लेखकों को समर्पित
लेखकों को समर्पित
वक्त रुकता नहीं, किसी बहाने से,
हुनर छिपता नहीं, विपत्तियों के आने से।
लिखने वाले लेख लिख ही देते है,
कितना ही दूर रखो उनको कागज़ कलम उठाने से।
लिखते रहो ऐसे ही, मंजिल खुद मिल जायेगी,
वक्त दिया करो खुद को, तकदीर बदल जायेगी।
हीरे तो बहुत है संसार में मगर,
कोहीनूर की झलक तुम में ही नज़र आयेगी।
रास्ते है हज़ारों, मंजिल सिर्फ एक रखना,
लिखते तो बहुत लोग है कविता, तुम अपना मिजाज बदल कर रखना।
एक दिन दुनिया तुमको ढूंढ़ेगी शोसल मीडिया पर,
तुम मेरी बात याद रखना।
सफर जो शुरू किया है, इसको जारी ही रखना,
कुछ मज़ाक भी बनायेंगे, तुम बिल्कुल ना डरना।
इस संसार की रीत है गिरते को गिराना,
तुम हौंसला बनाये रखना, मंजिल की तलाश में चलते रहना।
सभी लेखकों को समर्पित
धन्यवाद
Ravi Adhana
Meerut..........UP