*8368323740* *बाली पहलवान*
*विश्व महिला दिवस*
सृष्टि का प्रथम स्रोत है महिला ,
भू लोक पर भी स्थान पहिला ।
धरती माँ भारती भी महिला ,
सम्मान में भी आगे है महिला ।।
महिला बिन घर होता है सूना ,
महिला बिन सूना यह संसार ।
महिला से ही नर आदर है पाता ,
महिला बिन नर को नहीं आधार।।
इस सृष्टि की रचना करने हेतु ,
सर्वप्रथम महिला ही आई थी ।
देवलोक में कदम पड़ा जब ,
तभी माता वह कहलाई थी ।।
महिला ही है शृंगार जगत का ,
महिला ही सृष्टि का खेवनहार ।
महिला से ही देश आगे बढ़ता ,
महिला से हो नैया होती है पार ।।
सृष्टि हेतु बहुमूल्य है महिला ,
महिला का हो उचित सम्मान ।
महिला से ही देश भी बढ़ा है ,
महिला देश का आन बान शान।।
पूर्णतः मौलिक एवं
अप्रकाशित रचना ।
Swati chourasia
08-Mar-2022 05:11 PM
Bohot hi khubsurat rachna 👌
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