Sapna shah

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जिन्दगी

कुछ दर्द मिटाना है बाकी
कुछ कर्ज चुकाना है बाकी 
थोड़ी देर ठहर जा जिन्दगी 
अभी तुझे समझना है बाकी 

कुछ घाव मिटाना है बाकी 
कुछ जख्म रूझाना है बाकी 
थोड़ी देर ठहर जा जिन्दगी 
अभी तुझे अपनाना है बाकी 

अपनों के फरेब से उभरना है बाकी
टूटे दिल के अरमानों को मिटाना है बाकी 
थोड़ी देर ठहर जा जिन्दगी 
अभी तुझे खुलकर जिना है बाकी 

खुले आसमां में उडान भरना है बाकी
इंद्रधनुष से रंग बिखेरना है बाकी 
थोड़ी देर ठहर जा जिन्दगी 
तुझे गले लगाना है बाकी 

कई ख्वाहिशे  दिल की पुरी करना है बाकी 
कहीं अनकहीं बातों को अभी महसूस करना हैं बाकी 
थोड़ी देर ठहर जा जिन्दगी 
तुझसे एक मुलाक़ात अभी है बाकी ....!! 














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