Add To collaction

Tanha raah ka raahi

मोज़ों की सुने और दरियाओं से सलीक़ा रखे,
यानी खंजरों में रहे और लबो पर नग़मा रखे।

ये ज़र्फ़ मुझको बख़्शा है मेरी अना ने के,
जंग में भी दुश्मनों से कोई तो रिश्ता रखे।

कोई है जो सैलाबों-तूफां के मुक़ाबिल हो,
कोई है जो लहरों से लड़ने का ज़ज़्बा रखे।

ये दुआ की थी उसने मुझसे बिछड़ते हुए के,
जा खुदा तुझको उम्र भर 'तनहा' रखे।

Tariq azeem tanha

   20
10 Comments

Neelam josi

21-May-2022 04:02 PM

Very nice 👌

Reply

Fareha Sameen

20-May-2022 08:48 PM

Nice

Reply

Reyaan

20-May-2022 02:39 PM

👏👌

Reply