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लेखनी प्रतियोगिता -02-Mar-2022 कालेज का पहला दिन

आज अंजली  का कालेज में पहला दिन था। अंजली के पापा कुछदिन पूर्व ही इस शहर  जयपुर में ट्रान्सफर होकर आये थे।  अंजली ने  बारहवी की परीक्षा मे अपने स्कूल को टाँप किया था।


           परन्तु इस कालेज के लिए वह नया चेहरा था यहाँ अभीतक कोई दोस्त भी नही था। उसका एडमीशन भी मैरिट के आधार पर हुआ था।

       अंजली को कालेज में जाने की खुशी होरही थी दूसरी तरफ रैगिंग के डर से शरीर काँप रहा  था। क्यौकि उसने रैगिंग के बहुत कहानियां सुन रखी थी।  

            अंजली ने अपनी सबसे पसंदीदा ड्रैस पहनी और वह कालेज के लिए रवाना होगयी। अंजली के पापा ने उसे नयी स्कूटी लाकर दी थी। वह आज बहुत खचश थी। क्यौकि वह नये कालेज में नयी स्कूटी से जा रही थी

    अंजली की स्कूटी का रंग  पिंक था । उसने सूट भी पिंक कलर का ही पहन रखा था। अंजली की सैन्डिल भी पिंक कलर की थी। उसने ऐनक भी पिंक लगाया हुआ था। उसने अपने सिर पर पिंक हैट भी लगाया हुख था। अंजली को देखकर यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी वह पिंकसिटी में पिंक गर्ल जैसी लगरही थी।

         कालेज में कदम रखते ही उसका सामना   आसिक मिजाज छात्रौ से होगया। वह छात्र अंजली को पिंकी कहकर पुकारने लगे। लेकिन अंजली जानती थी कि अब वह कालेज में आई है यहाँ अनेक तरह के छात्रौ से सामना होगा।

        जब वह अपनी क्लास खोजती हुई वहाँ पहुँची तब वहाँ का नजारा अद्भुत था ।क्लास को  गुब्बारौ से सजाया गया था। क्लास मे लड़किया अधिक लड़के कम थे।

          वहाँ सभी चहरे नये थे  क्लास मे प्रवेश करते ही उसका स्वागत गुलाब का पुष्प देकर किया गया।  अंजली उन सबके ब्यबहार से बहुत खुश थी।

          आज पहला दिन हौने के कारण केवल आपस में पहचान कराई गयी थी पढा़ई तो नहीं हुई। किसी ने चुटकले सुनाये तो किसीने अपनी बीती हुई कोई कहानी सुनाई।

         कुछ समय बाद अंजली लाइब्रेरी में चली गयी। वह वहाँ रखी मैग्जीन पढ़ने लगी उसी समय फाइनल के लड़कौ का ग्रुप आगया। उनके लाइब्रेरी मे घुसते ही सभी चौकन्ने होगये।

         उनमें से एक हिप्पी टाईप लड़का अंजली की तरफ आने लगा। अंजली  को तो रैगिंग का पहले ही डर लग रहा था। वह इससे बचने के लिए यहाँ आई थी। परन्तु य। मनचले यहाँ भी पहु़चगये ।

      अंजली डर के कारण सकपका गयी और सिकुड़कर बैठ गयी। वह लड़का बोला ," क्या नाम है तेरा पिंक सिटी ?"

          "जी अंजली" वह धीरे से बोली।

           " आज खाना नही खाया क्या जो इतना धीरे बोल रही है ।"उस लड़के ने पूछा।

             "जी खाया है।" अंजली ने छोटासा जबाब दिया।

            "  नाचना आता है ?"

              " जी नहीं " वह बोली।

                 " गाना आता है। " उस लड़के ने पूछा।

                   उसी समय वहाँ दूसरा ग्रुप आगया और उनका नेता रौबदार आवाज में बोला," ओ पहलवान हमारी मीटिंग में क्या बात हुई थी भूल गया। "

            पहले वाला लड़का चुप रहगया।

        " चल  फूट यहाँ से। आइन्दा किसी को परेशान किया तो समझ लेना?"उसने उसे फटकार लगाई।

         वह लड़का अंजली से बोला," मेरा नाम समर है तुम्है कोई परेशान करे मुझे बताना। हमारे कालेज मे कोई रैगिंग नही होगी। "

       उसकी बात सुनकर  अंजली की जान में जान आगयी।और वह खुश होगयी।

        वह समर की मुरीद होगयी कि उसने समय पर आकर उसे बचा लिया। वह मन ही मन  उसका धन्यवाद कर रही थी।

           इस तरह अंजली के कालेज का पहला दिन बहुत ही शुभ रहा। उसने घर आकर मम्मी पापा को पूरी घटना सुनाई।अंजली की बातै सुनकर सभी ताली बजाने लगे।

 



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7 Comments

Shrishti pandey

03-Mar-2022 08:34 PM

Nice

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Naresh Sharma "Pachauri"

03-Mar-2022 10:01 AM

धन्यवादजी

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Abhinav ji

03-Mar-2022 09:05 AM

Very nice

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