लेखनी कहानी -24-May-2022 - एक रूमानी शाम
#नान स्टाप २०२२
एक रूमानी सी शाम,
तेरे नाम कर जाए।
सारा जग भूल जाएं हम,
एक दूजे में खो जाए हम।
नजरों से हो दिल की बातें,
जैसे कटती थी पहले रातें।
लफ़्ज़ों को हम दे दे विराम,
बाहों में ही तेरी करें आराम।
जाम की भी न हो जरूरत,
मधुशाला में भी न हो शिरकत।
किसी महंगे होटल में नहीं,
चाय की टपरी पर ही सही।
कुल्हड़ में चुस्कियों का ले मजा,
माटी की उस महक में रम जाए।
एक शाम छोड़ दिखावे की जिंदगी,
चल वही पहले वाले प्रेमी बन जाए।
हाथों में हाथ डालकर घूमे पहाड़ों में,
वादियों के उन नजारों में बस जाए।
डर न हो किसी के देखने का हमे,
गम न हो किसी के सुनने का हमें।
उस डर को दफन कर कहीं खाई में,
मस्ती की बारात में बाराती बन जाए।
शोहरत बहुत यहां पर कमाई तुमने,
मसरूफियत भी बहुत जताई हमने।
चल छोड़ दें उन बेवजह बातों को,
प्रेम की नदियां में हम गोते लगाएं।
खुले आसमान में निहारे चांद को,
सो जाएं ओढ़ सितारों की चादर को।
भूल कर जग की हम सारी बातें,
आगोश में तेरे हम आ जाएं।
आ एक रूमानी सी शाम,
बस तेरे नाम पर जाएं।।
#नान स्टाप प्रतियोगिता २०२२
शिखा अरोरा (दिल्ली)
Waseem khan
24-May-2022 09:53 PM
Bahut khoob
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Seema Priyadarshini sahay
24-May-2022 08:51 PM
बेहतरीन
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Neelam josi
24-May-2022 08:09 PM
बहुत खूब
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