लेखनी कहानी -28-Apr-2022 प्रदूषण
रचयिता-प्रियंका भूतड़ा
शीर्षक-प्रदूषण
प्रदूषण एक ऐसी माया
यह सारे संसार में छाया
मानव ने इसे बनाया
बदल दी इसने सबकी काया
अनेक रोगों को घर बुलाया
हर इंसान का शरीर डगमगाया
प्रदूषण संसार में छाया इस कदर भाया
हर इंसान को अपना जहर पिलाया
अभी संभल जाओ दुनिया वालों
ना बनो स्वार्थी कुदरत से तुम ना खेलो
अगर बढ़ती गयी प्रदूषण की छाया
मिट जाएगी हर इंसान की काया
हे मनुष्य कर तू अब अपनी फिक्र
प्रदूषण को दूर भगाने का जिक्र
अधिक से अधिक पेड़ लगाना सीख
प्रदूषण को जड़ से मिटाना सीख
सप्ताह की 11वीं कविता
Seema Priyadarshini sahay
29-Apr-2022 10:08 PM
बहुत खूबसूरत
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Simran Bhagat
28-Apr-2022 08:34 PM
👍🏻👍🏻
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Swati chourasia
28-Apr-2022 06:57 PM
बहुत खूब 👌
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