लिखा नहीं जाता~टिया~
गम का घूट पिया जाता है,
गम लिखा नही जाता,
हर सिसक को शब्दों में संवारा नहीं जाता..!!
जो चढ़ जाएं इक बार
नशे की तरह,,
फिर उसे उतारा नहीं जाता..!!
जान को चढ़ा कर सूली पर,
रूह त्याग,
जिस्म में रहा नहीं जाता..!!
याद में जिनके
बरसों बीत जाते है,,
और लम्हा गुज़ारा नहीं जाता..!!
सीने की तह में
दफ़न होने के बाद टिया
राज़ फिर खोदा नही जाता..!!
ये इश्क़ हैं जानां
यहां सुकून हैं,,
इसमें जीने के बाद फिर मरा नहीं जाता..!!
#प्रतियोगिता - 29 मार्च २०२२
# लेखिका: टिया अग्रवाल©®
#कॉपी राइट
Gunjan Kamal
30-Mar-2022 09:00 AM
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति 👌🙏🏻
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Swati chourasia
30-Mar-2022 09:00 AM
बहुत सुंदर रचना 👌👌
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Shrishti pandey
30-Mar-2022 08:02 AM
Nice
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