चाय कि टपरी
चाय की टपरी
राजू एक बारह वर्षीय लड़का था। वह अपने माता-पिता तथा बड़े भाई से बहुत तंग आ गया था। बड़ा भाई हमेशा उसे हर काम में शिक्षा देता था। पिताजी उसे ज्यादा समय तक कंप्यूटर पर खेल नहीं खेलने देते थे। बात-बात पर लोगों के द्वारा टोके जाने से तंग होकर उसने एक रात घर छोड़ने का निर्णय ले लिया। घर से कुछ दूर निकल कर उसे समझ नहीं आ रहा था कि कहाँ जाए? अतः वह एक बेंच पर बैठ गया। कुछ देर बाद उसने देखा कि सामने एक चाय की टपरी थी जहाँ एक लड़का ठेले पर चाय-पकौड़े बेच रहा था। वह लड़का भी उसी की उम्र का था। ग्राहकों के चले जाने के बाद वे दोनों आपस में बातें करने लगे। उस लड़के ने अपना नाम सोनू बताया। सोनू ने राजू को बताया कि वह दिन में गाँव के सरकारी स्कूल में पढ़ने जाता है और रात को चाय की टपरी चलाता है। दिन में उसका बड़ा भाई यह काम संभालता है। इस प्रकार दोनों भाई दिन-रात मेहनत करके पैसे कमाते हैं। सोनू ने बताया कि उसका बड़ा भाई उसे पढ़ा-लिखाकर अच्छा इंसान बनाना चाहता है इसीलिए वह सप्ताह में एक दिन उसे कंप्यूटर सीखने के लिए भी भेजता है। सोनू कहता है कि उसे 30 मिनट की कंप्यूटर कक्षा में बहुत मज़ा आता है। सोनू ने राजू से पूछा कि तुम तो बड़े घर के लगते हो, इतनी रात में यहाँ क्या कर रहे हो ? राजू ने बताया कि वह घर से भाग गया है। सोनू ने कहा कि लगता है तुम्हारे पिताजी ने भी तुम्हें बहुत मारा है, मेरे बापू की तरह। अच्छा किया जो तुमने घर छोड़ दिया। इसके बाद सोनू ने राजू से कहा कि अब उसका घर जाने का समय हो गया है। जाते-जाते सोनू ने यह भी कहा कि जहाँ भी जाना खुश रहना। जीवन में मुश्किलें तो आती हैं लेकिन कभी उदास नहीं होना। राजू अब सोच में पड़ गया था कि क्या वाकई वह बहुत दुखी है? उसे उसके पिता इतना प्यार करते हैं, उसके भाई उसका ध्यान रखता है, उसके पास सारी सुख-सुविधाएँ हैं जिन्हें पाने के लिए सोनू दिन-रात कड़ी मेहनत करता है फिर भी वह खुश है। राजू को अपनी गलती का एहसास होता है और वह घर लौट जाता है। उसके बाद उसे घर वालों का किसी काम पर टोकना कभी भी बुरा नहीं लगता था क्योंकि वह समझ चुका था कि उसके अपने उसका भला ही चाहते हैं। राजू ने मन ही मन भगवान का शुक्रिया अदा किया कि उसने सही समय पर सोनू के माध्यम से उसको उसकी गलती का अहसास दिला दिया। सोनू और उसकी चाय की टपरी उसके लिए ऐसा यादगार पल थे जिसने उसकी ज़िन्दगी बदल दी थी।
डॉ
Gunjan Kamal
12-Mar-2022 08:31 AM
प्रेरक कहानी शानदार प्रस्तुति 👌
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Aliya khan
12-Mar-2022 12:53 AM
ज़िन्दगी के कुछ पल ऐसे होते है जो कुछ न कुछ हमे सीखा ही जाते है
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