साहित्य

साहित्य 


साहित्य अंकुरित होता किसी लेखक के कलम की धार से
साहित्य का निर्माण होता चिंतन और साधना के व्यवहार से
जगत से जुड़कर संवेदना और सहानुभूति जो प्रकट करे
सच्चा साहित्य जीवटता से उतारा गया एक सत्य संदेश 
कहीं दृढ़ संकल्प के भाव लिए यह संघर्षो पर जीत पाता
कहीं प्रेम के कोमल भावों को हृदय में उतार जाता 
विविधता इसके स्वरुप में भिन्न रसों का समावेश लिये 
भाषा का समृद्ध रूप निहित इसके हर स्वरूप में
अनगिनत विधाओं में रचा बसा ये बटोरे अनुभव जीवन के 
अध्यात्म और जीवन दर्शन का साक्षात्कार इसी से होता है
सार्थक साहित्य सदा सकारात्मक 'पहल' का एक विश्वास
साहित्य जीवन का अमृत, समाज को दर्पण दिखाने का प्रयास।

आभार – नवीन पहल – २७.०२.२०२२ ❤️❤️💐💐🙏🏻🙏🏻
# वार्षिक काव्य प्रतियोगिता हेतु

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4 Comments

Swati chourasia

01-Mar-2022 04:00 PM

Very beautiful 👌

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Thank you ji

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Astha Singhal

27-Feb-2022 06:04 PM

बहुत बढ़िया 👍

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