मुहब्बत
मुहब्बत
✍️श्याम सुन्दर बंसल
सुनो मुझसे मुहब्बत करोगी क्या
सुनो मेरे नाम का मंगलसुत्र अपने गले मे डालोगी क्या
खुद से ज्यादा चाहूंगा जिंदगी भर तुमको
सुनो तुम मुझको भरी महफिल में भी अपना कहोगी क्या।
तुमको खुद से ज्यादा मुहब्बत करू तो क्या होगा
सुनो तुम्हारे लिए दुनिया से लड़ जाउ तो क्या होगा
मुझको अपना हमसफर बनाओगी क्या
सुनो अपने दिल में थोड़ी सी जगह बनाओगी क्या
तुम्हारे लिए हर एक पल हसीन कर दु
तुम कहो तो जमाने को तुम्हारे कदमों में ला दु
सोचना मत व्यंग कर रहा हूं
तुम कहो तो खुद की जान भी दे दु।
सुनो मेरे नाम की हाथों में मेहंदी लगाओगी क्या
सुनो तुम्हारी मांग भर दु हक दोगी क्या
चाहूंगा जीवन भर वादा है तुमसे
सुनो मेरे जीवन का हिस्सा बनोगी क्या।
ऋषभ दिव्येन्द्र
02-Jul-2021 07:05 PM
बहुत अच्छे 👌 वर्तनी संबंधित अशुद्धियां हैं....
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Niraj Pandey
01-Jul-2021 11:43 PM
वाह 👌
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Aliya khan
01-Jul-2021 08:34 PM
बेहतरीन
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