अनाज

अनाज


भूखे का पेट भरे ना ,
अनाज नाली में जाता है ।
जो जितना बर्बाद करें ,
वो उतना धनी कहलाता है ।

एक अनाज उगाने को ,
किसान कई बार मर जाता है ।
दे पैसों की गड्डी मानो,
 कोई उसकी कीमत लगाता है।

 इसी अनाज से धरा पर,
 हर एक प्राणी जीवन पाता है ।
फिर भी बर्बाद जाने क्यों,
कर इसको यूं जाता है।

 यही अनाज तो कई भूखों की,
 टुकड़ों में भूख मिटाता है ।
इसी अनाज के कारण घर से ,
बाहर बेटा जाता है ।

दो वक्त की रोटी के कारण,
 घर बार छूट सा जाता है ।
यही अनाज तो सच में यारों,
जीवनदाता बन जाता है।।

9/3/22💐💐💐05:54pm

©️®️पूनम शर्मा स्नेहिल☯️

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4 Comments

Seema Priyadarshini sahay

10-Mar-2022 04:27 PM

बहुत बेहतरीन

Reply

Lotus🙂

10-Mar-2022 10:52 AM

बेहतरीन

Reply

Lotus🙂

10-Mar-2022 10:51 AM

बहुत खूब

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