जागरण
जागरण
सेठ जगदम्बा प्रसाद के यहाँ आज भगवती जागरण है। बाहर से भजन गाने वालों की ऑर्केस्ट्रा पार्टी आई है। माँ का आह्वान कुछ फिल्मी गानों की तर्ज़ पर हो रहा है।
माँ की एक भक्तन भाव विभोर हो ‘दीवाने तो दीवाने है’ की तर्ज पर ‘जगदंबे हम तेरे दीवाने हैं’ गाती हुई श्वेता शेट्टी स्टाइल में लचक रही है।
चाय का दौर चल रहा है। इतने शोर-शराबे में भला नींद किसे आती ! माता भी जागकर भौंचक्की-सी भक्तों की अपार श्रद्धा का जायजा ले रही है।
दूर यमुनापार झुग्गी-झोपड़ी और फुटपाथों पर कुछ अंधे अपाहिज लोग देवी के अस्तित्व को नकारते भूखे पेट रोटी की चिंता में जाग रहे हैं। देवी भी उनके अस्तित्व से अनभिज्ञ है।