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लेखनी कहानी -27-Mar-2022

चंद शेर 

خبریں تو ہیں پرانی اشتہار ہے نیا۔
تاریخ پڑھ کے جانا اخبار ہے نیا۔

ख़बरें तो हैं पुरानी, इश्तिहार है नया,
तारीख़ पढ़ के जाना, अख़बार है नया !

Khabren To Hain Purani, Ishtihar Hai Naya,
Tareekh Padh Ke Jaana, Akhbaar Hai Naya.

جب کام نہ ملے تو روٹی نہیں ملتی۔
بھوکھ کی نوکری میں چھٹّی نہیں ملتی۔

जब काम न मिले तो रोटी नहीं मिलती,
भूख की नौकरी में छुट्टी नहीं मिलती !

Jab Kaam Na Mile To Roti Nahi Milti,
Bhookh Ki Naukari Mein Chhutti Nahi Milti.

جب رات اندھیری گھرتے ہی میرا سایہ کھو جاتا ہے۔
تو چپکے سے من میں آکر میرا سایہ ہو جاتا ہے۔

जब रात अँधेरी घिरते ही मेरा साया खो जाता है !
तू चुपके से मन में आकर मेरे साया हो जाता है !


©® फिरोज़ खान अल्फ़ाज़
नागपूर प्रोपर औरंगाबाद बिहार

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1 Comments

Gunjan Kamal

28-Mar-2022 12:47 AM

शानदार प्रस्तुति 👌🙏🏻

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