Shanu Bhai
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शायरी
हर वक्त अँधेरा है दिल में ,चाहें धूप रहे या छांव रहे, कुछ भी तो नहीं बदला हमने , बर्बाद थे हम बर्बाद रहे , हम जिसके लिए दुनिया भूले उसको भी कहाँ हम याद रहे,,
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