लेखनी प्रतियोगिता -04-Apr-2022
रचीयता-प्रियंका भूतड़ा
किताब
शीर्षक-किताबी राहे दिखाती हैं
दिखाती है हमको किताबें राहे
पूरा करती है हमारी चाहते
स्वादिष्ट भोजन की तरह होती है किताब
जितना खाए उतना ही बढ़ता जाए मन
थमने का नहीं लेता नाम
किताब से मिला ज्ञान
चारों तरफ रोशनी फैलाता
हमारी जिंदगी बदलता
किताब का हर पन्ना
ज्ञान बढ़ाता है हमारा
चारों तरफ अंधियारे को
कर देता है उजियारा
मन को कर देता है प्रकाशित
जिसको हो किताब की भूख
जिसका मन जाता है डूब
हर किताबों में लिखा है खूब
जिस से खुले है एक नया दरवाजा
पढ़ने वाला कहता है ,लिखने वाला है बेहद खूब
इससे होते हैं हम खुश
महसूस करते हैं हम कूल
एक अच्छी किताब बन जाती है मित्र
किताब होती है हमारा सपना
दिखाती है अपना खजाना
खजाने को पाकर
चलते हैं हम नई राह पर
नहीं सीख, नहीं उम्मीद के साथ हम
बढ़ते हैं हम आगे
किताबों के साथ, चलते हैं हम हर समय
हर समय बिताते हैं साथ।
Reyaan
06-Apr-2022 10:02 AM
👌👏🙏🏻
Reply
Shnaya
06-Apr-2022 02:19 AM
Very nice
Reply
Seema Priyadarshini sahay
05-Apr-2022 10:56 AM
बहुत खूबसूरत
Reply