Ashma

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लेखनी प्रतियोगिता -20-May-2022

*आज शायद आखिरी सैर है*


दिन निकला सुबह हुई, एक नया सवेर है।
आओ कुछ ऐसा करे अलग, क्या पता आज ये आखिरी सैर है।
अब तक गंवाया समय यूं मौज मस्ती में, अब बनाऊं खुद को सबसे बड़ी हस्ती मैं।
आज अचानक लगा पता, सारा समय यूं व्यर्थ गया।
पर मेरे दोस्त! जब जागो तभी सवेर है।
चलो कुछ नया करें, क्या पता ये आखिरी सैर है।
ज़िंदगी अब तक जो भी थी, बस बहुत हुआ, अब भी वक्त है न हुई देर है।
चल भाई, कुछ अलग करे , शायद ये आखिरी सैर है।
क्या किया, क्या पाया, क्या खोया, ये सोच समय गवाऊं क्यूं?
ज़िंदगी हसीं है मेरे दोस्त, इसे बेकार बनाऊं क्यूं?
आज एक पैर उठाऊं दूसरे की आस नहीं,
मुड़ के देखा ज़िंदगी में कोई आस पास नहीं।
कल करूं सो आज करूं, आज करूं सो अब,
क्या पता ये आखिरी सैर हो, फिर करूंगी कब?
'आसमां' उठो,चलो, जिंदगी उधार फेर है
चल क्या पता ये आखिरी सैर है!!!!
Ashma
Hindi
Insta: digital_ashma_panwar

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9 Comments

Seema Priyadarshini sahay

21-May-2022 03:50 PM

बहुत खूबसूरत

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Neelam josi

21-May-2022 03:13 PM

Very nice 👌

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Reyaan

21-May-2022 02:38 PM

👌👏

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