लेखनी प्रतियोगिता -22-Apr-2022 बेटी को शिक्षित करो
रचयिता-प्रियंका भूतड़ा
शीर्षक-बेटी को शिक्षित बनाओ
मां मुझे पढ़ने दो,
आगे मुझे बढ़ने दो।
मां मैं तेरे आंगन की कली हूं
बापू की मणि हूं
दादी की मिश्री की डली हूं
मां मैं तेरी सखी हूं
तेरी गोद में पली हूं
इस दुनिया की परी हूं
मां ना कर मेरी सगाई
करने दे मुझे खूब पढ़ाई
ना कर मेरी शादी
थमा दे मेरे हाथ में पैंन कॉपी
बापू का नाम करूंगी शामिल
पढ़ लिखकर बनने दे काबिल
मां ना कर तू मेरा ब्याह
दे मुझे तेरे घर में पनाह
बनू मैं तेरे घर की उत्साह
भरने दे मुझे उड़ान
देख सकूं मैं पूरा जहान
कहलाऊं मैं भी महान
बनना चाहती हूं मैं शिक्षक
हर घर की बेटी को करूंगी में शिक्षत
देखे मुझको पूरी दुनिया
परिवार कहे ये है मेरी गुड़िया
बापू कहे मेरे दिल की है मुखिया
पढ़ लिखकर करूंगी , तेरा नाम रोशन
तब तेरीआंखें हो जाएंगी नम
फिर कहेगी तू सबसे
नही है मेरी कली, किसी से कम।
"बेटी भार नहीं जीवन का आधार है,
शिक्षा उसका अधिकार है"।
Zainab Irfan
25-Apr-2022 03:25 PM
बहुत ही खूबसूरत
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Punam verma
23-Apr-2022 04:05 PM
Very nice
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Renu
23-Apr-2022 06:09 AM
👌👌
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