Usha Raghav

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लेखनी प्रतियोगिता -26-May-2022 गाँव में बाढ़

**बाढ़ में गाँव**
सब कुछ पानीम डूब गवा है, मूड़े हाथ धरे बैठे हन
कइसे हुईहै का हुईहै अब, मन मा अपने सोच रहै हन

चूल्हा डूबा बरतन डूबे, औ खटिया भी तो पानीम है
बन्द हुई गए सब स्कूल औ पानीम डूबी क़िताबें हैं

घर की छत पर बईठ निहारै सीढ़ी भी तो पानीम है
काका देखौ तुमरे घर की, गैया भइसी पानीम है

हियाँ बचा अब दर्द गरीबी, घर मा सयानी बिटिया है
सगरे गाँव मा घर घर की अब यही कहानी भइया है

डॉक्टर बाबू शहर चले गए दर्द गाँव का कोई न जानै
ननकू केरा छोटा लड़का, हफ्ता भर से बुखार मा है

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12 Comments

Shnaya

28-May-2022 05:00 PM

शानदार

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Chirag chirag

27-May-2022 05:59 PM

Nice

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Punam verma

27-May-2022 11:18 AM

Nice

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