अदाएं तेरी!
वफ़ाएं ना मिली किसी से यहां
अदाएं जाहिर हैं तेरी
बचा है कोई आज तक कहाँ
फिदायें जाहिर हैं तेरी।
ज़हर सी घोल दे जिगर में,
कोई पाबंदियां तो खोलो
मुँह बन्द दिया है मेरा, तू चिल्ला के
कह रहा कुछ तो बोलो!
कहर है..., सितम है
सितमगर तेरे क्या हम हैं
मारा गया हूँ मैं बेवजह
कह रहा है कि ये रहम है!
बेरहमी से चीर डाला मुझकों बता
बलाएं काफिर हैं मेरी
अदाएं इतनी हैं तेरी क्यों हर जगह
दुआएं ना हाजिर हैं मेरी!
वफ़ाएं ना मिली किसी से यहां
अदाएं जाहिर हैं तेरी
बचा है कोई आज तक कहाँ
फिदायें जाहिर हैं तेरी।
ये कत्ल का कौन सा तरीका
रूह मरें, जिस्म ना जले
सीखा कहाँ से ऐसा सलीका
कदम रुकें, चले ना चले!
लूटा है मुझको ऐ किस्मत...!
तेरी अदाओं की चालबाजियों ने
कैसे बदलता है हरपल तू
लुटा है मुझको, मेरी अधूरी ख्वाहिशों ने।
मैं जला हूँ, बिन जले...
धुँआ-धुँआ है रूह मेरी
ठहरा हुआ हूँ, चल चले
मुझको चुभती ये खुशबू इत्र की!
हर ओर बनावट औ' दिखावट यहां
कुछ नही, खातिर है तेरी
कहता हूँ खुद से, सहता हूँ सब जहां
ये नहीं आसिर हैं मेरी!
वफ़ाएं ना मिली किसी से यहां
अदाएं जाहिर हैं तेरी
बचा है कोई आज तक कहाँ
फिदायें जाहिर हैं तेरी।
#MJ
#प्रतियोगिता
©मनोज कुमार "MJ"
ऋषभ दिव्येन्द्र
30-Jun-2021 07:13 PM
जबरदस्त बन्धु जबरदस्त 👌👌👌👌
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Swati Charan Pahari
30-Jun-2021 05:18 PM
बेहतरीन
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Ravi Goyal
30-Jun-2021 05:14 PM
Bahut khoobsurat rachna 👌👌
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