लेखनी कहानी -04-May-2022 पक्षपात
जब शासन समुदायों में पक्षपात करता है
किसी को प्यार किसी पे आघात करता है
मजहब के आधार पर जब फैसले होते हैं
तब जोधपुर भी दंगों की आग में जलता है
धर्मनिरपेक्षता के नाम पर तुष्टीकरण करते हैं
वोटों के लिए उन्मादियों को सिर पे बैठाते हैं
हर नाजायज मांग पर नतमस्तक हो जाते हैं
अपने "पापों" का दोष "अन्य" पर लगाते हैं
हर मुद्दे पर गजब राजनीति की है आपने
बहुसंख्यकों के साथ अनीति की है आपने
बबूल का पेड़ लगाया है तो कांटे झेलने होंगे
अपने पापों के अंजाम आखिर झेलने ही होंगे
Seema Priyadarshini sahay
04-May-2022 02:43 PM
बहुत खूबसूरत रचना
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Hari Shanker Goyal "Hari"
04-May-2022 04:46 PM
आभार आपका मैम
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Fareha Sameen
04-May-2022 12:26 PM
बहुत अच्छा लिखा है
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Hari Shanker Goyal "Hari"
04-May-2022 04:46 PM
आभार आपका मैम
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Shrishti pandey
04-May-2022 11:06 AM
Nice
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Hari Shanker Goyal "Hari"
04-May-2022 04:45 PM
आभार आपका मैम
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