लेखनी कहानी -02-Feb-2022
एक श्राप
भाग -9
दादा दादी के जाने के कुछ समय बाद ही दूध वाला आजाता है और नील और लव को लेकर हवेली निकल जाता है । वो उन्हें समझाता है कुछ बोलना मत जब तक में ना बोलू, देखो ये जो पुराना नौकर श्यामा है ना बड़ा चालाक आदमी है। परख जल्दी लेता है। उससे भी खास बात ये अपने मालिक का सौ टका वफादार इंसान है तो संभल कर में बोलने वाला हूं दोनों मेरी बहन के लड़के हो तुम्हें हवेली में काम चाहिए ।फिर धीर धीरे-धीरे राज खुलेंगे। एकदम से तो बताने से रहा। मैं पसंद नहीं करता उसे लेकिन तुम इस भले मानस का भला चाहते हो तो साथ दूँगा। मेरा नंबर भी लो। कभी जरूरत हो तो पास के गाँव से हूँ। ओर हाँ ये लो मेरे बेटे के कपड़े तुम तो एकदम अंग्रेज दिखते हो थोड़ा तो हुलिया बदलना होगा। लव बोला अंकल एक परेशानी ये भी है मुझे तो नील के दादा ने देख रखा है। तो भाया मूँछ लगा ले लाया हूँ ।ओह ग्रेट! यार आप काफी स्मार्ट हो। सुनो तुम्हें मेरी बहन का नाम जानना है वो कहाँ है कैसी है सब क्यूंकि ज्यादा नहीं पर श्यामा मेरे परिवार को जानता है ।मेरी बहन है नीलम और उसकी शादी बचपन में हो गई थी दो लड़के है पर आदमी नहीं रहा। तो तुम दोनों ज्यादा पढ़े लिखे भी नहीं दूध का धन्धा करते हो। लेकिन अभी मुनाफा कम है तो नौकरी ढूँढ रहे हो। और सुनो अंग्रेजी में बात ना करना। बिल्कुल शक ना हों । बिल्कुल गांव वालो से ही लगना, तुम्हारा काम तभी बनेगा। धीरे-धीरे बातें पता चल जाएगी। और भी नौकर है। तुम्हें ऐसा काम दिलाऊंगा जो खुद श्यामा के सबसे करीब रहने का हो। आगे चालाकी के साथ आगे का रास्ता तुम लोग खुद ढूंढते रहना। चलो अब जल्दी पहन lo कपड़े तैयार हो जाओ। नील लव को बोलता है यार क्या क्या करना पड़ेगा। लव बोलता है देख छुटकारा नहीं पाना तो अभी बोल भेड़िया बना घूमता फिर। कर लेंगे यार हम फिर दोनों जल्दी से तैयार होकर दूध वाले के साथ जाते हैं। कोठी में उन्हें अन्दर बुलाया जाता है। दोनों कोठी देख कर बहुत खुश होते हैं। तभी लव बोलता है देखा बन्दे का दम बिना किसी की हेल्प के इतना बड़ा घर, हम ये तो है। तभी श्यामा आता है आओ छोरों तुम्हें तुम्हारा काम बताऊँ किस्मत वाले हो आते ही काम मिल भी गया लेकिन जब पुराना नौकर आ जाएगा फिर भाया जाना पड़ेगा ।ठीक है काका चले जाएंगे। दूध वाला जिसका नाम किशन है, उसे बुलाकर श्यामा कहता है लगन से करेंगे ना ।हाँ हाँ क्यूँ नहीं!किशन बोलता है जरूरत है श्यामा काका करेंगे मन लगाकर देखना तुम हमेशा के लिए रख लोगे ।लव और नील मुस्कुरा कर श्यामा को देखते हैं। श्यामा बोलता है देख किशन पैसा शुरुआत में कम मिलेगा भाया तू सोचे आते ही ज्यादा नहीं नहीं जो मिले उसमे रख लो काका बूढी माँ के सहारे हैं, सोच लो तुम जरूरत के मारे है। हाँ रे चल रख तो लिया, अब दूध वाला बोलता है देखो शक मत होने देना मेरी भी रोजी रोती जुड़ी है इस घर से। आओ छोरों तभी श्यामा आवाज लगाता है काम तो देख लो। श्यामा उन्हें कोठी के पीछे वाले बाग की तरफ ले जाता है। नील हैरान हो जाता है ये कोठी उस हद के आखिरी छोर पर है जहां उनकी हवेली के पीछे का जंगल खत्म होता है पूर्वजों ने काफी लंबी घेरा बन्दी की थी। लेकिन ये ऐसे यहां ही क्यूँ रहते है। वो लव को बताता है ये वही जंगल है सुबह जब में होश में आधा अधूरा होता हूँ ये वहीं जंगल का आखिरी छोर है। हो सकता है तुम लोगों से इस तरह जुड़े रहना चाहते हो। साथ नहीं लेकिन थोड़ी निगरानी के हिसाब से। चल छोड़ पता तो कर ही लेंगे। नील बोलता है ये जंगल के पास क्यूँ है कोठी। जानवर आजातें होंगे ना। ना रे ये सहाब शुरू से प्रकृति प्रेमी हैं और जानवरों से भी बड़ा लगाव है इन्हें। आधा जंगल खरीदा हुआ है सहाब का ताकि यहां किसी जानवर का शिकार ना हो। नील बोलता है हाँ यार ये सच में हमारा भला चाहता हैं। जानवर यानी हमारा कोई शिकार ना करे । दोनों फुसफुसा रहे थे।तो दोनों को इसकी देखभाल पेड़ों को पानी देना कोई फल ना तोड़े कोई घुसे ना ध्यान रखना है। तुमसे पहले हरिया हट्टा कट्टा नौकर था तुम दोनों बच्चे हों इसलिए दो को रखा है। बिल्कुल काका। अच्छा आधा जंगल ही क्यूँ खरीदा पूरा क्यूँ नहीं। अरे!पूरा कोई दूसरे ठाकुरों के कब्ज़े में है नील मुस्कराते हुए अच्छा वो भी जानवरों को बचा रहे है। नील जानता था वो दूसरा परिवार उसका खुद का है। श्यामा कहता है कई बार कहा मालिक पूरा लेलो तो बोलते हैं एक ही बात है वो भी जंगल के जानवरों की खैर चाहते है मैं भी। ये हैरानी वालीं बात है वो खुद बहुत अच्छी बंदूक चला लेते हैं, लेकिन बोलते है कुछ ऐसा हादसा हुआ के बंदूक उठाना छोड़ दी अब क्या हुआ कैसे ये मुझे पता नहीं। लव नील से बोलता है ये बुढ़ा खुद ही राज खोल देगा सारे बहुत बोलता है दोनों फिर मुस्कुरा देते हैं।
धन्यवाद