एक मुलाक़ात....❣️( भाग - 21 )
आरव अनिशा को एक साथ इतना करीब देख विद्युत का खून खोल जाता है वो अपने रूम में गुस्से में आता है और सारा सामान उठा कर फेक देता है और थोड़ी देर बाद कुछ शांत हो कर बाथरूम में चला जाता है थोड़ी देर बाद जब वो बाहर आता है तो सामने खादी लड़की को देख कर गुस्से 😡में हाथ में लिए तौलिया बिस्तर पर फेक देता है और चिल्लाते हुए बोलता है 😡"तुम,,,,,,तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मेरे रूम में घुसने कि कितनी बार कहा है कि अपनी औकात में रहा करो और मुझसे दूर रहा करो,,,,कोई जरुरत नहीं है मेरे आस पास रहने कि समझी अब जाओ ,,,,,,सुना नहीं जाओ वरना में कुछ कर बैठूंगा तुम्हारे साथ जो मैं नहीं करना चाहता जाओ 😠😠
उसके चिल्लाने कि आवाज़ सुन विद्युत कि माँ वहां आ गई ऐसे लड़की पर चिल्लात देखो गुस्से से बोली "विद्युत ये क्या तरीका होता है बात करने का क्यूँ इस बेचारी बच्ची के साथ ऐसा बर्ताव करता है,,,,,, अरे आखिर बिगाडा क्या है इसने तुम दोनों बाप बेटों का ,,,,, पहले सोनाली से शादी कि अपने फायदे के लिए इस चक्कर में इसका सब कुछ तो लूट गया क्यूँ इससे जान से मरने पर तुले हो ,,,,,, और इसके साथ अब अपनी दुश्मनी के चलते एक और बच्ची कि ज़िन्दगी खराब करने पर तुले हो ,,,,,, मुझे तो शर्म आ रही है खुद कि कोख पर कि मैंने तुझे पैदा किया छी और वो ये बोल गुस्से में वहां से चली गई सोनाली भी आँखों में आंसू लिए वहां से उनके पीछे चली गई (सोनाली विद्युत कि बीवी थी जो बहुत ज्यादा शांत सीधी और मासूम सी थी आज तक विद्युत ने उसे अपनी पत्नी नहीं मना अपने डैड के कहने पर बिजनेस के फायदे के लिए उससे शादी कि थी और अनिशा से भी वो इसी लिए शादी कर रहा था उसके बाद वो और उसके डैड उनका बिजनेस टेक ओवर कर सके )
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अनिशा का घर 🏰
अनिशा गार्डन में बैठी हुई थी और अपने हाथ में पहनी रिंग को देख रही थी फिर गुस्से मे खिज्ते हुए उसने उसे अपनी ऊगली से निकल दिया वो आँखों को बंद किये बैठी थी और अभी भी आरव कि मौजूदगी उसे महसूस हो रही थी वो आँखों को बंद किये खुद को अपनी बांहो मे लिए बैठी थी कि उसके कंधे पर किसी का हाँथ महसूस हुए उसने आंखे खोल पीछे देखा तो अनाया वहां खड़ी थी
वो आ कर उसके पास बैठ गई
अनिशा - "सोइ क्यूँ नहीं अभी तक "
अनाया - "बस नींद नहीं आ रही थी "
अनिशा - " क्यूँ अरिश जीजू कि याद आ रही है क्या 🤭🤭"
अनाया - "जी नहीं ऐसा कुछ नहीं है बस नहीं आ रही ,,,,तू बता तू क्यूँ नहीं सोई,,,, मेरा तो चलो मानलो नहीं आ रही नींद अरिश कि याद में ,,,,, पर् तू क्यूँ नहीं सोई इत्ती रात में यहाँ किसके ख्यालो में खोई हुई है "
अनिशा उसकी बात सुन कर झेप जाती है और बोलती है "ऐसा कुछ नहीं है वो बस बैचैनी हो रही थी तो यहाँ बैठ गई खुली आसमान में "
अनाया उसके चेहरे को देख रही थी उसने उसे कहा - "अनु एक बात पूछूँ "
अनिशा - "हा पूछ ,,,, तुझे ये बोलने कि जरुरत नहीं पूछ जो पूछना है "
अनाया - "तू ये शादी क्यूँ कर रही अनु ये बात तुझे भी पता है कि जो तू कर रही है ठीक नहीं है तो क्यूँ कर रही है ऐसा 😟😟
अनिशा - "देख रिशु ये सब जो हो रहा है उसे होने दे,,,, जो जैसा चल रहा चलने दो,,,,, मैंने ये फैसला सोच समझ कर लिया है ,,,और अब इस बारे में तुम सब बार बार मत पूछो प्लीस 😐😐
अनाया - "हम्म ठीक है जैसा तू बोले ,,,,हमें क्या हक जो तेरे लाइफ और तेरे निजी फैसले को गलत ठेहराये 😒 चल छोड़ जाने दे ,,,गुड नाईट " और वहां से अंदर चली गई
अनिशा उसकी बात सुन खामोश हो गई अनायास उसका आँखों से आंसू निकल गालो पर आ गए वो कुछ देर वहीं बैठी रही फिर वो भी उठ कर अंदर चली गई
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आरव का घर 🏰
आरव अपने कमरे कि बालकनी मे आंखे मूंदे खड़ा था उसे बार बार अनिशा का चेहरा दिख रहा था वो खामोश खड़ा आंखे खोल आसमान में चमकते चाँद को देखने लगा तभी उसके रूम के दरवाजे पर नोक हुआ आरव ने गेट खोला तो सामने सौम्या खड़ी थी उसे इस टाइम वहां देख वो बोला "दी आप इतनी रात को यहाँ कुछ काम था क्या"
सौम्या - "हमें कोई काम नहीं छोटे बस हम किचन से पानी लेने आए थे आपके रूम कि लाइट जली दिखी तो पूछने आ गए,,,,, वैसे छोटे आप अभी तक सोए नहीं क्या बात है तबियत तो ठीक है ना आपकी " उसने आरव का माथा छू कद देखा "फीवर तो नहीं है "
आरव - " रिलेक्स दी मैं ठीक हूँ बस नींद नहीं आ रही थी इसलिए "
सौम्या - " माँ कि याद आ रही है क्या आपको"
आरव के आँखों में हल्की नमी आ गई
सौम्या कि आंखे भी नम हो गई वो आरव को ले कर अंदर आ गई खुद बेड पर बैठ गई आरव को अपने पास भूलाया आरव आ कर उसके गोद में सर रख लेट गया
सौम्या (आरव के बालो को सेहलाते हुए) - "क्या बात है छोटे आप कुछ दिन से बहुत शांत शांत लग रहे है कुछ हुआ है क्या ,,,,,, अगर कोई बात है जो आपको परेशान कर रही है तो आप हमसे बता सकते है ,,,,क्या पता हम आपकी परेशानी को दूर कर सके ।।
आरव - "नहीं दी कोई खास बात नहीं है बस लास्ट ईयर है उसके बाद कैरिअर का सोचना ,,,,,,यही सब है बस और कुछ नहीं आप टेन्शन मत लोग मैं ठीक हूँ मुझे कुछ नहीं हुआ सो जस्ट रिलेक्स "
सौम्या - छोटे शायद आप भूल रहे है हम कौन है ,,,,, हम आपकी बड़ी बहन है ,,,,, जो आपको आपसे ज्यादा जानते है समझे आप तो ये झूठ किसी और से बोलियेगा अब बताइये क्या बात है,,,,,और क्या आप उससे सच में बहुत प्यार करते है
सौम्या कि ये बात सुन आरव हैरान हो गया वो झट से उठ कर बैठ गया और बोला - " ये क,,,,क्या ,,,,क्या बोल रही हो आप दी ,,,,,किसकी बात कर रहे हो आप
सौम्या मुस्कुराते हुए बोली - अनिशा के बारे में बात कर रहे है हम देखा हमने आज ,,,,,जिस तरह आप बैचेन थे उन्हें किसी और के साथ देख कर और उनके पास होने पर उतना हि सुकून था आपके चेहरे पर आपकी आँखों से पता चला हमें ,,,,,, दी हे हम आपकी आपसे ज्यादा तजुर्बा है हमें समझे आप तो आप बताइये क्या बात है ,,,,,, और जब आप उनसे प्यार करते है तो बता दे आप क्यूँ कि हमने देखा उन्हें वो ख़ुशी उनके चेहरे पर नहीं थी जो एक लड़की के चेहरे पर अपनी शादी ब्या में होती है
आरव सर झुकाये धीरे से बोला बता दिया दी मैंने पर उसने मुझे कहा कि वो मुझसे प्यार नहीं करती ,,,,,बट दी वो भी मुझसे प्यार करती है पर ,,,,,,
सौम्या - पर क्या छोटे क्या वो अपने फॅमिली के लिए कर रही है ये ,,,,,
आरव - नहीं दी वो अपनी मर्जी से कर रही है ,,,,, बट मुझे यकींन है कि वो कुछ छुपा रही है जो हम पता कर के रहेंगे ,,,,,उसे मैं उसकी लाइफ खराब नहीं करने दूँगा दी ,,,, वैसे दी एक बात पूछूँ
सौम्या - हा पूछो ।।
आरव - आपको अनिशा कैसी लगी ।।
सौम्या मुस्कुरा के 😊- बहुत प्यारी है एक दम राधा रानी कि तरह ।।
आरव - तो फिर ये लॉक कर दिया जाए मित्तल फेमिली कि बहु के लिए ।।
सौम्या हस्ते हुए - छोटे आप भी ना सुधर नहीं सकते,,,,, वैसे इन्हें लॉक हि नहीं अच्छे से सिल कर दिया जाए हमें यही भाभी चाहिए ।।
आरव ख़ुशी से सौम्या के गले लग जाता है और बोलता है "थैंक यू सो मच दी ,,,,,,यू आर द बेस्ट " फिर सौम्या उसे गुड नाईट बोल वहां से चली जाती है सौम्या से बात कर आरव को भी थोड़ा अच्छी महसूस होता है और वो भी लेट जाता और नींद कि आगोश में चला जाता है ।।
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वक़्त तेज़ी से निकल रहा था सब अपनी पढ़ाई में लग गए दो महीने बाद सबका कॉलेज खत्म होने वाला था तो सब अपनी दिकत को एक साइड में रख कर अपनी पढ़ाई में लग गए ,,,,,, इस बीच अनिश आरव कि बातें भी कम हो गई ,,,,,, अब आरव भी अनिशा से कम बोलता और ये बोलो कि अब वो उससे बोलता हि नहीं था या ये कहो उसे इग्नोर करता था ,,,,,जो अनिशा को भी खल रहा था ,,,, और आरव भी उसे जानबुझ कर इग्नोर कर रहा था ताकि ऐसे हि सही अनिशा अपने दिल कि बात उसे बोलदे ,,,,,, क्यूँ कि अक्सर गुस्से में इंसान सच बोल हि देता है क्या पता इस बात से परेशान हो गुस्से में वो सच बोल दे ,,,,,, और ऐसा हुआ भी अब अनिशा को आरव का नज़र अंदाज झरना बर्दाश से बाहर हो गया उसकी बेरुखी परेशान करने लगी उसने भी थान लिया वो उसे इस बारे में बात करेगी कि वो क्यूँ ऐसा बर्ताव कर रहा है ,,,,,,,,
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कॉलेज कैंटीन
सारे दोस्त कैंटीन में बैठे थे विवान मिशा आपस में बातें कर रहे थे और हंस रहे थे नील फोन में लगा हुआ था ,,,,, आरव मिताली कुछ डिस्कस कर रह थे ,,,,,, अनिशा चोकलेटशेक कि पाइप को मुँह में दब्बाए आरव को घूर रही थी जो अभी भी उसे इग्नोर कर रहा था वो उसे देखता मुँह टेढ़ा कर फिर मिलाती से बात करने लगता ,,,, अब तो अनिशा को बर्दास से बाहर हो गया वो खड़ी हुई और तेज़ से टेबल पर हाथ मरते हुए आरव कि तरफ वाली साइड झुक गई आरव के साथ् साथ सब लोग डर गए अचानक से जो हुआ उससे ,,,,अनिशा गुस्से में आरव को घूर रही थी मिताली वहां से उठ बाकी तीनो के पास आ गई ।।
आरव (अनीशा को घुरते हुए ) - ये क्या हरकत है पागल हो गई हो ऐसे हों करता है अभी सारी गरम कॉफी हम पर गिर जाती तो ।।
अनिशा उसे बिना कोई जवाब दिया उसका हाथ पकड़ कैंटीन से बाहर ले आती और म्यूजिक रूम मे आ जाती है ।।
आरव उसे हाथ छोड़ा के - क्या,,,,,क्या पागल हो गई हो तुम क्यूँ लाई हो यहाँ (उसे साइड करते हुए) हटो मुझे क्लास के लिए जाना है मेरे पास तुमसे बहस का टाइम नहीं है ।।
ये बोल वो आगे जाने लगा कि अनिशा उसका हाथ पकड़ रोक लेती है और वहीं गेट से लगा देती है आरव आंखे फाडे उसकी ये हरकत देखता है वो कुछ बोलने वाला होता कि अनिशा बीच मे हि उसे रोकते हुए बोलती है
अनिशा - चुप एकदम चुप एक शब्द नहीं बहुत ऐटिटूड दिखा लिया तुमने अब चुपचाप खड़े रहो यहाँ पर ,,,,और मेरी बातों का जवाब दो एक हफ्ते से सह रही हूँ तुम्हारी इग्नोरेंस तुम्हारी बेरुखी को ,,,,,अब बस करो क्यूँ कर रहे हो ये सब,,,,,, अब प्लीस मत करो आरव नहीं हो रहा सहन मुझसे तुम्हारा यू बर्ताव करना,,,,,,, नहीं हो रहा,,,,,, तुम पहले वाले हि वो लड़ाकु और इर्रिटेटींग बन जाओ जो मुझे परेशान करता मुझे लड़ता था ,,,,,,,वो वाले आरव बन जाओ ये आरव मुझे नहीं पसंद प्लीस मत करो ऐसा रुखा बर्ताव (ये बोल वो शांत हो गई उसकी आँखों में अब नमी आ गई थी )
ये देख आरव आगे बड़ा और उसका चेहरा हाथ में ले कर उसके आंसू पोछ दिया और बोला - क्यूँ,,,,क्यूँ नहीं सह पा रही ,,,,,मैं तो दूर हूँ तुमने हि तो कहा था कि मुझसे दूर रहो ,,,,, इसलिए दूर हूँ अब दूर हूँ तो भी तुम्हें प्रोब्लम है पास आ रहा था तो भी ,,,,,,,अब बताओ क्या करुँ ,,,,, तुमसे प्यार करता हूँ बता दिया था,,,,, पर तुम मुझसे नहीं करती ये बात तुमने मुझे बता दी ,,,,, अब मैं अपनी फीलिंग को छुपा तो नहीं सकता इसलिए दुरी बना ली ताकि तुम हर्ट ना हो ,,,, अब तुम्हें जो करना है करो अब तो मैं पूछ भी नहीं रहा ,,,, नहीं तुम्हें फ़ोर्स कर रहा हूँ ,,,,, मेरे चुप रहने के लिए इतना हि काफी है कि तुम मुझसे प्यार नहीं करती और मे तुम्हें मजबूर नहीं करूंगा बाकी अब मैं कोशिश करूंगा कि तुमसे वैसे हि पहले जैसे बर्ताव करुँ (आरव ये बोल शांत हो जाता है और उसे छोड़ देता है और जाने लगता लेकिन उसके कदम गेट के पास हि थम जाते है अनिशा कि आवाज़ से ........
आनिशा -
कैसे बताऊ तुझे कि मुझे तुझसे प्यार हो गया
बेइन्तिहाँ बेबाक बेशुमार हो गया
अब तो तुझसे दूर जाना भी गवारा नहीं
कैसे बताओ कि मेरा अनकहा प्यार
अब हद से भी ज्यादा पार हो गया
मुझे भी प्यार पहली बार हो गया
बेइंतेहा बेशुमार हो गया
आरव पीछे पलटता है अनिशा आँखों में आंसू लिए उसे हि देख रही थी ।।
अनिशा 😢- ऐसे मत देखो इसके आगे नहीं आता मुझे ,,,,, और ये भी ज्यादा अच्छा नहीं है बट कैसे बताती तुमको समझ नहीं आ रहा बट ये सच है ,,,,,,कि मैं तुमसे बहुत....बहुत.....बहुत ज्यादा प्यार करती हूँ आरव,,,,,,नहीं रह सकती अब तुम्हारे बिना बस इतना हि कह सकती हूँ इतना बोल वो शांत हो गई आरव ये सुन मुस्कुरा दिया वो अनिश के पास आया और उसने उसे अपने सीने से लगा लिया अनिशा ने भी उसे कस के पकड़ लिया दोनों खामोश कड़े थे ।।
तभी म्यूजिक रूम का गेट खुला और सारे दोस्त अंदर आ गए दोनों ले ऐसे एक साथ दखे सबके चेहरे पर स्माइल आ गई ये देख सब इतना तो समझ गए कि अब दोनों एक साथ है दोनों अभी भी वैसे हि खड़े थे मिताली ने खांखारा तो दोनों होश में आए और एक दूसरे से अलग हो गए ।।
मिशा (अनिशा के पास आ का) - सो फाइनली इस झाली को अकल आ गई और इसने अपने दिल कि बात सुन ली ,,,, सब सॉर्ट आउट हो गया तुम्हारे बीच
दोनों ने एक दूसरे को देखा और हा मे सर हिला दिया सारे दोस्त ख़ुशी से एक साथ गले लग गए ।।
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TO BE CONTINUE 💞💞
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💚सुधा यादव 💚
सिया पंडित
21-Feb-2022 05:29 PM
बहुत खूबसूरत कहानी लिखी है आपने। आप एक अच्छी लेखिका हैं।👏👏👏👏👏👏👏
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Pamela
03-Feb-2022 12:23 AM
बहुत खूबसूरत लिखा है आपने... इतना अच्छा कैसे लिख लेती है आप... माम, क्या हास्य और क्या रोमांच डाला है कसम से मजा आता है पढ़ने में..
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S.Y
03-Feb-2022 12:41 AM
बहुत बहुत शुक्रिया 😀❣️🥰
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Sandhya Prakash
01-Feb-2022 03:14 PM
Sab sort out to ho gaya lekin ye vidhyut nam ki musibat abhi bhi gale hi padi h, pata nahi age kya kya drama create karega, waiting for next part...👌👌👌👌👌👌
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S.Y
03-Feb-2022 12:41 AM
हे थैंक यू सो मच 😀❣️🥰
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