लेखनी प्रतियोगिता -18-Apr-2022 सच्चा दोस्त
रचयिता-प्रियंका भूतड़ा
शीर्षक-सच्चा दोस्त
दोस्तों से मिलना तो एक बहाना था
अपना अफसाना तो एक तराना था
दोस्तों का जिंदगी में एक सहारा था
दोस्त होते हैं जीने की जरूरत
उस से जुड़कर ही पूरी होती हैं हसरत
दोस्ती ही सबकी जान होती है
दोस्तों से हमारी पहचान होती है
एक दूसरे से करते हैं खुलकर बातें
सबसे ज्यादा होती है उनसे मुलाकातें
दोस्त जीवन का होता है सबसे प्यारा एहसास
दोस्त हमारे दिल के होता है पास
दोस्त ही पुरानी यादों का ताज होता है
दोस्ती से जुड़ा हर राज होता है
लेकिन दोस्ती नहीं होती इतनी आसान
क्योंकि सच्चे दोस्त की नहीं होती पहचान
सच्चे दोस्त होते हैं बहुत करीब
दोस्ती नहीं देखती अमीर गरीब
जिन्हें होती हैं दोस्ती की कद्र
वह हरदम करते हैं फिक्र
सच्चे दोस्त नहीं जताते एहसान
यही होता है उनका परवान
दोस्त के लिए क्या किया कभी बताते नहीं
मत दुखाया करो दोस्तों का दिल
यह रिश्ता तो प्यार से भी प्यारा अनमोल होता है।
दोस्तों से तो मिलना एक बहाना था
अपना अफसाना तो एक तराना था
दोस्तों का जिंदगी में एक सहारा था
"खुशियां हो इतनी की आंखों में आंसू जम जाए
लम्हे हो इतने हसीन कि वक्त थम जाएं
दोस्ती निभाये कोई इस तरह की
साथ गुजारा हर पल जिंदगी बन जाए।"
Shnaya
19-Apr-2022 04:37 PM
Very nice 👍🏼
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Abhinav ji
19-Apr-2022 09:00 AM
Nice👍
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Dr. Arpita Agrawal
19-Apr-2022 06:02 AM
बहुत खूब 👌👌
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