*आम आदमी*
नीचे से खूबसूरत है बाहर से मैला बहुत है
आम आदमी है दिल का साफ बहुत है
दिल भर मेहंदी करता है काई काम करता है
बचाओ को बहलाने को उसका टूटा बहुत ज्यादा है
कितने मेले कपड़े हैं फिर भी खुश रह पता है
2 वक्त की रोटी सुकुन से मिले यही तो वो चाहता है
कभी बोलकर कभी रो रोकर तो जाता है
आम आदमी है बात बात पे रोटा बहुत है
ये दुनिया भी कैसी है मेहनत करके रोना है
आम आदमी है मेहनत करता बहुत है
Seema Priyadarshini sahay
01-Mar-2022 06:30 PM
बहुत खूबसूरत
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Swati chourasia
01-Mar-2022 04:20 PM
Very beautiful 👌
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