मगर मंजिले सबकी एक नहीं
पड़ाव तो आएंगे राहों में
दुःख है इस बात का कि इरादे सबके नेक नहीं,
उस मोड़ पर हूं मैं जिंदगी के
जहां हर रास्ता खत्म होता नजर आ रहा है
मेरी दुनिया ख़ाक हो रही है
पर शुक्र है उसका सफ़र हर कदम बाहर हो रहा है,
साहिल के किस्मत में
लहरों का आना-जाना हर बार रहा है
दस्तकें कम हो रही है अब हर रोज
पर शुक्र है उसका मुकद्दर खुदा लिख लगातार रहा है...
Aliya khan
26-Jun-2021 08:14 PM
बेहतरीन
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Pinky singh
26-Jun-2021 08:16 PM
जी शुक्रिया 😊🙏
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ऋषभ दिव्येन्द्र
26-Jun-2021 06:42 PM
बहुत अच्छे 👌👌👌👌
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Pinky singh
26-Jun-2021 06:51 PM
जी शुक्रिया 😊🙏
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Vfyjgxbvxfg
26-Jun-2021 04:35 PM
Wah bahut khoob
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Pinky singh
26-Jun-2021 06:52 PM
Ji sukriya 😊🙏
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