( अवनी का गुस्सा देखकर ) जी नहीं मैम बस इतना ही है ...
अवनी - क्यों ?(प्यार से ) मुझे तो ये रूल्स बहुत कम लग रहे है ...अपने मास्टर को बोलना की 20 -30 रूल्स और बनाए  जैसे ...पूरे दिन रूम मै ही बैठना , अलमीरा मे खुद को बंद कर लेना , मै जो कपड़े बोलूंगा वहीं पहेनना ......
लिली - मैम शांत ....
अवनी -( गुस्से में  ही पर दुखी होकर ) कैसे शांत रह लू .....ये कैसे फत्तू रूल्स है .मुझे नहीं फॉलो करना इन्हे .....
लिली - मैम एक और बात लिखी है ...
अवनी - ( ख़ुश होकर ) वाह एक और रूल्स सही है सुनाइए ....
लिली - जी (फिर वो पढ़ती है )

    * अगर आपने ये सारे रूल्स नहीं माने तो मै आपको बताऊंगा कि मै चीज क्या हूं ........

अवनी - ( हंसते हुए ) बस इसी रूल की कमी थी (दुखी होकर ) ये क्या नौटंकी है ...मै जा रही यहां से ...

लिली - मैम आप अपना ब्रेकफास्ट तो कर लीजिए वरना मास्टर गुस्सा करेंगें....
अवनी - (आंखे बंद करके आराम से ) मुझे नहीं ........

( तभी डोर बेल बजता है तो अवनी दरवाजे की तरफ देखने लगती है , नौकर फिर जाकर डोर खोलता है तो अवनी देखती है कि आनंद , अर्थ  , अनन्या  , जाहन्वी और रेहान आए हुए है ....अवनी उन्हे देखकर बहुत खुश होती है ....सब अंदर आ जाते है तो वो  सबके गले लगती है और कहती है ,

अवनी - ( पेपर पीछे से ही लिली को देते हुए ) तुम सब यहां अचानक से ???
आनंद - ( टेबल पर बैठते हुए ) क्यों भाभी जान  अब क्या हम यहां आ भी नहीं सकते ...
अवनी - अरे अरे मैंने ऐसा थोड़े कहा ...
(नौकर सभी के लिए कॉफी लेकर आता है )
आनंद - ही ही मजाक कर रहा मै भाभी ....वो तो मेरे दोस्त आपसे मिलने आए है ....
अवनी - अच्छा 
अर्थ - अब हम लोग जा रहे है ....
अवनी - क्या ?? पर क्यो इतनी जल्दी ...थोड़े दिन रुक जाते ....
रेहान  - एक्चुअली वी रियली वांट टू स्टे हेयर बट कंपनी के लिए जाना होगा ... सो नही रुक सकते....
अनन्या  - ऊपर से नया साल भी है तो घर वापसी तो जरूरी है ही  ....
जाहन्वी - और अब तो कंपनी का काम भी है हम यहां आ गए तो सब रुका पड़ा है ....तो जाना होगा ही...
अवनी - हम्म समझ सकती हूं ....
(कॉफी पीने के बाद थोड़ी देर बात करने के बाद श्रेया कहती है )
जाहन्वी- ( आनंद से ) यार तेरी बहुत याद आयेगी ... स्पेशली खाना देखकर
अर्थ - यार सच में ...बहुत मजे किए हमने शादी में ...
रेहान - थैंक्यू सो मच हमे बुलाने के लिए ...
आनंद  - बस करो यार रुलाओगे क्या अब...
अनन्या  - ही ही डोंट वरी अभी तो रोए नहीं हो पर अगर टाइम पर कुछ नहीं किया तो एक ही गाना गाओगे ..
"लैला लैला चिलाऊंगा कुर्ता फाड़ के "
आनंद -( आंखे ऊपर करके ) क्या मतलब ...?????
जाहन्वी - बचू जल्द ही समझ जाओगे ....(आंख मारकर )
आनंद - (अवनी से ) भाभी ये पहेलियों कि तरह ये लोग क्यों बात कर रहे है ....
अवनी - आई डोंट नो .

( सब लोग एक दूसरे से गले मिलते है और आनंद फिर  उन लोगो को कार में बिठाकर  उनके साथ  ही चला जाता है एयरपोर्ट उन्हे छोड़ने  ..अवनी भी अंदर आ जाती है और अपने कमरे में जाकर लेट जाती है और सोच रही होती है। घर के रूल्स के बारे में और कहती है ,
अवनी - फट्टू रूल्स बनाए है....

(तभी लिली कमरे के डोर के पास आकर कहती है )

लिली - मुझे भी यही लगता है ...
अवनी - तुम्हे आखिरी वाला रूल समझ आया क्या ...??
लिली - ( हिचकिचाते हुए ) उम ...नहीं मुझे  नहीं आया ..
.
(अवनी फिर बेड से उठ जाती है और अपना ट्रॉली ओपन करके कहती है )

अवनी - तुम मेरी हेल्प कर सकती हो क्या कपड़े अलमीरा रखने में  ?
लिली - हा हा जरूर 

(अवनी फिर अलमीरा खोलती है तो देखती है कि सारा अलमीरा फूल भरा हुआ है ......)
अवनी - मै कहा रखूंगी अपने कपड़े 

(लिली जो कपड़े निकाल रही होती है, एक फोटो निकाल कर पूछती है )

लिली - मैम ये किसकी फोटो है...
(अवनी मुड़कर फोटो हाथ से ले लेती और कहती है कुछ नहीं है ..…तुम बस इतना बताओ कपड़े कहा रखू)
लिली - मैम  आप पहले ब्रेकफास्ट कर लीजिए कपड़े बाद में रख लेंगे ..12 बज गए है अब तो .......
अवनी - नहीं 

(फिर वो ऋषभ के कपड़े जैसे ही निकालने जाती है लिली कहती है )

लिली - मैम सॉरी पर  रूल के हिसाब से आप किसी भी चीज को हटा नहीं सकती ।

( अवनी रुक जाती है और कहती है ठीक है तुम जाओ अब....लिली फिर वहां से चली जाती है तो अवनी अलमीरा बंद करके सामान फिर से पैक करके बालकनी मे चली जाती है खुद से कहती है )

अवनी - इससे अच्छा तो मै कॉन्ट्रैक्ट मैरिज के लिए हां ही नहीं कहती ...इतने फालतू रूल्स ऊपर से मै  किसी से मिल भी नहीं सकती 😣मुझे भागना है यहां है ....

(तभी तेज से एक आवाज आती है )

-  ( प्यार से एक आवाज ) मिसेज कश्यप आप कमरे से बाहर आइए ....

(अवनी इधर - उधर देखने लगती है कि आवाज कहा से आ रही है , फिर से आवाज आती है तो वो भागकर कमरे से हॉल में जाती और देखती है कि सामने की स्क्रीन पर ऋषभ जो ऑफिस में बैठा हुआ है दिख रहा है ....)
अवनी - ( लिली से धीरे से )ये क्या है ??
लिली - मैम आप बैठ जाईए ...

(अवनी जाकर टेबल पर बैठ जाती है और स्क्रीन की तरफ देखने लगती है , ऋषभ फिर अपना काम रोककर  फेस अवनी की तरफ करता है और इशारों से ही नौकरों को वहां से जाने कह देता है , फिर लिली से कहता है ,)
ऋषभ - मैम का खाना लेकर आओ ....
अवनी - नहीं मुझे नहीं खाना ...
ऋषभ - ( लिली से ) तुम खाना लेकर आओ ...
(लिली जाने लगती है तो अवनी उसका हाथ पकड़ कर रोक लेती है )
अवनी - (ऋषभ से ) ऋषभ जी मुझे भूख नहीं है
ऋषभ - ठीक है फिर .. नेक्स्ट वीक हम विवेक - परी से मिलने जाने वाले है अब नहीं जाएंगे ..

अवनी - ( गुस्से में उसे देखने लगती है ) हम जाएंगे ...
ऋषभ - ( लिखते हुए ) फिर ब्रेकफास्ट करिए ....
अवनी - ( आंखे ऊपर करके  ) खाती हूं ....

( लिली फिर  मुस्कुराते हुए किचन में जाती है और खाना लाकर टेबल पर रख देती और वहां से चली जाती है ....अवनी फिर  गुस्से में ही खाना ..खाना शुरू कर देती है और ऋषभ लिखते हुए उसे मुस्कुराकर देख रहा होता तो कोई कहता है )
- वाह वाह क्या प्यार है 
(अवनी खाना रोककर देखती है कि विहान ..ऋषभ के पीछे खड़ा है और मुस्कुरा रहा है...तभी ऋषभ कहता है)
ऋषभ - ( हड़बड़ा कर ) तुम ..तुम क्या कर रहे यहां ??
विहान - ( मुस्कुराते हुए ) ओह  हो भाई  इतने डर क्यों रहे मै तो बस काम से आया था ...
ऋषभ - डर कौन रहा है ..
विहान - (अवनी से ) भाभी ..कैसी है आप ? भाई के साथ कैसा लग रहा है ?.....कोई प्रॉब्लम हो तो मुझे बताना .…..भाई की कुटाई करने में पीछे नहीं रहूंगा ...
ऋषभ - ( गुस्से में ) हूं हूं तुम जिस काम के लिए आए हो वो बताओ,.....
विहान - जी भाई 
( विहान फिर अपना फाइल का काम दिखता है और जाते हुए कहता है )
विहान -  भैया और भाभी अपना रोमांस जारी रखे और ( मुस्कुराते हुए ) आई लव इट की भाई आपको इतना प्यार करते है की आपको खाना खाते हुए भी देख रहे है ..ही हिं😅

( अवनी स्माइल करते हुए .. अपना खाना जल्दी से फिनिश करके जाने लगती है  तो ऋषभ कहता है )
ऋषभ - अवनी जी 
अवनी -( गुस्से में ही पर प्यार से ) जी बोलिए ...कुछ और रूल्स बताने है क्या ,...तो जल्दी बताइए ...मै नोट कर लेती हूं ।
ऋषभ - आप थोड़ी देर के लिए शांत रह सकती है क्या 
(अवनी चुप हो जाती है और नीचे देखने लगती है )
ऋषभ  - देखिए आप कभी खुद से डोर नहीं खोलेंगी ..और किसी अंजान से बात बिल्कुल भी नहीं करेंगी और 
.…....(तभी अवनी बीच में ही ) 
अवनी - ठीक है ( कहकर स्क्रीन ऑफ बंद कर देती है , और लिली को बुला कर कहती है )
अवनी - तुम यहां कबसे काम कर रही हो ?
लिली - 1 हफ्ते ही हुए है बस ....

( अवनी ओह कहके अपने कमरे में चली जाती है )


****

दूसरे तरफ..अवनी ..जब वीडियो कॉल कट कर देती है तो ऋषभ मुस्कुराते हुए अवनी के हरकतों के बारे  में सोचने लगता है और आनंद को फोन करके कहता है ,

ऋषभ - आनंद ..
आनंद - बोलो खडूस भाई 
ऋषभ - मै खडूस ...
आनंद - ना ना ...........महा खडूस ( ही ही )
ऋषभ - तुम कहा हो ?
आनंद - थारे ससुर के घर ...
ऋषभ - क्या मतलब ??
आनंद - अरे भाई रेस्टोरेंट आया हूं आप बताओ क्या हुआ ..??
ऋषभ - कुछ पता चला 
आनंद - अभी तक तो नहीं ...
ऋषभ  - लगता है मुझे ही सब पता करना पड़ेगा ...
आनंद - (😎)  ओह हो जब तक ये आनंद बाबू नाम का जासूस है तबतक आपको टेंशन लेने की जरूरत नहीं ...
ऋषभ - ठीक है फिर ...जल्दी पता करो ..
आनंद - यो मिस्टर खडूस 
(कहकर कॉल कट कर देता है और रेस्टोरेंट के अंदर चले जाता है)
टोनी अंकल ,- अरे आनंद बेटा कैसे हो ??
आनंद - मस्त बिंदास  (बालो मे हाथ फेरते हुए ) अच्छा अंकल खुशी जी नहीं आई क्या आज ???
टोनी अंकल - बेटा आज खुशी ने छुट्टी ली है...... शायद वो अपने मंगेतर के साथ घूमने जा रही....

(इतना सुनते ही आनंद  का फेस पूरे गुस्से में लाल हो जाता है फिर भी प्यार से कहता है )

आनंद - ओह ... कहा जा रही है वैसे ?
टोनी अंकल -  (अपना काम करते हुए )ये तो नहीं पता....
आनंद - ठीक है अंकल जी मै चलता हूं .....
टोनी अंकल - अरे बेटा कॉफी तो पीकर जाओ ...
आनंद - ( धीरे से कहता है )कन्या बच गई तो खीर , पूरी , कॉफी सब खाकर जायुगा...
टोनी अंकल - कुछ कहा ..
आनंद कुछ नहीं कहकर रेस्टोरेंट से बाहर चला आता है तो उसके सामने से ही एक ठेले वाला गाना बजाता है ,

छन से जो टूटे कोई सपना 
जग सुना सुना लागे जग सुना सुना लागे 
कोई रहे ना जब अपना  
जग सुना सुना लागे
जग सुना सुना लागे 
जग सुना सुना

(आनंद भी गाने को सुनकर पूरा खो जाता है और वही गाल पर हाथ रखकर बैठ जाता है , विहान रेस्टोरेंट के सामने से ही कार चला कर घर जा रहा होता है ..आनंद को ऐसे बैठा देखकर कार रोककर उसके पास जाता है और पूछता है , 

विहान - ओय भाई क्या हुआ ?तुम यहां ऐसे क्यों बैठे हो ?
आनंद - ( मायुस सा फेस करके कहता है ) जग सुना सुना लागे जग सुना सुना लागे........
विहान - (शॉक होकर ) ओय भाई तू ठीक है ना?? क्या हुए तुझे ....
आनंद - ( होश में आकर ) विहान भाई कब आए आप ...
विहान - जब तुम्हारा जग सुना सुना हो गया था तभी ...
आनंद - मतलब क्या है आपका ..मॉम भाई ठीक है ना ?
विहान - शांत हो जा छोरे ...सब ठीक है मै(मुस्कुराते हुए ) तुम्हारे दूसरे वाले जग की बात कर रहा ...
आनंद - ( मायूसी से ) अभी वो जग...किसी दूसरे रेस्टोरेंट के जग से पानी पी रही होगी ...

( विहान उसकी बातो पर हंसने लगता है और कहता है घर चलो ....वो जग तुम्हारा ही होगा )
आनंद - देखते है 
( दोनों फिर अपनी अपनी कार से घर के लिए निकल जाते है )


**********

शाम को ऋषभ 7 बजे कंपनी से  घर के लिए निकल जाता है रास्ते में ही ........अचानक से कोई  आकर कार के सामने अपनी कार रोक देता है ....ऋषभ हड़बड़ा कर अपनी कार रोक लेता और देखता है कि रोहन अपनी कार के बाहर खड़ा है , ऋषभ भी अपनी कार से बाहर निकलता है तो रोहन कहता है , 
रोहन - ( हाथ आगे करते हुए ) हेल्लो मिस्टर कश्यप ....आई होप  आप मुझे भूल नहीं होंगे ??
( ऋषभ उसकी तरफ थोड़ी डर देखता है और कहता है )
ऋषभ - ( हाथ मिलाते हुए ) जी याद है आप मुझे ...
रोहन - ( मुस्कुराते हुए ) फिर सीधे मुद्दे की बात करता हूं ...
ऋषभ - ( चौकते हुए ) मतलब ??
रोहन - मतलब ये कि आप अपने छोटे भाई आनंद कश्यप को कहिए की वो खुशी जी से दूर रहे ........क्योंकि अब वो मेरी मंगेतर है और मुझे जरा भी पसंद नहीं आएगा कि मेरी मंगेतर को कोई देखे या परेशान करे ......
(ऋषभ ..थोड़ी देर तक वहीं खड़ा रहता है और फिर बिना कुछ बोले वहां से निकल जाता है ........)

********

घर पर अवनी  अपने कमरे से बाहर निकल कर किचन मै जाती है कुछ खाने के लिए तो लिली कहती है , 
लिली - मैम बस थोड़ी देर वेट कर लीजिए खाना बस रेडी होने वाला है .….
अवनी - तुम मुझे अवनी ही बोलो ..

(तभी पीछे से ऋषभ डोर ओपन करते हुए कहता है .....सब मैम कहेंगे अवनी जी को ...सिर्फ मेरे अलावा .., अवनी पीछे मुड़ती है और ऋषभ को घूरते हुए उसके करीब जाकर खड़ी हो जाती है ...आगे कहने ही वाली होती है कि ऋषभ उसके गालों पर किस कर देता है और अपना सामान देते हुए कहता है ,
ऋषभ - मै थोड़ी देर में आता हूं ...(कुक की तरफ मुड़कर ) डिनर रेडी होना चाहिए ....
कुक - यस मास्टर ..

( ऋषभ फिर अपने रूम मे चला जाता है और अवनी वहीं खड़ी रहकर कहती है )

अवनी - 10 th रूल क्या है वो मुझे समझ आ गया ....नहीं मै नहीं करने दूंगी अब .....
(लिली फिर अवनी के हाथ से सामान ले लेती है और कमरे में रखने चली जाती है। थोड़ी देर बाद ही ऋषभ कुर्ता  प्यजमा पहन कर डायनिंग  टेबल पर आकर बैठ जाता है और कुक को कहता है ,)
ऋषभ - खाना एक ही प्लेट मे निकालना ...
   (अवनी उसे शॉकली देखने लगती है )
ऋषभ - हम एक ही प्लेट मे खाएंगे ...
अवनी - बिल्कुल भी नहीं ...

(ऋषभ फिर अपनी सीट से उठता है और अवनी को  गोद में उठाकर  अपनी साइड वाली चेयर पर बिठा देता है और अपनी चेयर पर बैठ कर कहता है )
ऋषभ - आप खाना शुरू कीजिए ...
अवनी - नहीं खाना ..
ऋषभ - फिर हम नहीं जायेगे परी ...
अवनी - खाती हूं  ब्लैकमेलिंग मशीन ..
ऋषभ -( आंखे बड़ी बड़ी करके ) वॉट ???
अवनी - ( उसके मुंह में रोटी का निवाला डालकर कहती है ) कुछ नहीं ऋषभ जी आप खाना खाईए और मजे कीजिए ठीक है ..
(ऋषभ ...अवनी का मुंह देखता रह जाता है तो अवनी कहती है )
अवनी - ( खाते हुए ) ऋषभ जी मुंह बंद कर लीजिए वरना भेड़िया घुस जाएगा ...( ही हिं.)

ऋषभ - ( मुंह बंद करके ) आज आप ज्यादा ही मजाक के मूड में लग रही है .....
अवनी - ( खुद से ही ) आपने जो मजाक किया है उससे बड़ा मजाक और क्या हो सकता है ....
ऋषभ - कुछ कहा आपने .....
अवनी - मै कहा कुछ कह सकती हूं ब्लैक मैलिंग मशीन .....
(ऋषभ बिना कुछ कहे डिनर करता है और खाकर अपने कमरे में चला जाता है ....थोड़ी देर बाद अवनी भी.........अवनी कमरे में जाती है तो देखती है कि ऋषभ ...बालकनी में खड़ा है ...वो भी वहा जाती है और कहती है , )
अवनी - अच्छा सुनिए आप अलमीरा मे थोड़ी जगह खाली कर दीजिए ताकि मै अपने कपड़े रख सकू ..

( ऋषभ पीछे मुड़ता है तो अवनी को देखता ही रह जाता हैं  , चांद की रोशनी में वो बहुत खूबसूरत लग रही होती है ..वो  धीरे धीरे उसके करीब जाता है तो अवनी अपनी दोनो आंखो कसकर बंद कर लेती है ....तभी उसे क्लिक की आवाज आती है वो आंख खोलकर देखती है तो ऋषभ उसकी पीक क्लीक कर रहा होता है ...और कहता है ,
ऋषभ - सॉरी आपसे बिना पूछे आपकी पिक क्लिक किया .....
अवनी उसे हैरानी से देखने लगती है और कहती है ( आप पहेली हो ).
ऋषभ - चलिए मै अलमीरा खाली कर देता हूं....
अवनी -(उसकी तरफ देखते हुए ) जी 

(ऋषभ फिर अलमीरा का पूरा एक साइड खाली कर देता है और अवनी ही हेल्प करता है उसका सामान रखने में ....तभी उसे एक फोटो मिलती है ...वो देखते हुए पूछता है )
ऋषभ - ये कौन ?
अवनी - ( सकपका कर  फोटो ले लेती है और कहती है ) पता नहीं...शायद आदि भाई का हो ....
ऋषभ - हम्म ..

( ऋषभ फिर सामान रखकर सोने चले जाता है और अवनी वॉशरूम ...थोड़ी देर बाद जब वो वापिस आती है तो देखती है कि ऋषभ सो गया है ....)
अवनी - आप पूरी पहेली है .....
(और फिर आकर लेट जाती है तो ऋषभ उठकर उसके माथे को चूमता है और बिना कुछ कहे दूसरी साइड मुंह करके सो जाता है .....अवनी उसकी तरफ देखती है और मुस्कुरा कर सो जाती है ...........)


____________

..अचानक से ही रात के 12 बजे कोई ज़ोर से दरवाजे पर नॉक करता है तो दोनों हड़बड़ा कर उठ जाते है और एक दूसरे की तरफ देखने लगते है ...........



शुक्रिया ।


   35
6 Comments

Rohan Nanda

01-Feb-2022 04:23 PM

Ye wakai me chargesheet hi nikli jabardast.... Intresting story h aapki, padh kar achcha lag rha

Reply

fiza Tanvi

21-Jan-2022 09:27 PM

Good

Reply

Shrishti pandey

20-Jan-2022 08:34 PM

Nice

Reply