लेखनी कहानी -01-Apr-2022
यह क्या डायरी लेकर फिर लिखने बैठ गई, तुम्हे सी.टेट प्रतियोगिता निकाल कर शिक्षक बनना चाहिए, ना कि इन चिजों मे वक्त गवॉना चाहिए , माँ ने झल्लाते हुए कहा । पायल बोली- सुनो माँ मेरा मन लेखक का मन है ,इसे कुछ और नही भाता, तुम देखना एक दिन मेरी लेखनी को हर कोई पसंद करेगा , और पहले से चिजें काफी आसान भी तो हुई है, ऑनलाइन कहानि ,शायरी ,कविता लिखने का मौका भी दे रहे ये लेखनी.कॉम वाले !! सबकी प्रतिभा निखर सकती है तो मेरी भी निखरेगी !! चुप्प कर! ये सब खाली समय में ही ठिक है, बि.एड कर चुकी है, एक सी.टेट तो निकाल ना सकती, बस बात बना सकती है, मेरे पैसे डुब गये तुझे पढा कर । माँ कोई पैसे नही डुबे मै जब कमाने लगुँगी तुम्हे वापस कर दूँगी । बस! बस, ज्ञान ना दे और ये लिखना बंद कर । पायल ने माँ के डर से डायरी तो बंद कर दिया , मगर मन ही मन सोचने लगी काश मुझे भी कोई मंच मिल जाता तो सुकुन से लिखती, और माँ कि सारी शिकायतें भी दुर कर सकती । फिर मन ही मन तय किया ,चाहे कोई खुश रहे या रंज, मै अपनी लेखनी बंद नही करूंगी, मरी लेखनी ही मेरी पहचान बनेगी । वो डायरी और कलम को दिल से लगा कर बोली ,बहुत प्यार करती हुँ तुम दोनों को मुझे छोड़ के मत जाना, हमेशा नए रूप में आना, ताकि मेरी लेखनी कुछ नए मुकाम छु सके । उसे यूँ लगा जैसे डायरी और कलम भी उससे लिपट के हां जी, हां जी कर रही हो l वो अपने पागलपन पर खुद मुस्कुरा बैठी और बोल उठि ,तुम मेरी पहली मोहब्बत हो
Seema Priyadarshini sahay
01-Apr-2022 08:45 PM
बहुत खूबसूरत
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Gunjan Kamal
01-Apr-2022 07:28 PM
👏👏👌🙏🏻
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Anam ansari
01-Apr-2022 06:02 PM
👌👌👌👌
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