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मर्डर एक प्रेम कहानी (सीजन-2)


नोट- इसे पढ़ने से पहले "मर्डर- एक प्रेम कहानी" जरूर पढ़ें ये उसका सेकंड पार्ट है




नमस्कार………मैं नीतिश चावला
पेश है आज के मुख्य समाचार
●भारत के शिखर पर राज कर रहे गायक,
●भारत के टॉप -10 में चौथे नम्बर पर विराजमान, अपने गाने से अपनी अलग पहचान बना चुके मशहूर गायक,
● जिनके गानो की तुलना अरिजीत सिंह से की जाने लगी थी
●सिर्फ तीन  चार साल में अपनी अलग पहचान बना चुके
  मशहूर गायक मिस्टर राज जिन्हें आज इंडिया म्यूजिक एकेडमी में टॉप -1 गायक का पुरस्कार मिलने वाला था। उनकी हत्या कर दी गयी है।
4 नवम्बर 2019 की  बेहद दुखी घटना है, इस खबर ने पूरी फिल्म इंडस्ट्री में मातम फैला दिया है। अभी तक गुनहगार का कोई पता नही चल पाया है ।  घटनास्थल से जुड़ चुकी है रेशमी
"रेशमी  जी क्या कोई सुराक मिला  जरा विस्तार से बताये "

रेशमी (न्यूज़ रिपोर्टर) -  नमस्कार में रेशमी तिवारी, अभी खड़ी हूँ खुद के फेवरेट सिंगर के घर पर, जिनका मुश्किल से दो बार इंटरवीव्यू लेने का मौका मिला था। (आँसू पोछते हुए बोली)

नीतीश- प्लीज अपने जज्बातो को काबू में रखिये , और हमे घटना स्थल से रु-ब-रु कराइये।

रेशमी- ये आप देख सकते……घर की हालत सारे फर्नीचर टूटे हुए, जैसे आतंकी हमला हुआ हो, साथ मे सारा सामान बिखरा हुआ, चोरी के इरादे की झलक दिखाता है।
खून पूरे कमरे में फैला हुआ था और दाग अब भी है,
शायद राज की लाश को (उंगली से पीछे वाले दरवाजे की तरफ इशारे करते हुए) यहाँ से घसीटते हुए ले गए है।

नीतीश- क्या लाश का कुछ पता चला

रेशमा- नही लाश का कुछ पता नही चला शायद उसे कही, बहुत सोच समझकर ठिकाने लगा दिया गया है। कोई गाड़ी के निशान नही है ना ही किसी के आने जाने की पुष्टि हुई है।

नीतीश - तो देखा आपने राज के घर की हालत, कौन है राज का हत्यारा, क्या था हत्या का मकशद, ऐसे बहुत सारे सवालों के जवाब मिलते ही बताएंगे,
फिलहाल कुछ अन्य खबरों में नजर डालते है धन्यवाद रेशमा………कुछ खबर मिलते की हमसे जुड़े लाइव न्यूज़ पर

टीवी बन्द करते हुए अनुज जो कि एक म्यूजिक कंपनी चलाता था, अपनी पत्नी नीता से कहता है
अनुज- "हमे हिट करते करते अब न्यूज़ चैनल वालो को भी हिट कर रहा है, यही है महानता इसकी, क्या गाता था, अभी सब उसकी मौत की खबर सुना रहे है, कुछ दिन उनके गाने सुनाएंगे फिर भूल जाएंगे"

नीता - मगर इनकी हत्या कौन कर सकता है, किससे दुश्मनी थी।
अनुज - दुश्मनों की कमी है क्या इस दुनिया मे, अपना करियर डूबता देखकर कोई भी सिंगर ऐसे पंगे ले सकता है।
नीता- कही अरिजीत………(रुक जाती है)

अनुज- पागल है क्या...ऐसे शक्श पर इल्जाम लगा रही है। दोबारा मत ले लेना अज्जू का नाम उसके फैन बहुत है, मेरी कंपनी बन्द करवा देगी तू,

नीता- शक करने में क्या जाता है, पुलिस हूँ शक करना मेरा काम है।, पता है शिला को भी बहुत दुख हुआ इस बात का वो तो सुबह से रोये जा रही है
अनुज- अपनी बहन को समझा लो राज के चक्कर मे हर बार चर्चा का विषय बन जाती थी, राज उसे सिर्फ दोस्त बोलता था, उसने अपनी सहेलियो को चिढ़ाने के लिए बॉय फ्रेंड बताया था,
नीता- गलत क्या बताया राज एक बॉय था और शीला का फ्रेंड भी था हो गया न बॉयफ्रेंड।
अनुज- तुम्हे तो पता है ना राज दिव्या की कहानी,
नीता- खैर छोड़ो वो दिव्या का ही था, चले गया दिव्य के पास , मगर उसे दिव्या के पास जिसने भी पहुंचाया उसे मैं नही छोडूंगी।

अनुज- पुलिस हो अपनी जगह, वैसे भी ये केस तुम्हे नही मिला है, जो तुम इतना गुस्सा कर रही हो, खबरदार जो अज्जू का नाम भी लिया , सुना नही था उस दिन राज का इंटरव्यू……………

22 अगस्त 2018
एक टीवी शो में राज का इंटरव्यू हुआ था जिस शो का नाम था
आसमान के सितारे, जमीं में है सारे

ये सिर्फ हिंदुस्तान के टॉप 20 लिस्ट में शामिल हीरो,हेरोइन, गायक गायिका, अभिनेत्री, लेखक और संगीतकार के इंटरव्यू के लिए था, शो की एंकर मिस. नेहा अग्रवाल ने बहुत उलझे और पेर्शनल सवाल किए थे जिनका जवाब पूरी सफाई से राज ने दिया था।

नेहा- आज के शो में आपका स्वागत है सर, आपको को है जो नही जानता, इसलिए आपका नाम लेने की गुस्ताखी मैं नही करूँगी।
राज- जी धन्यवाद आपका, मुझे इस शो का हिस्सा बनने के
    मौके अक्सर मिलते रहते थे मगर समय की कमी मुझे हिस्सा नही लेने देती थी, आज मुझे आने का मौका मिला, बहुत अच्छा लग रहा है
नेहा- आपने करियर की शुरुआत कैसे की?
राज - जी जब शुरुआत की थी करियर बनाने के लिए नही की थी, मैं सामाजिक मंच में शास्त्री जी के साथ जाने लगा तो ऐसे ही टूटे फूटे, आधे अधूरे गाने गाता था , कुछ नया गाता था अब न जाने कब किस्मत पलट गई, कुछ पता नही चला
नेहा- शास्त्री जी को हम तो जानते है लेकिन आपके फैन नही जानते,क्या कहना चाहोगे शास्त्री जी के बारे मे।
राज - मेरे मित्र, मेरे गुरु, मेरे मार्गदर्शक और मेरे माता पिता सब वही है।
नेहा- तब तो एक इंटरव्यू उनका भी बनता है।
राज- जी
नेहा - आज आपकी तुलना अरिजीत सिंह , राहत फतेह सर, और केके जैसे अन्य सभी सुपरस्टार से की जाती है। आपका फैन सर्कल भी उनके बराबर हो चुका है।और आपका टॉप टेन में चौथा नम्बर है। आपका क्या कहना है, एक पर आने में कितना समय लग सकता है।

राज- मुझे आना नही है एक पर, जिनके गाने सुनसुनकर मैन अपना बचपन गुजारा, आज उनसे ऊपर खुद को सोचता हूँ तो अजीब लगता है।
नेहा- ये आपकी महानता है, आप खुद के गाने को कितना एन्जॉय करते हो।
राज- (हँसते हुए) सुनता ही नही……
नेहा - ये कैसे हो सकता है। आप गाने नही सुनते।
राज- गाने सुनता हूँ……अपने गाये नही सुनता……जब अकेला होता हूँ , तो इयरफोन में अरिजीत सिंह के गाने सुनता हूँ। जोर से नही सुनता वरना सब बोलेंगे खुद के गाने नही सुनता………
नेहा- अरे वाह, एक पहली बार ऐसा व्यक्तित्व से मुलाकात हुई, जो अपने गाने सुनता ही नही।
राज - जी।
                **********

अब आगे-

नीता- पुलिस होने के नाते बता दूं, पुलिस आपपर भी शक कर सकती है ।
अनुज - मुझपर……क्यो
नीता - अरे बाबा मजाक कर रही हूँ....
अनुज- मैं चंडीगढ़ जा रहा हूँ कल सुबह
नीता - क्यो..
अनुज- शास्त्री जी से मिलने, सबसे ज्यादा दुख तो उन्हें हुआ है इस बात का..……सुना है हार्ट अटैक आ गया था उन्हें। हॉस्पिटल में है।
नीता- हाँ ये भी जरूरी है। मगर राज उन्हें कभी बोम्बे क्यो नही लाया, इतनी तारीफ करता था उनकी,
अनुज- शास्त्री जी को चंडीगढ़ से प्यार था, और राज के मम्मी पापा और मौसी...वो भी तो चंडीगढ़ में रहते है...
नीता- बेचारों पर दुखो का पहाड़ ही टूट गया है। भगवान उनको ये सहने की शक्ति दे।, आप भी जरूर जाना, उनसे भी मिलना।
अनुज- हाँ………जा रहा हूँ तो सबसे मिलकर आऊंगा।
नीता- देखो न कितने बदनसीब है, जवान लड़का छोड़ गया दुनिया और उसकी लाश भी नसीब नही हुई।
अनुज- क्या कर सकते है, आपका स्टाफ ढूंढ नही पा रहा है, निक्कम्मे कही के
नीता- अगर राज की बात नही होती तो मैं मेरे स्टाफ के खिलाफ में एक शब्द ना सुनती।

अगले दिन

चंडीगढ़

हॉस्पिटल के रिसेप्शन पर

अनुज- एक्सक्यूज मी!
रिसेप्शनिस्ट(जोया)- यस सर्…………(अनुज को देखते हुए) अरे आपको मैने पहले भी कही देखा है,
अनुज- देखा होगा……मुझे ये बताओ शास्त्री जी कौन से रूम में एडमिट है।
जोया- शास्त्री जी को गोली मारो..……ये बताओ आपको कहाँ देखा है मैंने……
अनुज-(गुस्से में) तुमने देखा है, मुझसे क्यो पूछ रहे , प्लीज फालतू बहस कर मेरा वक़्त मत बर्बाद कीजिये। बताईये शास्त्री जी कहा है।
जोया - (थोड़ा बेइज्जती सी फील करते हुए) बता रही हूँ……गुस्सा क्यो होते हो। ………पूरा नाम बोलो
अनुज- मालूम नही……
जोया- एक मिनट चेक करती हूँ।
अनुज- जल्दी कीजिये
जोया - सॉरी सर्………मालूमनही शास्त्री नाम का कोई पेशेंट शो नही कर रहा है सिस्टम में
अनुज- ओह माय गॉड……(माथा ठनका और खुद ढूंढने चले गया)
जोया- अजीब आदमी है……लेकिन इसे कही तो देखा है।
   (जोया फिर से सामने लगे टीवी पर न्यूज़ देखने लगी )

" ये है राज की कुछ तस्वीरें जो उन्होंने दो दिन पहले ट्वीट की थी जिसमे उनके साथ महेश भट्ट साहब और आलिया भट्ट और म्यूजिक डायरेक्टर अनुज शर्मा भी है" जिसपर राज ने कुछ लिखकर पोस्ट किया है "अपकमिंग सांग "जन्नते"
लेकिन फिलहाल "जन्नते" को रिलीज करने से रोक लगा दी है  उनके म्यूजिक डायरेक्टर अनुज ने और तब तक नही करने का फैसला किया है जब तक कातिल पकड़ा नही जाए, इसी बात पर उनकी फिल्म डायरेक्टर महेश भट्ट से थोड़ी अनबन हो गयी है अब "जन्नते" की जगह अरिजीत सिंग का नया गाना उस फिल्म में लिया जाएगा।"

जोया- ओह माय गॉड………तभी मैं सोचूँ..कही देखा था ये तो अनुज सर है………अच्छा तो ये प्रेम शास्त्री के पास जा रहे है राज के अंकल………जोया तु भी बेवकूफ की बेवकूफ रहेगी
(खुद से ही बोली)

प्रेम शास्त्री बेड पर लेटे है उन्हें एक लड़की सूप पिला रही थी। अनुज ने कमरे में प्रवेश किया और शास्त्री जी के पैर छुए।

शास्त्री जी- अरे जीते रहो बेटा………राज खुद तो चला गया पर मेरे लिए लोगो की कमी नही छोड़ी हर 10 मिंनट में कोई मिलने हाल चाल पूछने आ रहा है
(शास्त्री जी उठने की कोशिश करते हुए मीठे और उदास स्वर में बोले अक्सर ऐसी हालत में कोई इतने प्यार से वेश नही आता, मगर जो भी मिलने आता वो राज का दोस्त, राज का प्रशंशक होता जिस कारण शास्त्री जी राज के जितना ही इज्जत उसे देते)
अनुज- अरे नही……नही… आप लेटे रहिये,
शास्त्री जी- लेटे लेटे थक गया, बैठने दो मुझे……संजना तु अरुण को फोन करो कब तक आएगा।
अनुज- (मन ही मन मे) अच्छा तो ये है संजना, मगर अरुण कौन होगा।
संजना- किया था फोन...जाम में फंसे है
अनुज- अरुण………अरुण कौन अंकल
शास्त्री जी- इसका पति है, (संजना की तरफ इशारा करते हुए)
अनुज- अच्छा……राज का कुछ पता चला
शास्त्री जी- क्या बताऊँ जब से खबर सुनी, उसके मम्मी पापा और मौसी ने भी खाना पीना छोड़ दिया, माँ तो अब भी उम्मीद लगाए बैठी है, "जब तक लाश नही मिल जाती मैं कैसे मान लूँ" कहती है अब खबर कोई आ नही रही, सभी चेंनल पर बस अफवाह फैलाई जा रही है। और तारीफे की जा रही है, एक ही रट लगाए है…… आखिर क्या है मौत का सच,लाश कहा लगाई गई ठिकाने……वगेरा वगेरा
और बार बार वो माँ रो रही है, वो पिता की बरसो की उम्मीद खत्म हो गयी है उससे किसी को कोई मतलब नही है।
अनुज- आप भी अपनी तबियत ठीक कीजिये,आपकी बहुत तारीफ सुनी है मैंने राज के मुंह से।
शास्त्री जी- मेरी क्या तारीफ बेटा ……पिछले हफ्ते की बात है। चंडीगढ़ से निकल रहा था बॉम्बे के लिए………

28 अक्टोबर
एअरपोर्ट पर शास्त्री जी और राज

राज- आप भी ना अंकल, बच्चो जैसी बात करते हो, भला चंडीगढ़ में स्टूडियो बनाकर रहने लगूँगा तो मेरे पास कौन डारेक्टर आएगा...बॉम्बे से एक गाने के रिकॉर्डिंग के लिए चंडीगढ़ क्यो आएगा……सब बोलेंगे हिट हो गया तो भाव बढ़ गए राज के……अभी तो वो…ओ………आसमान छूना है मैंने।

अंकल- जिसको जरूरत होगी वो आएगा……देख चंडीगढ़ में  कौन नही जानता तुझे……अब तो मुझे भी राज का अंकल कहते है, वो बच्चे भी मेरे आस पास मंडराते है जो मुझे खड़ूस अंकल समझते थे।
राज- अच्छा……वैसे पहली मुलाकात में मुझे भी आप खड़ूस ही लगे थे। (हँसते हुए कहता है)
अंकल- चल बदमाश..……

(एअरपोर्ट पर भीड़ उमड़ गयी ऑटोग्राफ के लिए लंबी लंबी लाइने लगने लगी )
अंकल- कर ले टाइम पास जब तक फ्लाइट का टाइम नही हो जाता।
राज- सजा है अंकल जी टाइम पास नही……उंगलियों में दर्द हो जाता है। मना भी नही कर सकता मजबूरी है,  जिस चीज का सपना देखते है लोग वो मिले तो उसका तिरस्कार नही करना चाहीये।
अंकल- हाँ।

तभी फ्लाइट का टाइम हुआ और राज चले गया, उस दिन  ऑटोग्राफ लेने वालों की भीड़ इतनी थी ठीक से बाय भी नही बोल पाया मैं उससे। (अंकल रोते हुए बोले)

अब आगे-

कमरे में अरुण आता है, हाथ मे एक दवाइयों का झोला और कान में ब्लूटूथ इयरफोन , जीन्स पेंट डाले था।
और गाना सुन रहा था,और गुनगुना भी रहा था
      """"दिल की शैतानियाँ………
जो राज का गाया था और हिट हो चुका था,सभी टिक टोक, यूट्यूब पर इसी गाने पर वीडियो बनाते थे, ये सैड और हैप्पी मिक्स क्लासिक सॉफ्ट म्यूजिक था पुराने से पुराने लोग और नई पीढ़ी सबको पसंद आ जाता था।

अरुण ने दवाई दी और संजना को लेकर चले गया।
  
अनुज- दोनो चले गए अब आपके पास कौन आएगा
शास्त्री जी- प्राइवेट नर्स है, आती ही होगी।
अनुज- शादी कब हुई संजना की,
शास्त्री जी- करीब चार साल, तब तो राज का करियर शुरू भी नही हुआ था, राज जब जेल से छूटा संजना चाहती थी राज से उसकी शादी हो, मगर उसके पापा नही चाहते थे राज से शादी करना
अनुज- लेकिन क्यो?
शास्त्री जी- जेल जाने का दाग जो लगा था,
अनुज- राज क्या चाहता था?
शास्त्री जी- वो क्या चाहता, वो तो जैसे पागल हो गया था दिव्या की मौत से, हर पल यही कहता दिव्या को बुरा लग जायेगा अगर शादी की तो।
खैर छोड़ो अब क्या कर सकते है,चले गया अपनी दिव्या के पास जो  जन्नत मे राज का इंतजार कर रही थी।

अनुज को बातचीत आधी खत्म करनी पड़ी डॉक्टर ने शास्त्री जो को सोने की सलाह दी और अनुज को उन्हें अकेले छोड़ने को कहा।

इतने में भागे भागे जोया आयी शास्त्री के कमरे में, शायद उसे अनुज से मिलना था, और ऑटोग्राफ लेने थे, लेकिन अनुज वहाँ से जा चुका था
जोया- "जब किस्मत में भांग की चटनी के साथ रोटी खाना लिखा होता है तो सब्जी जल ही जाती है"  अब क्या बोल रही तू जोया, मतलब पता है तुझे इसका……, तू है ही पागल, बड़बड़ाती रहती है कुछ ना कुछ, (ऐसे ही कुछ बड़बड़ाई जोया वापस जाकर रिसेप्शन पर जा बैठी)

अनुज अब राज के घर जाने की सोच रहा था, ये काम उसके लिए बहुत मुश्किल था, जिसकी लाश भी नही मिली उसके घर जाकर सांत्वना देना था,।

be conteneu……….……

अनुज का राज के घरवालों से सामना, राज के मौत के सामने आए कुछ तथ्य! देखिये एपिसोड 2 में.


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9 Comments

Pratikhya Priyadarshini

16-Sep-2022 09:09 PM

Bhut khoob 🌺🙏

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🤫

27-Apr-2022 08:26 PM

धमाकेदार!!! शुरुआत ,, मर्डर की तरह ही ये भी सस्पेन्स से भरी हुई कहानी है। देखते है आगे और कौन से राज निकल कर आते हैं।

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Abhinav ji

27-Apr-2022 12:09 AM

Very nice👍

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