खत आखिरी

खत आखिरी


एक खत लिख कर, किया तुमने किनारा
कह दिया, कर लो अब मेरे बिन गुजारा
अब न बंधनों में दिल के तुमको बांधेंगे
तेरी यादों में भी हम अब कभी न झांकेंगे।

कितना आसान था तोड़ना ये दिल हमारा
तुम भी जानते हो तुम बिन नहीं है गुजारा
रस्मे वफ़ा हम फिर भी ताउम्र निभाएंगे
सांसों में बस गए हो कैसे तुम्हे भुलायेंगे।

चंद लम्हे चाहतों के जो किये थे साझा
मुँह मोड़कर उनसे क्या आगे कदम तुम बढ़ा पाओगे
ये मर्ज़ी तो नहीं तुम्हारी जाने है कैसी मज़बूरी
छुप कर दामन अपना तुम भी अश्कों से तो भिगाओगे।

जानते हैं हम, लाख कह लो, भूल तुम भी ना पाओगे
हर कदम हर डगर, याद आयेगी कैसे खुद को समझाओगे
आसान इतना नहीं होता सच्चे प्यार को भुला पाना
एक खत लिख कर क्या दिलों से प्यार मिटा पाओगे।।

आभार – नवीन पहल – ०६.०३.२०२२ 💐🎉👍❤️

# प्रतियोगिता हेतु


   8
6 Comments

Seema Priyadarshini sahay

07-Mar-2022 05:06 PM

बहुत खूबसूरत

Reply

Punam verma

07-Mar-2022 09:25 AM

Nice

Reply

Abhinav ji

07-Mar-2022 08:30 AM

बहुत ही सुंदर

Reply