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एक मुलाक़ात....❣️( भाग - 18 )

अनिशा कि लाइफ मे एक अलग हि तूफान मच गया विद्युत आया तो एक अलग हि परेशान लाया ,,,,,अनिशा फैसला कर चुकी थी क्या करना है,,,,,दूसरी तरफ आरव यही सोच रहा था कि कल तक तो सब ठीक था अनिशा के साथ तो आज का बेहव इतना बदला बदला क्यूँ ,,,,,उस रात ना तो आरव कि आँखों मे नींद आई नहीं हि अनिशा के आरव अनिशा के उदास चेहरे को याद करके नहीं सो पाया ,,,,,और अनिशा अपनी कि उलझनों कि वजह से नहीं सो पाई ,,,,,आँखों मे हि दोनों कि रात कट गई ।।



अनिशा के घर पर अनु वैसे पूरी रात नहीं सोई थी तो वो जल्दी हि फ्रेश हो गई और बालकनी मे बैठ गई आज कॉलेज कि छुटी थी क्यूँ सेकंड सैटरडे था तो आज आनु वगेरा घर पर थे ,,,,,,राधिका जी अनिशा के रूम मे उससे उठाने आई तो देखा वो उठी हुई है वो मुस्कुराते हुए उसके पास गई और सर पर हाथ फेर कर बोली ____

राधिका जी - उठ गई मेरी लाड़ो ,,,,,और क्या बात है छूटी वाले दिन तुम जल्दी कैसे उठ गई ।।

अनिशा - हा मॉम वो नींद जल्दी खुल गई तो उठ कर फ्रेश हो गई ,,,,,वैसे कुछ काम था क्या आपको ।।

रधिकजी - हा बच्चे वो बात ये थी कि ,,,,वो तुम्हारे मेरा मतलब (राधिका जी बोलने मे हिचकिचा रही थी)

अनिशा - मॉम साफ साफ बोलो ना 

राधिका जी - वो लाड़ो तेरे पापा ने आज तुझे देखने के लिए आपने एक बिजनेस पार्टनर को बुलाया उन के बेटे के लिए ,,,,तो वो चाहते है कि एक बार तुम मिल लो फिर जो तुम्हारा फैसला होगा वो मन्ज़ुर होगा ,,,,,तुम चाहोगी तो बात अग्गे बढ़ेगी वरना कोई फ़ोर्स नहीं है 😊।।

अनिशा - हम्म ,,,,ओके मॉम ,,,,कब आ रहे है वो लोग 

राधिका जी (ख़ुशी और हैरानी के मिले जुले भाव ले कर बोली) - आज हि एक आधे घंटे मे आते हि होंगे ।।

अनिशा - ओके तो रेडी हो जाती हूँ 😊

राधिका जी - लाडो देख तेरे साथ कोई जबरदस्ती नहीं होगी कि पापा के पार्टनर है या कौन अगर तुझे ठीक लगेगा तो हि फैसला लेना ठीक है ना ।।

अनिशा या मॉम यू डोंट वोर्री मॉम आपको लगता है मैं कुछ गलत करूंगी या होने दोगी ,,,,,सो यू जस्ट रिलेक्स ,,,,,मुझे पता है आपलोग मेरे लिए अच्छा चुनोगे ओके ।।

राधिका जी ने प्यार से उसका गाल छुआ और वहां से चली गई ,,,,,,उनके जाते से हि अनिशा के चेहरे के भाव बादल गए चेहरे पर दर्द और दिल दिमाग कि जंग ,,,,,उसके आपने कपड़े निकाले और चेन्ज कर लिए ,,,,,,करीब एक आधे घंटे बाद डोर बेल्ल बजी ।।

आरव का घर 

आरव रोज़ कि तरह 6 बजे से हि उठ कर वर्क आउट कर रहा था और जिम मे पसीने बहा रहा था ,,,,,,उसे आज कुछ ज्यादा हि बेचेनी हो रही थी,,,,,तो ध्यान बाटने के लिए वो आज् ज्यादा देर तक जिमिंग कर रहा था फिर भी उसे शांति नहीं मिल रही थी ,,,,,,उसने बोतल का पानी अपने सर पर डाल लिया और आंख मूंदे खड़ा रहा कुछ देर खड़ा रहने के बाद वो रूम मे आ गया ।।

दूसरी तरफ अनिशा रेडी हो के रूम मे बैठी थक कि तभी वहां काव्या सांची मिशा आ गई और मिशा अनु के सामने आ कर उससे घुर्ने लगी ।।

अनिशा बड़ी आराम से बोली - क्या है खायेगी किया मुझे जो जैसे घूर रही है ।।

मिशा - ये क्या है तू शादी के लिए लड़का देख रही है ,,,,,हमें बताया भी नहीं ।।

अनिशा - हा तो शहर मे पोस्टर लगवाऊ क्या और शादी नहीं कि है अभी जो इतना भड़क रही है ।।

मिशा - यार ये क्या लड़की है मैं इसे गुस्सा करने आई थी ये मुझ पर हि राशन पानी ले के चढ़ गई है ये क्या बात होती है ।।

उसकी बात सुन कर साची और काव्या को हंसी आ गई उसने उन दोनों को घुर और झुनझलाते हुए सोफे पर बैठ गई तभी उसे आरव का ख्याल आया वो मन हि मन् बोली "यार ये क्या मैं ये कैसे भूल गई कि आरव ,,,,,,ओ माइ अगर उसे पता चला तो वो कितना हर्ट होगा और ये महारानी ऐसा तो हो नहीं सकता कि इसे उसकी फीलिंग का पता ना हो,,,,,, मेरे को बात करनी पड़ेगी इससे।। 

सबके जाने के बाद मिशा अनु के पास आई और बोली - "तू शादी क्यूँ कर रही,,,,, मतलब देख भी रही है तो क्यूँ ,,,,,,क्या तू खुश है क्यूँ कि मुझे तो तुझ को देख कर नहीं लग रहा तू खुश है इस से ,,,,,,और देख मेरे को पता है कि तू इससे अनजान नहीं है कि_____ 

वो बोलते हुए रुक गई क्यूँ कि राधिका जी अनु को बुलाने आ गई थी फिर अनु एक नज़र मिशा को देखती है और धीरे से उसे बोलती _"मेरे को सब पता है तो तू जयादा दिमाग मत चला क्यूँ कि वो है नहीं तेरे अंदर समझी और फिर वो वहां से चली गई ,,,,,

उसकी बात को मिशा समझने कि कोशिश करती रही फिर झुनझलाते हुए नीचे आ गई पर सामने बैठे लड़के को देख हैरानी से उसके मुँह से सिर्फ इतना हि निकला 😰😰चिर्कुट ,,,,, सब लोग मुँह मोठा कर रहे थ्द् क्यूँ कि अनु ने हा कर दी थी विद्युत के चेहरे पर विजय मुस्कान थी पर अनु उसे सिर्फ घुरी जा रही थी और सर झुकाये बैठी रही ।।

काव्या जो विद्युत को देख कर थोड़ी डर गई थी उसने मिशा से बोला - मिशु दी प्लीस अनु दी को बोलना वो हा ना करें मुझे ये शकल से विल्लन लग रहा है हीरो तो नहीं लग रहा ये सच्च मे बिलकुल अच्छा नहीं है अनु दी के लिए 

मिशा 😡😡ये तो मुझे पता है ये चिर्कुट छिछोरा कैसा है ,,,,,और ये क्या पागल हो गई है इतनी मुश्किल से इसके सर से इस लम्पट का भूत उतरा था फिरसे 😖😖पगल् है ये और हमें भी करेगी इसने 'हा' कर दि ना अब मेरे हाथो मारेगी आज ये ।।

तब तक नील भी आ गया और काव्या मिशा के साथ खड़ा हो के पूछा - " यार ये लोग कौन है और ये मोटी ऐसे क्यूँ बैठी इतनी शांत"।।

मिशा वैसे हि भरी पड़ी थी उसे घुरते हुए बोली - तेरे लिए रिश्ता आया हे इस लिए वो अपनी भाभी देख रही है ,,,,,,,पागल दिख नहीं रहा एक छेङुर् बैठा है और अनु कि शादी कि बात हो रही है ।।

नील के मुँह का सारा पानी बाहर आ गया और वो बोला - "क्या पर ऐसे कैसे ,,,,,,इतनी क्या जल्दी है,,,,,, और ये मोटी क्या पागल हो गई है रुक में आता हूँ बात करके कि ना बोल दे ।।

मिशा - कोई फायदा नहीं उसने हाँ कर दी ,,,,,,दो दिन बाद सगाई है 😒😒इसके दिमाग मे क्या चल रहा है मुझे समझ नहीं आ रहा ,,,,, छेहेरा देखो खुद तो नहीं लग रही ,,,,,मुझे इस छेङुर् पर शक है इसने कुछ को उल्टा काम किया है या तो अनु को अपनी बातों मे फसाया है 😡😡😡😡 ,,,,,,काव्या जो ये सब सुन रही थी कहीं ना कहीं उसे ये बात मालूम थी पर श्योर नहीं थी ।।


सबके जाने के बाद अनु चुप चाप रूम मे आ गई उसके पीछे पीछे काव्या और मिशा भी आ गए अनु जैसे हि गेट बंद करने जाती है दोनों अंदर घुस जाते है वो बिना किसी भाव के आ कर सोफे पर बैठ गई और फोन चलाने लगी उसका ऐसा बर्ताव देख कर दोनों एक दूसरे को देखने लगते है।।

मिशा - ये सब क्या है अनु तूने बताया क्यूँ नहीं कि शादी कि बात इससे हुई है और तूने हा कर दी मना स्कूल मे तेरे को वन साइड लव हो गया था उससे अब इत्ते सालो बाद आया है और मुझे तो वो रती भर भी विश्वास करने लायक नहीं लगता शकल से हि शातिर लगता है ,,,,,,अभी भी टाइम है सोच ले अनु लाइफ का सवाल है क्या पता कोई बेस्ट तेरे लिए बना हो और आस पास हो अनु का मन ततोल्ते हुए उसने कहा ।।

अनिशा बिना भाव के बोली - मुझे पता है कि मैं क्या कर रही हूँ क्या नहीं तू टेन्शन मत ले और मैं प्यार करती हूँ विद्युत से तुझे भी पता है आज वो मुझे मिल रहा है तो मैं क्यूँ नहीं अपनाऊ उसे ,,,,,मैं खुश हूँ और अपनी मर्जी से शादी के लिए हाँ कहिये ,,,,,तुम लॉगो का हो गया हो तो जाओगे प्लीस मैं थक गई हूँ थोड़ा रेस्ट चाहिए ,,,,,,,दोनों बिना कुछ बोले चलें जाते है। और अनु बेड पर लेट कर फोन मे आरव कि पिक देखने लगती है ,,,,और एका एक उसके आँखों से आंसू आ जाते है वो मन हि मन सोचती है __"क्यूँ....क्यूँ...क्यूँ... क्यु होता है मेरे साथ जब प्यार सच्चा नहीं था तभी ताड़पी रोइ ओर आज पता चला कि गलत इंसान से प्यार किया आज खुद पर गुस्सा आ रहा हे कि कैसे कैसे मैंने उस नीच इंसान से प्यार किया कैसे वो सिर्फ खींचाव था ,,,,,,,प्यार तो तुमसे हुआ है मुझे आरव ये एहसास था जिससे मैं भाग रही थी बट अब जब महसूस हुआ तो मे कुछ नहीं कर सकती ,,,,,मैं चाह के भी नहीं बता सकती देट "आई लव यू " यस "आई लव यू " बोलते हुए उसके आंसू निकल गए 

बैक ग्राउंड म्यूजिक ,,,,,,,
दो पल रुका खवाबों का कारवां 
और फिर चल दिए तुम कहाँ हम कहाँ
दो पल की थी ये दिलों की दास्ताँ 
और फिर चल दिए तुम कहाँ हम कहाँ ,,,,,और फिर चल दिए तुम कहाँ हम कहाँ.. 

तुम थे की थी कोई उजली किरण 
तुम थे या कोई कलि मुस्काई थी 
तुम थे या था सपनों का था सावन 
तुम थे की खुशियों की घटा छायी थी 

(गाने कर साथ साथ अनु कि आँखो के सामन आरव के साथ के पल आने लगे उसका उसे छूना उसके करीब आना उससे लड़ना चिदाना सब ,,,,,अनाया कि सगाई मे रिंग लेके गिरने आरव का उसे बचाना उसके आँखों के सामने वो पल आया जब वो गिरने से बची और आरव का हाथ पड़ा लिया और देखने पर लग रहा था कि वो आरव को प्रोपोसे कर रही हो ,,,,,,मंदिर मे पंडित जी का दोनों को साथ रहने का आशीर्वाद देना ,,,,,,सब आने लगा और सोच कर आँखों से आंसू आने लगे ।। )


तुम थे के था कोई फूल खिला 
तुम थे या मिला था मुझे नया जहां 
दो पल रुका खवाबों का कारवाँ 
और फिर चल दिए तुम कहाँ हम कहाँ 
दो पल की थी ये दिलों की दास्ताँ 
और फिर चल दिए तुम कहाँ हम कहाँ 
और फिर चल दिए तुम कहाँ हम कहाँ

(अनु आंखे मुंडे बेड से टेक लगाए बैठी होती है कि तभी कोई उसके करीब बैठा महसूस होता है वो आँख खोलती है तो सामने मुस्कुराता हुआ आरव बैठा होता है वो चोहोक कर बोली है " तुम,,,,,तुम यहाँ क्या कर रहे हो " उसने आराम से और प्यार से देखते हुए कहा मुझे याद कर रही थी ना तो मैं आ गया ,,,,रो क्यूँ रही हो मुझे तुम्हारी आँखों मे एक आंसू भी नहीं चाहिए समझी और वो उसके आंसू पोछ देता है अनु बस उसे हि देखती रहती है आरव आगे बड कर उसके माथे पर किस कर लेता है जिसे अनु अपनी आंखे मुंद लेती है और उसके होने का एहसास करती है जब वो आंखे खोलती है तो वहां कोई नहीं होता ,,,,,वो सिर्फ अनु के ख्याल थे और खुली आंख का सपना था )




___________________________कहानी जारी है !!





💜सुधा यादव💜

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6 Comments

Pamela

03-Feb-2022 12:18 AM

Kafi achcha likhti hai aap...👌👌👌👌

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S.Y

03-Feb-2022 12:45 AM

Thank u so much 🙏🤞😀🥰

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वैभव

28-Jan-2022 02:35 PM

Kafi rochak kahani h aapki...

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S.Y

03-Feb-2022 12:45 AM

Thank u sir 🙏🤞🙂

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Karan

27-Jan-2022 11:36 AM

Anu ke khyal... Intresting mja aa raha padhne me...

Reply

S.Y

03-Feb-2022 12:44 AM

Thank u so muchh 😀🙏🤞

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