लेखनी प्रतियोगिता -02-Feb-2022 प्रबल है भारत के संस्कार
प्रबल है भारत के संस्कार
मेरा भारत अद्भुत प्यारा
संस्कारों की बहती रसधारा
अहिंसा का पाठ पढ़ाते
सत्य ,करुणा ,दया ,भाव सिखाते
लाओ ना मन में बुरे विचार
रखो ना तुम किसी से बैर
जो रहता है जैसा रहने दो
सदा रखो प्यार का भाव।
ज्ञानवान है देश बड़ा
श्रुति नीति के बल पर खड़ा
चारों वेदों का ज्ञान यहां
दिव्य अद्भुत ध्यान यहां है
विश्व को ज्ञान का पाठ पढ़ाया
परोपकार हमको सिखलाया
सबके हित में काम आया
लड़ाई झगड़े से रहते दूर।
होली दिवाली ईद मनाते
हिंदू मुस्लिम सब मिलकर रहते
अतिथि को भगवान है कहते
आदर सत्कार का पाठ पढ़ाते।
कर जोड़ अभिवादन करते
चरणों को बड़ों के छूते।
सदा माने बात बड़ों की
अवज्ञा हम कभी ना करते।
सारे संस्कार यहां
सोलह संस्कारों का ज्ञान यहाँ
अहिल्याबाई ,सीता, अनुसूइया
मीरा, शबरी की भक्ति यहां है।
रानी लक्ष्मीबाई की बात यहांँ
वीरों का सम्मान यहांँ
वतन पर मर मिटना सिखाते।
देशभक्ति का जज्बा यहां है
संस्कार है निर्मल पावन
भारत की शान यहां है
पूरा विश्व करे सलाम
ऐसे सुंदर है संस्कार।
रचनाकार ✍️
मधु अरोरा
2.2.२०२२
प्रतियोगिता के लिए
Punam verma
02-Feb-2022 11:38 PM
Nice
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N.ksahu0007@writer
02-Feb-2022 09:58 PM
Nice poyam
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Sudhanshu pabdey
02-Feb-2022 09:17 PM
Very beautiful
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