विश्वास

विश्वास

आस जहां विश्वास वहां, रखना हरदम याद।
बिना आस के ईश्वर से, करना ना फरियाद।।

होता जहां विश्वास वहां पर, विष की होती आस।
विष से मिलकर ही बनता, पूरा है विश्वास।।

औरों के जीवन से कुछ तो,हो पास तुम्हारे खास।
खुद के भीतर जगा के रखना, हर पल ये विश्वास।।

मात-पिता के प्रेम सा दूजा, ना जग में कोई प्यार।
कितने ही बना लो जग में ,फिर चाहे तुम यार।।

मौत भी हारे जिसके सम्मुख, वो होती है आस। 
आस बनाकर रखती सदा ,भीतर एक विश्वास।।

9/3/22💐💐💐12:17pm

©️®️पूनम शर्मा स्नेहिल☯️



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2 Comments

Seema Priyadarshini sahay

10-Mar-2022 04:26 PM

बहुत खूबसूरत

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Gunjan Kamal

09-Mar-2022 10:39 PM

बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति 👌👌🙏🏻

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