धरती को सुंदर बनाएँ - लेखनी प्रतियोगिता -23-Apr-2022
चलो सब मिल धरती को दुल्हन बनाएँ
सुंदर-सुंदर आभूषण से इसको सजाएँ।
करें इसका ऐसा श्रृंगार ये खिल जाए
सुन्दरम का भाव चहुँ ओर नज़र आए।
हरे-हरे पौधे बनेंगे धरती का सुंदर गात
अतुलित शोभा बनेंगे नव कोमल पात।
रंग-बिरंगे प्यारे फूलों का बनाएँ गहना
लगे ऐसी ज्यूँ ईश्वरीय सौंदर्य हो पहना।
शुद्ध वायु का धरती पर आओ लगाएँ इत्र
खूबसूरत रंगों से बेहतरीन बनाएँ चित्र।
काले मेघा बन काजल का काला टीका
गंदगी रुपी बुरी नज़र का करें रंग फीका।
निर्मल माटी का शरीर पर लगाएँ उबटन
सूरज की धूप समान चमके धरती का तन।
गंगा का निर्मल पानी भी करने आए श्रृंगार
पापियों के पाप मिटा धरती को दे प्यार।
प्रेम, ममता, सहिष्णुता, एकता बने बाराती
सद्भाव, सहयोग, दया बनें पृथ्वी के साथी।
ईर्ष्या-द्वेष के कीटाणु मंडप में जगह न पाएँ
इसे मिटाने हेतु चंदन की पवित्र अग्नि जलाएँ।
प्रदूषण कहीं धरती का श्रृंगार करें न ख़राब
पालीथीन का उपयोग बंद कर दें उसे जवाब।
वस्तुओं का पुनरूपयोग जब करेंगे हर मानव
डर कर धरती से दूर रहेगा प्रदूषण रुपी दानव।
डॉ. अर्पिता अग्रवाल
Shnaya
25-Apr-2022 04:41 PM
Very nice 👍🏼
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Zainab Irfan
25-Apr-2022 03:12 PM
बहुत ही खूबसूरत
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Zakirhusain Abbas Chougule
24-Apr-2022 11:46 PM
Bahut Badhiya
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