Priyanka06

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लेखनी प्रतियोगिता -22-May-2022 तंबाकू कर रहा विनाश

रचयिता-प्रियंका भूतड़ा

शीर्षक-तंबाकू कर रहा विनाश

तंबाकू कर रहा विनाश,
फिर क्यू खा रहा इंसान।।

क्यों खा रहा है तंबाकू ओ मेरे भाई,
क्यों कर रहा है खर्च पाई पाई।
क्यों लगा रहा है जिंदगी में काई,
रोती रह जाएगी तेरी माई।
बिस्तर हो जाएगा तेरा चारपाई।।

तंबाकू कर रहा विनाश।
 फिर क्यू खा रहा इंसान।।

यह है एक  ऐसा नशा,
लत लग जाए एक बार।
बीमारियों का लग जाए आडंबर,
पीछा छुड़ाओ तो भी ना छूटे।
पीर बहू बढ़ती जाए,
जीवन का विनाश होता जाए।।

तंबाकू कर रहा विनाश।
फिर क्यू खा रहा इंसान।।

बीमारी हो जाएगी हजार,
कैंसर जैसा रोग पड़ जाएगा आश्रय।
छुड़ाओगे  इन से पीछा,
तेरे पीछे-पीछे आएगा।।

तंबाकू कर रहा विनाश।
फिर क्यू खा रहा इंसान।।

छूटेगा तब इनका वास्ता,
होगा शमशान का रास्ता।
गल जाएगा तेरा शरीर,
बढ़ जाएगी तेरी पीर।।

तंबाकू कर रहा विनाश।
फिर क्यू खा रहा इंसान।।

संभल जा ,ओ मेरे भाई,
कर तू इस का त्याग।
रख तू तेरा ध्यान,
परिवार का ला तू ख्याल।।

तंबाकू कर रहा विनाश।
फिर क्यू खा रहा इंसान।।

मौत के कुएं मैं ना ढकेल तुझको,
कर दे तंबाकू से रुसवाई।
होता है हर नशा दुखदाई,
जीवन में ला तू अच्छाई।।

तंबाकू कर रहा विनाश।
फिर क्यू खा रहा इंसान।।

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8 Comments

Abhinav ji

23-May-2022 09:56 PM

Nice👍

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Shrishti pandey

23-May-2022 10:32 AM

Nice

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Punam verma

23-May-2022 10:31 AM

Very nice

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