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बारिशें!




बारिशें लेकर आतीं है, यादें तेरी
भूले से भी ना भूलने देतीं, बातें तेरी,
जो अक्सर डूब जाता हूँ ख्यालों में तो
बूंदे बरसकर ले आतीं हैं सौगातें तेरी!



इन बारिशों में, इन मौसमों में
खोए ही रहते थे हम, तेरी बाहों में,
चलते चलें हम, शाम ढले तक
मुझे छोड़ चले गए तुम, उन्हीं राहों में!

'अक्सर सोचता हूँ ये, बारिशें ना आये
बारिशें जो लायें तो, तेरी यादें ना लायें
तड़पता है ये दिल मेरा, तन्हा धड़कता है
कहाँ हो तुम, कहाँ हो, हर जगह भटकता है
हैरत होती है मुझे, क्यों गैरत ना हुई तुझे
गैर करके गया, बेगैरत! तन्हा कर गया मुझे'



इन बारिशों ने रुसवाँ किया है
कोई तो बता दे, गुनाह, मैंने क्या किया है?
मिल रही सजा जो, क्या इसकी वजह है?
कोई तो बता दे मुझे,  मैंने क्या किया है!

लबरेज हैं बूंदे भी, अल्फ़ाज़ों से तेरी
हवाओं के शोर में है, पतझड़ की शाखें मेरी!
वाकिफ जो होता तेरी अदा से तो ढल जाता है,
इन बारिशों से दूर निकल जाता मैं!!




"बारिशें नियामत खुदा की, और क्या होगा?
तू तन्हा सीख ले जीना, ना दिल इससे जला।
अरे ओ पागल प्रेमी, और क्या भटकेगा तू!
बहुत तड़पा हुआ है,  और क्या तड़पेगा तू!!

समझ मेरी बात और जीना, सीख ले तन्हा.....!"


अब तो हरपल तन्हा, ये सोचता हूँ
खुद को किसी तरह, मैं रोकता हूँ
फिर भी कभी चली आती हैं, यादें तेरी
इश्क़ की गलियारों को अश्क़ से सींचता हूँ।

नहीं मंजूर है मुझे मगर, ये होता है
है मुस्कुराहट होंठो पर, मगर दिल रोता है
मुझे इन बूंदों में दिखती है... आँखे तेरी
अक्स' तेरा उभरता, हवाएं साँसे तेरी..!

बारिशें लेकर आतीं है, यादें तेरी
भूले से भी ना भूलने देतीं, बातें तेरी
जो अक्सर डूब जाता हूँ ख्यालों में तो
बूंदे बरसकर ले आतीं हैं सौगातें तेरी!


#MJ
©मनोज कुमार "MJ"

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2 Comments

Ravi Goyal

18-Jun-2021 08:56 AM

शानदार कविताएं👌👌

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Aliya khan

18-Jun-2021 08:55 AM

बेहतरीन

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