लेखनी प्रतियोगिता -27-Feb-2022 इंतजार
इंतजार
कर सोलह क्षृंगार गोरी खड़ी,
पहन चूड़ा हाथ भर।
मेहंदी रचे हाथ,
गले में हार प्यारा पहने ।
मोतियों की माल,
नजर झुकी खड़ी वह।
पिया के इंतजार में,
सुंदर लगे वह आज इतनी ,
चांद भी देख शर्माए।
छुपा है बादलों में ,
धीरे-धीरे उसको निहारे।
सजन की इंतजार में खड़ी,
वह मंद मंद मुस्काए।।
रचनाकार ✍️
मधु अरोरा
,27.2.2022
प्रतियोगिता के लिए
Arman
28-Feb-2022 10:38 AM
Behtarin
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Swati chourasia
27-Feb-2022 09:54 PM
Very nice 👌
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