Priyanka Verma

Add To collaction

लेखनी प्रतियोगिता - सुनहरी शाम


सुनहरी शाम



शाम की बात ही कुछ अलग होती है,
कुछ किस्से और चाय के प्याले से सजी होती है,

चाय की चुस्कियों में घुले कुछ फुरसत के पल होते हैं,
बहुत ही सुकून भरे आज और कल होते हैं,

सुनहरी शाम का मज़ा, अपनों के साथ ही आता है,
नाश्ते और गप्पों से सजा, वक्त ना जाने कैसे बीत जाता है,

हर किसी को इंतजार होता है, सुनहरी शाम का,
ताज़गी के पलों से भरी, फुरसत के नाम का।।

प्रियंका वर्मा
26/5/22

   25
14 Comments

Shnaya

28-May-2022 12:53 PM

बेहतरीन

Reply

Priyanka Verma

27-May-2022 06:57 PM

Thank you so much all of you... 🙏💐😊

Reply

Chirag chirag

27-May-2022 05:57 PM

Nice

Reply