संघर्ष
संघर्ष
संघर्ष हमारे जीवन का सबसे बड़ा शिक्षक है। यह हमें किसी भी समाज में देखने को मिलता है। संघर्ष हमें जीवन को सही मायने में जीना सिखाता है ।कहते हैं कि यदि हमें कोई भी वस्तु अनायास ही मिल जाती है या फ्री में मिल जाती है तो हम उसका महत्व ठीक से नहीं समझ पाते हैं लेकिन यदि वही वस्तु हमें संघर्ष करके मिलती है तब हमें उसकी कीमत का अंदाजा लगता है। इस बात को मैं इस तरह से स्पष्ट करना चाहती हूं कि कुछ बच्चे माँ- बाप की कमाई को उड़ाते रहते हैं लेकिन जब खुद कमाने लगते हैं तब उन्हें उस पैसे की कीमत का पता चलता है क्योंकि उस पैसे को उन्होंने अपने मेहनत से कमाया है। उसे कमाने के लिए उनको कितना संघर्ष और प्रयत्न करना पड़ा है। यदि हमारे जीवन में संघर्ष नहीं रहेगा तो हम इसके महत्व के बारे में कैसे जानेंगे।
हम अपने सपनों को पूरा करने के लिए भी संघर्ष करते हैं।
केवल सपने देखने से ही हम अपना अभीष्ट नहीं पा सकते हैं । संघर्ष के बिना हम जीवन की उपयोगिता को नहीं समझ सकते हैं।
हमारे पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री अपने संघर्ष के बूते पर भारत के प्रधानमंत्री बने । उनके बारे में कहा जाता है कि वह पढ़ने के लिए नदी तैरकर अपने विद्यालय जाते थे।
अपने लक्ष्य को पाने के लिए हमे अपने शरीर को कर्म रूपी आग में तपाना पड़ता हैं तब जाकर कहीं जीवन में हीरे की तरह निखार आता है।
हाँ कुछ किस्मत वालों को बिना संघर्ष किये भी सफलता मिल जाती है ।ऐसे लोग संधर्ष के बारे में नही जानते।
संघर्ष एक खोज भी है अपने संघर्षमय जीवन में हमें कितनी सारी नई बातें जानने ,सीखने को मिलती हैं।
दूसरों के द्वारा किये गए संघर्ष से हमें प्रेरणा भी मिलती है। हम उनकी तरह बनना चाहते हैं।
कई बार कुछ लोग सकारात्मक पहलू को लेकर सामूहिक संघर्ष करते हैं तो उसका परिणाम अच्छा निकलता है लेकिन कभी कभी कुछ नकारात्मक पहलू को लेकर भी लोगों का संघर्ष देखा गया है जिसका परिणाम अन्ततः नहीं निकलता।
अतः संघर्ष एक सकारात्मक दिशा की ओर करना चाहिए,संघर्षों से कभी घबराना नहीं चाहिए,जी नहीं चुराना चाहिए।
स्नेहलता पाण्डेय 'स्नेह'
नई दिल्ली
Miss Lipsa
26-Aug-2021 07:06 AM
Wow
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Ravi Goyal
08-Jun-2021 05:21 PM
Bahut khoob
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Kumawat Meenakshi Meera
08-Jun-2021 05:12 PM
Nice
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